कोण्डागांव

कोण्डागांव, 24 नवंबर। छत्तीसगढ़ शासन राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के अंतर्गत एक दिवसीय दिव्यांगता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कोंडागांव के ऑडिटोरियम में किया गया।
कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देशानुसार, इस प्रशिक्षण का संचालन जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य चांडक और जिला मिशन समन्वयक महेंद्र पांडे के मार्गदर्शन में किया गया। यह कार्यक्रम विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के चिन्हांकन और उनकी आवश्यकता अनुसार संसाधनों के उपयोग पर आधारित था।
समग्र शिक्षा के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के पांचों विकासखंडों से कुल 282 प्रशिक्षु प्राचार्य, शिक्षक और पालक सम्मिलित हुए। प्रशिक्षण में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के पठन-पाठन में सहायक तकनीकों और संसाधनों के उपयोग पर विस्तार से चर्चा की गई। बीआरपी और स्पेशल एजुकेटर के द्वारा प्रशिक्षुओं को विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के चिन्हांकन के बारे में उन्मुख किया गया।
प्रशिक्षक सौम्य देवांगन ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए इक्कीस प्रकार की नि:शक्तताओं की जानकारी दी, जिनमें पूर्ण दृष्टिबाधित, श्रवण बाधित, बौद्धिक नि:शक्तता, मांसपेशी दुर्विकास आदि शामिल हैं।
प्रशिक्षिका स्मिता नायडू ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोडऩे के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया। इनमें ट्रायसिकल, थैरेपी सर्विस केंद्र, शिक्षण सामग्री कीट, स्कॉर्ट अलाउंस, ट्रांसपोर्ट अलाउंस, बालिका शिष्यवृत्ति जैसी सुविधाओं का समावेश है।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दीपेश अरोरा (भा.ज.पा. जिलाध्यक्ष), जसकेतु उसेंडी (नगरपालिका उपाध्यक्ष), जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई, डीईओ आदित्य चांडक, डीएमसी महेंद्र पांडे समेत कई प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में सभी प्रशिक्षुओं के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।
इस कार्यक्रम के माध्यम से जिले के शिक्षकों और पालकों को दिव्यांग बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण जानकारी और संसाधनों का लाभ मिला।