राजपथ - जनपथ

दक्षिण के रास्ते लालबत्ती
रायपुर दक्षिण से भाजपा में दो दर्जन से अधिक नाम चल रहे हैं। मगर प्रत्याशी चयन में सांसद बृजमोहन अग्रवाल की राय अहम होगी। इससे परे पार्टी ने कुछ प्रमुख दावेदारों को संतुष्ट करने की योजना भी बनाई है।
चर्चा है कि रायपुर दक्षिण से टिकट के दावेदारों में से 4-5 को ‘लालबत्ती’ मिलेगी। हालांकि ‘लालबत्ती’ के लिए उन्हें इंतजार करना होगा। पार्टी ने तय किया है कि निगम-मंडलों में नियुक्ति नगरीय निकाय चुनाव के बाद की जाएगी। देखना है कि टिकट से वंचित दावेदार ‘लालबत्ती’ से संतुष्ट होते हैं या नहीं।
टीआई की धमकी और सोशल मीडिया
गांजा तस्करी के आरोप लगाने की धमकी ही नहीं टीआई की कार्रवाई की सोशल मीडिया में जमकर प्रतिक्रिया देखने, पढऩे को मिल रही है। सुकमा से लेकर राजधानी तक इस पूरे षडय़ंत्र की परतें खुल रही हैं। पत्रकारों को दशकों से जानने वाले इसे उनकी निष्पक्षता पर हमला कह रहे तो टीआई को जानने वाले पूरे षडय़ंत्र का खुलासा कर रहे । अब तक की जानकारी में इसके पीछे एक नेता की भी भूमिका भी बताई जा रही है।
अफसर, पत्रकार और नेताओं के एक वाट्सअप ग्रुप में चर्चा के प्रमुख बिंदु- क्या हुआ सुकमा टी आई को निलंबित कर एफआईआर कर जेल भेजने के बाद भी तो चारों पत्रकारों को तो जेल जाना ही पड़ा न.... इसमें बेगुनाह पत्रकारों का क्या फायदा हुआ?
पूछता है प्रदेश....
संघर्ष के बाद सफलता का मज़ा ही अलग है ..अब यार सब छूट के जब आएंगे तो इनका कद पत्रकारिता में कितना बड़ा होगा .. इन सबका आने वाला भविष्य उज्जवल है।
जैसे एक पत्रकार विनोद वर्मा थे ..जेल गए देखो पिछले 5 साल कितना अच्छा भविष्य रहा। इसीलिए आपसे भी कह रहा हूँ कि यार चवन्नी-अठन्नी वाले पर ध्यान मत दो अब योजना बनाओ जेल कैसे जाया जाए। भविष्य निर्माण की जननी या कोख़ जेल ही है भाई।
कच्चा आम खाने से दांत खट्टे हो जाते है....
आम के पेड़ पर पकने के बाद खाने का अपना अलग ही आनंद है....
....90 दिन के अंदर सोनकर का चालान पेश हो जाएगा....उसके बाद उसकी जमानत हो जाएगी....उसके 3 महीने बाद सोनकर पीएचक्यू आकर किसी अधिकारी को पकडक़र नौकरी में बहाल हो जाएगा, और तो और उसके बाद वो बस्तर से हटकर किसी मैदानी जिले में ठाठ से नौकरी करेगा। वही ये चारों पत्रकार कब बाहर आयेंगे हर बार पेशी पर जाना होगा। अगर सजा हो गई तो समझो लाइफ खत्म। अगर प्रदेश के नेता बेगुनाह मानते है तो इसमें उन चारों का कुछ फायदा हुआ दिखता न....जेल गए न।
....मेरी नजर में सोनकर को सस्पेंड कर जेल भेजना प्रदेश के नेताओं का डैमेज कंट्रोल है इसी से ही प्रदेश के पत्रकार खुश भी हो गए। लेकिन जिस पर पड़ती है वही झेलता है...? अपने नेताओं के प्रकरणों की तरह सरकार के इन सभी पत्रकारों के भी केस वापस लेने चाहिए इस पर रायपुर से ही मांग उठानी होगी।
छापे और मैसेज
इस सप्ताह के शुरू में खाद्य औषधि विभाग की टीम ने कुछ मिठाई दुकानों पर मिलावट, गुणवत्ता परखने छापे मारे। यह कहते हुए कि राखी में बहन,भाइयों को शुद्ध मिठाई से मुंह मीठा करा सकेंगी। बताते हैं कि यह कार्रवाई प्रदेश के कई अन्य शहरों में भी डाले गए। राजधानी में दो बड़े मिठाई वालों नैवेद्य और राजघराना को घेरा। इन दबिश के जरिए यह मैसेज दिया कि बड़े-बड़े मिठाई वालों को नहीं छोड़ा तो इन शहरों के अन्य इलाकों के और गांव, कस्बे के अन्य नामचीन मिठाई वालों की क्या बखत? नहीं छोड़ेंगे। लेकिन हो ऐसा कुछ नहीं रहा। अब तो छुट्टी ही छुट्टी है अगले चार दिन। और फिर त्यौहार निपट ही जाएगा। यह कार्रवाई इसलिए भी की गई कि विभागीय अमले को रेड बुक (छापा पुस्तिका) भरना होता है । ताकि विधानसभा में प्रश्न उठने पर जवाब दिया जा सके। यह भी चर्चा है कि छापे से पहले टीम ने नैवेद्य और राजघराना प्रबंधन को खबर लीक करवा दिया था। ताकि सांप भी मर जाए, लाठी भी न टूटे। और हुआ भी वैसा ही।
साइबर ठगी का नया तरीका
भारतीय डाक सेवा, जिसे हम सभी ‘इंडिया पोस्ट’ के नाम से जानते हैं, अपनी सरकारी संस्था होने के कारण भरोसेमंद मानी जाती है। इसी भरोसे का फायदा उठाकर साइबर ठग अब इंडिया पोस्ट के नाम पर फर्जी संदेश भेजकर लोगों को ठग रहे हैं। देशभर में सैकड़ों लोग लाखों रुपये गंवा चुके हैं। इन ठगों के एसएमएस ऐसे बनाए गए हैं कि वे असली प्रतीत होते हैं। संदेश में दावा किया जाता है कि आपका पार्सल डिलीवरी के लिए तैयार है, लेकिन पता अपडेट न होने के कारण वह पहुंच नहीं पाएगा। इसके लिए दिए गए लिंक पर क्लिक कर पता अपडेट करने को कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में भी कई लोग इस जाल में फंस चुके हैं। दुर्ग पुलिस ने इस खतरे को भांपते हुए सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करने का अभियान शुरू किया है।
नफरती कहेंगे, यह एआई है
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) के मालिक एलन मस्क हमेशा अपनी विचित्र हरकतों के कारण सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ नाचते हुए एक वीडियो पोस्ट किया, जो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो के साथ मस्क ने लिखा, नफरत करने वाले कहेंगे, यह एआई का कमाल है। इस पोस्ट के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या मस्क फेक वीडियो को बढ़ावा दे रहे हैं या लोगों को चेतावनी दे रहे हैं? एक यूजर ने मस्क पर लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया, जबकि दूसरे ने लिखा, यह वीडियो फेक नहीं, बल्कि सच्चा है। मैं उस समय वहीं था।
(rajpathjanpath@gmail.com)