धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 12 मार्च। आज ग्राम सेमरा (सी) में होली का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। नगाड़े की थाप पर युवा, बच्चे नाचते थिरकते रहे । ग्राम वासी एक दूसरे को अबीर गुलाल के टीके भी लगाए तथा गले मिले।
आज सुबह से फाग गायन के साथ नगाड़े की थाप में नाचते कूदते ग्रामीण जन दिखे। शनिवार की रात में ग्रामीणों द्वारा होलिका की पूजा अर्चना पश्चात होलिका दहन किया गया, जिसमें काफ़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए।
आज सुबह से ही ग्राम युवा जवान, बच्चे रंग गुलाल से सराबोर हो कर होली पर एक दूसरे को होली की बधाई दे रहे हैं। गांव में रंग, गुलाल,पिचकारी की दुकान भी लगाए गए हैं।
धमतरी जिले के कुरुद ब्लॉक के अंतिम छोर पर बसे सेमरा (सिलौटी) गांव में अपनी मान्यताओं और परंपराओं के निर्वहन वर्षो से ग्रामीण करते आ रहे हैं। यहां सभी प्रमुख त्यौहार एक सप्ताह पहले ही मना ली जाती है। इसी के तहत् 12 मार्च की रात गांव के प्रमुख चौक-चौराहो में शुभ मुहुर्त के साथ पूजा-अर्चना कर होलिका दहन किया गया। जिसके दूसरे दिन रविवार को रंगों का त्यौहार होली मनाई गई।
जिसमें लोग अबीर गुलाल और पिचकारियों से रंगों की बौछार कर आपसी प्रेम और सद्भावना की त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाए । जबकि देशभर में होलिका दहन 17 व होली का त्यौहार 18 मार्च को मनाया जायेगा, जो अभी सप्ताह भर दूर है।
बताया जाता है कि इस गांव में सैकड़ों वर्ष पहले कोई बुजुर्ग आया और यहीं बस गया। उनका नाम सिरदार था। गांव वालों को उनमें आस्था थी व उन्हें ग्राम देवता के रूप में मानकर पूजा की गई। सेमरा(सिलौटी) के बुजुर्गों का कहना है कि वे पूर्वजों की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। एक हफ्ते पहले 4 प्रमुख त्यौहार मनाने के बावजूद यहां लोगों का उत्साह कम नहीं रहता। 13 सौ की आबादी वाले इस गांव में अब तक किसी ने पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही इस मान्यता से मुंह नहीं मोड़ा है। तब से यही सिलसिला जारी है।


