धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 25 फरवरी। क्षेत्रिय विधायक के कुरूद की जगह रायपुर में रहने से अपनी छोटी-मोटी समस्याओं के लिए क्षेत्रवासियों को भटकते देख अधिवक्ता व विधि प्रकोष्ठ कांग्रेस के प्रदेश सचिव रमेश पांडेय ने विधायक को सुधर जाने की सलाह दी है।
इस संबंध में प्रेस नोट जारी कर पाण्डेय ने बताया कि जनता अपना कीमती वोट जनप्रतिनिधियों को इस लिए देती है कि चुने हुए प्रतिनिधि उनके बीच रह कर उनकी समस्या को जाने उनका साथ दे जनसमस्या का निराकरण करे पर कुरुद विधानसभा में इसके उलट चल रहा है, यहां के विधायक कुरुद छोड़ कर रायपुर में डेरा डाले हुए है, क्षेत्रिय लोगों की समस्या सुनने और सुलझाने के लिए उनके पास टाइम नहीं है, विधानसभा के मतदाताओं के सुख-दु:ख से दूर वें प्रदेश की राजनीति करने में मस्त है।
मुसीबतें से घिरे लोगों की लड़ाई ज़मीनी स्तर पर लडऩे के बजाय वे फेस बुक, ट्विटर जैस प्लेटफार्म में अपने ज्ञान का प्रदर्शन कर जनता के प्रति अपने कर्तव्यों का इतिश्री कर रहे हैं। श्री पांडेय ने कहा कि जनता से दूरी बनाना और उनकी समस्या को नही सुनना और निराकरण के लिए जमीन स्तर पर पहल नहीं करना निष्क्रियता है। विपक्ष में आने के बाद जनता से दूरी बना कर गायब हो जाना और क्षेत्र में उपस्थित नहीं होना और राजधानी में निवास करना उचित नहीं हैं, क्योंकि भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रजातांत्रिक मूल्यों का महत्व सबसे अधिक है, जिसके अनुसार चुने हुए जनप्रतिनिधियों को जनता से लगातार संवाद कर उनकी हर समस्या को सुलझाने के लिए प्रयास रत रहना चाहिए।
परंतु आज जनता अपनी समस्या को लेकर कहां जाए और कौन निराकरण के लिए पहल करेगा जनप्रतिनिधियों इस ओर निहार रही है। जहाँ कुरुद विधायक क्षेत्र से गायब है यह बहुत बड़ी विडंबना है। कांग्रेस नेता की ओर से लगाए गए आरोप को बेबुनियाद बताते हुए नेता प्रतिपक्ष भानु चंद्राकर का कहना है कि हमारे नेता भले ही राजधानी में रहते हों लेकिन क्षेत्रवासियों से उनका जीवंत संबंध कायम है, विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने सरकार से लडक़र क्षेत्र में विकास की गति को थमने नहीं दिया है।


