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अयोध्या, 1 मई । लोकसभा चुनाव के बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को पहली बार अयोध्या पहुंची। इस दौरान महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वह हनुमानगढ़ी दर्शन के लिए पहुंचीं।
एयरपोर्ट से लेकर अयोध्या धाम तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह आवागमन रोका गया है। निर्धारित कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति सबसे पहले हनुमानगढ़ी पहुंचीं और दर्शन-पूजन किया। वह रामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाएंगी।
राष्ट्रपति के आगमन पर खुफिया एजेंसियों से लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जिन रास्तों से राष्ट्रपति का काफिला आएगा, उन रास्तों पर जवानों को तैनात किया गया है। सादी वर्दी में भी जवानों को लगाया गया है। सर्विलांस और इलेक्ट्रानिक उपकरणों का भी सहारा लिया जा रहा है।
(आईएएनएस)
दो कार, 26 मोबाइल फोन, शराब की बोतलें और आपत्तिजनक सामान मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। जिले की पुलिस ने देह व्यापार के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। तीन अलग-अलग ठिकानों पर छापामारी कर उसने 11 पुरुष व 5 महिला दलालों को पकड़ा है तथा उनके चंगुल से 6 लड़कियों को छुड़ाया है। इनमें चार लड़कियां कोलकाता की रहने वाली हैं।
मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली कि अमेरी के साईं विहार अपार्टमेंट मं रुखसार अहमद तथा कुछ अन्य लोग किराये का मकान लेकर देह व्यापार कर रहे हैं और उसमें दूसरे राज्यों से लड़कियां लाई गई हैं। सिविल लाइन सीएसपी उमेश गुप्ता की टीम ने अपार्टमेंट के 11 और 13 नंबर के कमरे में छापा मारा।
दोनों फ्लैट में कुछ लोग बैठे मिले। पूछताछ करने पर उन्होंने खुद को इस देह व्यापार का संचालक बताया। उन्होंने अपना नाम जावेद उर्फ सखसार अहमद, नाजी अंसारी और महिला मधुबाला बर्मन, रेखा कुर्रे बताया। कमरे खुलवाने पर एक लड़का और लड़की संदिग्ध अवस्था में मिले। आरोपी रुखसार अहमद से पूछताछ करने पर उसके द्वारा दो अन्य ठिकानों पर देह व्यापार चलाया जाना बताया। तब पुलिस ने गोकुल धाम में उसके घर पर तथा आसमा सिटी फेस 2 में रहने वाली शांता गंधर्व के मकान पर भी छापा मारा।
इन स्थानों से कुल 65830 रुपये, 26 मोबाईल फोन, आपत्तिजनक सामग्री, शराब की बोतलें, एक पुरानी मोटर सायकल, जमीन तथा बैंक के कागजात, दो कोरे चेक बुक तथा दो कार जब्त कर लिए गए।
आरोपियों के द्वारा किराये के मकान में अवैध रूप से देह व्यापार करना पाये जाने से मौके पर धारा 04, 05, 07 अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम 1956 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने 5 महिला और 11 पुरुषों को गिरफ्तार किया, जिसमें देह व्यापार का संचालक, दलालऔर ग्राहक शामिल हैं। इनसे 7 लड़कियों को मुक्त कराया गया है जिनसे देह व्यापार कराया जा रहा था। इनमें 4 लड़कियां कोलकाता की हैं। पुलिस ने बताया कि इनके पुनर्वास की कार्रवाई की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों में गोकुल धाम कॉलोनी का रुखसार अहमद, साई विहार अपार्टमेंट का नाबिर अंसारी, सरजू बगीचा का चंदन कुमार सोनी, बगीचापारा सकरी का अजय कुमार चेकल, साईं विहार अपार्टमेंट सकरी का गौरव चौबे, मुड़ापार का दिनेश चंद्रा, पाली कोरबा का तामेश्वर चंद्रा, सरदार पटेल नगर दर्री का विकास अग्रवाल, जमनीपाली का सतीश गौतम, शिव विहार कॉलोनी सरकंडा का अफजल हुसैन, राजकिशोर नगर का दीपक ठाकुर, लाटा, जरहागांव की मधुबाला बर्मन, पलानसरी कबीरधाम की रेखा कुर्रे, साई विहार अपार्टमेंट अमेरी की लक्ष्मी चंद्रा, सुचित्रा विहार कॉलोनी मंगला की गीता शर्मा तथा आसमां कॉलोनी सकरी की शांता गंधर्व शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम 9 की धारा 4, 5 व 7 के तहत कार्रवाई की गई है।
छापामार टीम में सीएसपी गुप्ता के अलावा सकरी थाना प्रभारी अभय सिंह बैस, निरीक्षक भारती मरकाम, सिरगिट्टी थाना प्रभारी हेमंत आदित्य के अलावा आरक्षक व महिला आरक्षकों की टीम शामिल थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई । महादेव सट्टा मामले में जेल में बंद पुलिस के निलंबित सिपाही भीम सिंह और कारोबारी अमित अग्रवाल को कोर्ट ने 4 मई तक ईओडब्लू की रिमांड पर दिया है। ईओडब्लू की प्रोडेक्शन वारंट आवेदन पर आज दोनों को कोर्ट में पेश किया गया । ईओडब्लू ने पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड मांगी थी। दोनों पक्षों को सुनने के बाद विशेष कोर्ट ने 4 मई तक रिमांड दिया। इसके साथ ही ईओडब्लू ने नीतिश दीवान के लिए भी प्रोडक्शन आवेदन लगाया है । इस पर कल बहस हो सकती है।
इससे पहले मंगलवार को भी कोर्ट ने निलंबित पुलिस एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर समेत सुनील दम्मानी की पुलिस रिमांड 4 मई तक बढा सभी को सौंपा था। अब ईओडब्लू सभी आरोपियों को आमने सामने बिठाकर पूछताछ करेगी।
पर पुलिस रिमांड लेने का लगाया आवेदन....
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई । 7 मई को होने वाले मतदान को शांति पूर्ण कराने केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान रायपुर पहुंचे। उन्होंने शाम शहर के प्रमुख चौक चौराहों से तीन हिस्सों में बंटकर फ्लैग मार्च निकाला ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई । कोर्ट के आदेश पर कुर्की करने पहुंचे मचकुरी को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों को विरोध का सामना करना पड़ा। कोर्ट ने एसबीआई लाइफ को 1.6 करोड़ रूपए भुगतान न करने के एवज में कुर्की आदेश जारी किया था।
दरअसल रायपुरा निवासी हिमांशु मिश्रा ने कंपनी से बीमा पालिसी ली थी। उनकी डेढ़ वर्ष पूर्व सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। पत्नी वैशाली मिश्रा ने बीमा राशि का क्लेन किया । लेकिन कंपनी के अधिकारी उन्हे घुमाते रहे। अंततः वैशाली ने कोर्ट में मामला दायर कर दिया। इस पर सुनवाई के बाद न्यायाधीश वंदना देवांगन एडीजे-7 ने 84 लाख स्लैम भुगतान का आदेश कंपनी को दिया। कंपनी के अधिकारी इससे भी नानुकुर करते रहे। कोर्ट की अवमानना का दोषी ठहराते हुए जज ने वैशाली को ब्याज समेत कुल 1.6 करोड़ देने या कुर्की के आदेश दिया। इस आदेश के आधार पर मचकुरी पुजारी पार्क स्थित एसबीआई लाइफ के दफ्तर पुलिस के साथ पहुंचा। आदेश देखते ही अधिकारी कर्मचारी कुर्की रोकने मचकुरी से दुर्व्यवहार करने लगे। इस विरोध के चलते शाम 5 बजे तक न तो क्लेम का भुगतान हुआ न कुर्की हो पाई थी।
अमरीका के इतिहास में ऐसा कम ही होता है कि किसी विश्वविद्यालय में पुलिस घुसे। न्यूयॉर्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय में फिलीस्तीन के समर्थन में कई दिनों से छात्रों के प्रदर्शन चल रहे हैं जो कि अब बढ़ते-बढ़ते दो दर्जन अमरीकी विश्वविद्यालयों सहित पश्चिम के कोई आधा दर्जन देशों में फैल चुके हैं। और ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन की अर्जी पर पुलिस यूनिवर्सिटी में घुसी, और छात्रों को गिरफ्तार किया। ये छात्र अपने आंदोलन को पूरी तरह शांतिपूर्ण और छात्रों तक सीमित रख रहे हैं, और एक छात्र नेता ने इजराइल के खिलाफ नस्लभेदी टिप्पणी की थी, तो उसे आंदोलन से तुरंत ही अलग कर दिया गया। गैरछात्रों के भी इस आंदोलन में आने पर रोक लगाई गई है, और जगह-जगह चल रहे ये आंदोलन विश्वविद्यालय के इजराइल से जुड़े किसी भी अनुदान, रिसर्च ग्रांट, शैक्षणिक संबंध खत्म करने की बात कह रहे हैं। अमरीकी विश्वविद्यालयों का इजराइल के साथ गहरा रिश्ता है, और गाजा पर इजराइल की बमबारी को देखते हुए अमरीकी नौजवानों का एक मुखर तबका झंडे उठाए खड़ा है कि ऐसे हमलावर देश से उनके विश्वविद्यालय का कोई भी संबंध नहीं रहना चाहिए। यह आंदोलन कोलंबिया विश्वविद्यालय से शुरू होकर बहुत सी दूसरी जगहों पर फैला है, और अब यह ऑस्ट्रेलिया, इटली, ब्रिटेन जैसे दूसरे पश्चिमी देशों तक पहुंच गया है। अमरीका में ही अब तक हजार से अधिक छात्र गिरफ्तार किए जा चुके हैं, और ये छात्र अमरीकी विश्वविद्यालयों के ऐसे किसी भी कंपनी से लेन-देन और रिश्ते खत्म करने की मांग कर रहे हैं जो कि गाजा पर हो रहे हमलों से किसी भी तरह की कमाई कर रही हैं। इसमें अमरीकी कंपनियां भी हैं। यह बात याद रखने की है कि फिलीस्तीन के गाजा पर चल रहे इजराइली हमलों से अब तक 34 हजार से अधिक फिलीस्तीनी मारे गए हैं।
अमरीका में छात्र आंदोलनों की यह ताजा लहर, ताजा हवा का एक झोंका है। यह नौजवान पीढ़ी में अपने देश से परे के मुद्दों से भी जुडऩे, और उनके प्रति जागरूक रहने का एक बड़ा सुबूत है। फिलीस्तीनी अपनी ही जमीन पर शरणार्थी की तरह बेघर जी रहे लोग हैं, जिनसे अमरीकी विश्वविद्यालयों या छात्रों का कोई भला नहीं हो सकता। उनका भला तो अतिसंपन्न इजराइली सरकार, वहां की कंपनियां, और वहां से जुड़े हुए कारोबारियों से हो सकता है क्योंकि अमरीकी विश्वविद्यालय निजी क्षेत्रों के साथ मिलकर हजारों किस्म के शोध करते हैं, ग्रांट पाते हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं के समूह अगर फिलीस्तीन के साथ खड़े हैं, और विश्वविद्यालय के इजराइल से किसी भी तरह के संबंध तोडऩे पर अड़े हैं, तो यह अपने हितों के खिलाफ जाकर एक सार्वजनिक हित की बात करने की मिसाल है, और इसके लिए अमरीकी छात्र आंदोलन की तारीफ की जानी चाहिए। जो नौजवान पीढ़ी अपने देश में वोट डालने के लायक हो जाती है, उस पीढ़ी को अपने देश-प्रदेश से लेकर दुनिया के बाकी हिस्सों के मुद्दों पर सोचना-विचारना भी चाहिए, और जिस देश की युवा पीढ़ी ऐसी नहीं रहती, और मुर्दा सरीखी रहती है, जैसी कि आज हिन्दुस्तान में है।
हिन्दुस्तान का एक हिस्सा मणिपुर देश के इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है, लेकिन सैकड़ों लाशें गिर जाने पर भी बाकी हिन्दुस्तान के लोगों के माथों पर शिकन नहीं आई, और वे मणिपुर को हिन्दुस्तान के बजाय पड़ोसी म्यांमार का हिस्सा अधिक मानते रहे। ऐसी मुर्दा हिन्दुस्तानी नौजवान पीढ़ी को अमरीका का आज का छात्र आंदोलन दिखाना चाहिए कि दुनिया के किसी दूसरे कोने में हो रही बेइंसाफी पर नौजवान पीढ़ी का क्या रूख रहना चाहिए। यह एक अलग बात है कि अमरीका के छात्र आंदोलन हो सकता है कि नवंबर में वहां होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव पर कोई निर्णायक असर न डाल सकें, लेकिन अगर चुनाव में मुकाबला बहुत कड़ा रहेगा, तो टक्कर की ऐसी नौबत में छात्रों का रूख तय कर सकता है कि फिलीस्तीन के मुद्दे पर अमरीका के किस राष्ट्रपति को चुनना बेहतर होगा। हम अमरीकी चुनाव को लेकर कोई भविष्यवाणी करने की हालत में नहीं हैं, लेकिन वहां ऐसा माना जाता है कि डोनल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के गोरे वोटरों के बीच फिलीस्तीन को लेकर हमदर्दी नहीं रहती है, लेकिन मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी में ऐसे हमदर्द अधिक हैं। ऐसे में इन छात्र आंदोलनों का नुकसान किसे झेलना पड़ेगा यह बता पाना अभी आसान नहीं है, लेकिन अमरीका का इतिहास बताता है कि वियतनाम पर अमरीका के हमले के खिलाफ भी वहां के छात्र उठ खड़े हुए थे। और यह कैसा गजब का संयोग है कि 2 मई 1964 को इसी न्यूयॉर्क के इसी कोलंबिया विश्वविद्यालय में चार सौ छात्रों ने वियतनाम पर अमरीकी हमले के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था, और न्यूयॉर्क शहर में जुलूस निकाला था। इसके बाद अमरीकी सरकार के खिलाफ यह आंदोलन जगह-जगह कई विश्वविद्यालयों में फैला था। दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ भी अमरीकी विश्वविद्यालयों ने आंदोलन किया था, और ऐसी कंपनियों से विश्वविद्यालय के रिश्ते तोडऩे की मांग की थी जो रंगभेदी दक्षिण अफ्रीकी सरकार के साथ कारोबार करती हैं। खुद अमरीका के भीतर रंगभेद के खिलाफ अमरीकी छात्रों के सभी नस्लों के नौजवान आंदोलन करते रहे हैं।
हिन्दुस्तान में छात्र आंदोलन या नौजवान आंदोलन मुर्दा पड़े हुए हैं। यह नौबत इस देश के लोकतंत्र के लिए भी खतरनाक है। लोग 18 बरस की उम्र से वोट डालने का हक पा लेते हैं, लेकिन उन्हें अपने देश-प्रदेश के असल जलते-सुलगते मुद्दों की जानकारी पाने की भी फुर्सत नहीं है। उन्हें काम धेले का नहीं है, और जागरूकता पाने के लिए वक्त घड़ी का नहीं है। आज लोकतंत्र के बहुत से पहलुओं को देखकर अगर कलेजा ठंडा करने की जरूरत लगती है, तो हिन्दुस्तान के बाहर देखना पड़ता है। हिन्दुस्तान के नौजवानों का एक बड़ा हिस्सा आज धर्म के चक्कर में इस हद तक डूब गया है कि उसे धर्म ही सबसे बड़ा कर्म लगने लगा है। यह धर्म हिन्दुस्तानी जनचेतना पर अफीम की तरह असर कर रहा है, और लोगों की लोकतंत्र के प्रति जागरूकता को संवेदनाशून्य बना चुका है। इस देश की नौजवान पीढ़ी को आज इस वक्त अमरीकी विश्वविद्यालयों में चल रहे छात्र आंदोलन को देखना चाहिए, और फिर यह सोचना चाहिए कि क्या हिन्दुस्तान में छात्र फिलीस्तीन के लिए न सही, अपने खुद के लिए आवाज उठाने का हौसला रखते हैं? (क्लिक करें : सुनील कुमार के ब्लॉग का हॉट लिंक)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई । राज्य प्रशासन को एसीएस स्तर की एक और अफसर मिल गया है। 1994 बैच की आईएएस रिचा शर्मा ने बुधवार को मंत्रालय में अपनी ज्वाइनिंग दे दी है। दो वर्ष से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में पदस्थ रहने के बाद जनवरी में ही केंद्र ने राज्य वापसी की अनुमति दे दी थी । रिचा दूसरी बार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गई थी। आज ज्वाइनिंग के बाद रिचा ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन से सौजन्य मुलाकात भी की। संकेत हैं कि श्री जैन आज ही रिचा की पोस्टिंग का प्रस्ताव सीएम विष्णु साय को भेज देंगे। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक उन्हे,स्वास्थ्य या वन विभाग दिया जा सकता है । अभी ये दोनों विभाग एसीएस मनोज पिंगुवा के प्रभार में हैं। रिचा की वापसी से मंत्रालय में अब तीन एसीएस हो गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई । आर.पी.एफ ने 2 अंतरराजकीय गांजा तस्करों को 20 किलो गांजा के साथ पकड़ा। इनसे जब्त गांजे की कीमत 4 लाख रूपए बताई गई है।
मंडल टास्क टीम एवं आरपीएफ पोस्ट रायपुर के जवानों ने मंगलवार को चेकिंग कर रहे थे। रात 11बजे प्लेटफार्म नंबर 05 बिलासपुर छोर एफ ओ बी सीढ़ी के पास मुखबिर के बताए हुलिया पहनावा वाले 2 युवकों को पकड़ा । दोनों के पास रखे एक एक पिठ्ठू बैग में कुल 20किलो गांजा मिला। जो अलग अलग पैकेट में पैक था।दोनों ने अपना नाम पता दिनेश कुमार 25 वर्ष निवासी- ग्राम कनीना , थाना-कनीना सतीश कुमार 44 वर्ष ,निवासी- ग्राम नांगल मोहनपुर पोस्ट- रसूलपुर थाना- रसूलपुर कनीना जिला- महेंद्रगढ़ (हरियाणा) बताया। दोनों आरोपियो को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जीआरपी के सुपुर्द किया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि बरामद गांजा को ओडिशा से खरीदकर सड़क मार्ग से रायपुर और ट्रेन से दिल्ली जाने इंतजार कर रहे थे।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने कहा मैंने पहली बार देखा है सत्ता में बैठे लोग विपक्ष पर लगा रहे आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,1 मई। सरगुजा दौरे पर पहुंचे छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने बुधवार को अंबिकापुर राजीव भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा कुछ भी प्रचार-प्रसार कर ले, झूठ पर हमेशा सच भारी पड़ता है। हमारी एकजुटता भाजपा पर भारी पड़ रही है, इंडिया गठबंधन को सबसे ज्यादा सीट मिल रही है। छत्तीसगढ़ में पहले और दूसरे चरण के मतदान के बाद भाजपा नेता 400 पार का नारा लगाना बंद कर दिए हैं, वह समझ गए हैं कि उनकी जमीन खिसक गई है।
सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र में भाजपा 10 साल पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में रही, लेकिन उसने हर वर्ग को झूठा आश्वासन और धोखा दिया, धरातल पर कोई भी काम नहीं कर सके। इनके भाषण में भी बौखलाहट साफ-साफ झलकती है। भाजपा मंदिर-मस्जिद की बात करती है, हम मनरेगा और रोजगार की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा खुद के लिए 15 वर्ष और सेना के जवानों के लिए सिर्फ 4 वर्ष दे रही है, इसे हम समाप्त कर रेगुलर भर्ती करेंगे। हर गरीब परिवार को 1 लाख रूपए देंगे। श्रमिकों को कम से कम 400 रूपए मिले, इसके लिए भी हम योजना बनाएंगे। किसान आज भी दलाल के चक्कर और सही मूल्य के लिए तरस रहा हैं, इनके लिए हम कानून बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है कांग्रेस को जनता समर्थन देगी।
सचिन पायलट ने आगे कहा कि मैं पहली बार देख रहा हूं कि सत्ता में बैठे लोग विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने इस देश के लिए क्या-क्या किया है, यह लोगों से छिपा नहीं है और आज भाजपा महिलाओं का मंगलसूत्र छिनने की बात कहकर आमजनों को गुमराह कर रही है।
सचिन पायलट से पत्रकारों ने पूछा कि इंडिया गठबंधन कितनी संख्या के साथ बहुमत में आएगी तो उन्होंने कहा कि मैं नंबर पर भविष्यवाणी नहीं करूंगा, लेकिन इंडिया गठबंधन को रिकॉर्ड बहुमत मिलेगा।
कांग्रेस के सांसद प्रत्याशियों के अचानक भाजपा में चले जाने के प्रश्न पर श्री पायलट ने कहा कि एक या दो प्रत्याशी के चले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस नेत्री राधिका खेड़ा के इस्तीफा और दूसरे दल में जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वह कहीं नहीं जा रही हैं।
शशि सिंह सबसे कम उम्र की है उम्मीदवार, जनता देगी आशीर्वाद
सचिन पायलट ने कहा कि सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की प्रत्याशी शशि सिंह पूरे देश में सबसे कम उम्र की प्रत्याशी हैं। शशि सिंह को सरगुजा की जनता का समर्थन और आशीर्वाद मिलेगा।
प्रेस वार्ता को यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने भी संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने क्रांतिकारी मेनिफेस्टो जारी किया है, देश की जनता इस बार लोकतंत्र को बचाने मतदान करेंगे।
उन्होंने दावा किया कि इंडिया गठबंधन सबसे ज्यादा सीट जीतेगी और शशि सिंह भी सरगुजा लोकसभा सीट से अच्छी मार्जिन से जीत दर्ज करेंगी।
प्रेस वार्ता में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सह प्रभारी चंदन यादव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव, पूर्व विधायक प्रीतम राम, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बालकृष्ण पाठक, अजय अग्रवाल, जेपी श्रीवास्तव, सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश गुप्ता, आशीष वर्मा, अनूप मेहता सहित अन्य मौजूद थे।
कटघोरा में गृहमंत्री ने बताए नतीजे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कटघोरा में दो चरणों के मतदान के परिणाम बताते हुए कहा कि मोदी जी सेंचुरी मारकर आगे बढ़ गए हैं। तीसरे चरण में 4 सौ पार के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने भीड़ से कहा-यह नतीजे किसी को मत बताना।
भाजपा प्रत्याशी सरोज पाण्डेय के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा पिछले समय आप लोगों ने सरोज जी को आशीर्वाद नहीं दिया था। फिर भी आप पर भरोसा करके हमने उन्हें कोरबा से प्रत्याशी बनाया है। उन्हें जीताना है। सरोज को जीताकर भेजें, कोरबा के गांव-गांव की चिंता मोदी करेंगे। मोदी के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा कि मोदीजी के पास 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड है। और अगले 25 साल का एजेंडा भी।
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को बढ़ावा दिया, हम अगले दो वर्षों में नक्सलवाद खत्म कर देंगे। नक्सलवाद कांग्रेस के लिए वोट बैंक का महत्व रहा है। राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कोरोना जैसी महामारी के समय टीकाकरण को लेकर राजनीति करते रहे शर्म की बात है। नाम लिए बगैर ज्योत्सना महंत पर शाह ने हमला किया।
उन्होंने कहा कि यहां की सांसद को आपको लापता सांसद के नाम से बुलाते हैं। वो न संसद में दिखती हैं, और न यहां। हमें भी नहीं मालूम की वो कहां। इसलिए सरोज पाण्डेय को चुनकर भेजें। वो हर बार गांव-गांव जाकर आपको परेशान कर देगी। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे की धारा 370 को लेकर बयान पर कहा कि खरगे कहते हैं 370 से छत्तीसगढ़ और कोरबा वालों का क्या लेना देना। खरगेजी 80 पार कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ और कोरबा का बच्चा-बच्चा कश्मीर के लिए जान देने तैयार है।
कांग्रेस पार्टी ने 70 साल तक 370 को गोद में बच्चे की तरह खिलाया। और आतंकवाद पनपता रहा। मोदीजी ने 2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बनते ही 370 को घाटी के पार कर दिया। राहुल बाबा कहते हैं कि धारा 370 हटी, तो खून की नदियां बहंगी। लेकिन खून छोड़ों एक कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं हुई अब तक। हमने कश्मीर से आतंकवाद को खत्म किया है। और लाल चौक पर तिरंगा शान से लहरा रहा है।
शाह ने अपने फर्जी वीडियो को लेकर कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसी कांग्रेस ने कभी किसी आदिवासी को राष्ट्रपति जैसा बड़ा पद नहीं दिया। मंच पर उनके साथ डिप्टी सीएम विजय शर्मा, श्रम मंत्री लखन देवांगन, प्रत्याशी सरोज पाण्डेय समेत कई नेता मौजूद थे।
भट्ठा दलालों के गुंडों से डरकर घर में दुबका परिवार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 1 मई । क्षेत्र से ईंट भट्ठा मजदूर दलालों द्वारा ले जाए गए परिवारों में कल समीप के ग्राम बरेकेल का एक परिवार भीख मांगता बगैर टिकट ट्रेन में सफर करता अपने घर पहुंच गया। अब यह परिवार भट्ठा दलाल से भयभीत है कि उनके गुंडे आएंगे और उन्हें घर से निकाल कर उनका घर अपने नाम रजिस्टर्ड करवा कर उनकी पिटाई करेंगे। मजदूरों को प्रशासनिक कार्रवाई का भरोसा नहीं है। लिहाजा यह परिवार अभी अपने घर मे दुबका पड़ा है।
मंगलवार की दोपहर एक मजदूर परिवार स्थानीय बस स्टैंड में उतरा। बस स्टैंड के कुछ दुकानदारों ने जब इस परिवार की दास्तान सुनी तब वे उन्हें ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता तक ले आये।
‘छत्तीसगढ़’ से बातचीत में इन मजदूरों के मुखिया ने अपना नाम कोमल पिता परमल सतनामी (47) बताया। इनके साथ इनके जुड़वा पुत्र योगेश एवं भरत (19) एवं एक 12 वर्षीय पुत्री रोशनी के साथ वापस आये हंै। ये परिवार 2023 के दिसम्बर माह में क्षेत्र का कोई लक्ष्मी नामक दलाल ले गया था। इस दलाल ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर स्थित लालसा मौर्य ईंट भट्ठा में छोड़ दिया।
यहां पहुंचने के बाद से ही उन्हें प्रतिदिन डांट-फटकार कर ट्रैक्टर में मजदूरी करवाते और उसके बाद वे ईंट बनाने में लग जाते। समय कम मिलने से इस परिवार की ईंट बनाने की क्षमता भी कम हो गयी थी, लिहाजा भट्ठा मालिक इन्हें मजदूरी तो दूर खाने का रसद(खुराकी) भी आधी देने लगा, जिससे ये आधा पेट खाकर ही दिन भर काम करते रहे।
गए थे 85 हजार कर्ज उतारने आये तो भी कर्ज में
कोमल के अनुसार उनका परिवार भट्ठा मजदूर माफिया के कर्ज के मकडज़ाल में फंसा हुआ है। दिसम्बर में भट्ठा सरदार द्वारा सूद सहित इस परिवार पर 85 हजार रुपये का कर्ज बता कर उसे छूटने भट्ठा ले जाया गया था। परन्तु भट्ठा में इन मजदूरों से ट्रैक्टर में मुफ्त मजदूरी कराई जाती रही और खाली समय में ही यह परिवार ईंट बनाता था, लिहाजा चार माह से अधिक समय में परिवार मात्र डेढ़ लाख ईंट ही बना पाया। भट्ठा मालिक द्वारा खाना बनाने हेतु रसद देना भी बन्द कर दिया था।जिससे यह परिवार आसपास के भट्ठों में काम कर रहे क्षेत्र के मजदूरों से राशन लेकर पेट भरते रहे। इसके बाद अचानक शनिवार को भट्ठा मालिक ने इस परिवार को भूखे प्यासे ही निकल दिया।
भीख मांग कर पहुंचे घर
कोमल के अनुसार भट्ठा में हिसाब नही करने एवम उन्हें रुपये नहीं देने के कारण पेट भरने के लिए उन्हें भीख तक मांगनी पड़ी। इसके बाद अपने रिश्तेदारों को मोबाइल कर इन्होंने जैसे तैसे कुछ रुपये मंगवाए और सीधा रेलवे स्टेशन पहुच गए।रुपये कम होने की वजह से इन्होंने मात्र दो टिकट ही खरीदे और दो ही टिकट में चारों मजदूर डरे सहमे अपने घर पहुंचे।
कहीं कोई नहीं सुनता
मजदूरों के शोषण की क्षेत्र में प्रतिवर्ष दर्जनों घटनाएं सामने आती हैं, परन्तु प्रशासन द्वारा कभी कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर यही कहते मामला समाप्त किया कि मजदूर अपनी मर्जी से जाते हैं, इसलिए हम क्या करें?
पहले कर्ज फिर दुगुना ब्याज, अंतत: दीगर प्रांत जा रहे
भट्ठा दलालों की सफलता की कहानी यह है कि वे जुलाई में पहले तो ग्रामीण क्षेत्रो में जाकर ब्याज में रुपये बांटते है।फिर सितंबर में मूल से कई गुना ज्यादा का हिसाब निकाल कर मजदूरों से रुपये वापस मांगते है जो कि मजदूरों के लिए सम्भव नही होता लिहाजा उन्हें ईंट भट्ठा जा कर कर्ज उतारने की सलाह दी जाती है।
मजदूर द्वारा सलाह न मानने पर उन्हें थर्ड डिग्री का उपयोग कर ले जाया जाता है। थर्ड डिग्री इतनी भयावह होती है कि तालिबानी प्रताडऩा कहा जा सकता है। इतनी प्रताडऩा के बाद जब किसी अखबार में खबर प्रकाशन के बाद प्रशासन इनसे इनकी मर्जी पूछता है तब वे अपनी मर्जी से ही जाना बताते है क्योंकि वे समझ चुके होते है कि उनके नहीं बोलने का अंजाम बुरा होता है। आम तौर पर पूरा प्रशासन भी भट्ठा सरदारों का हिमायती लगने लगता है।
600 मजदूर का 400 दलाल के
ईंट भट्ठे में मजदूरों का सभी तरफ से शोषण होता है। चाहे इसमें उसका परिवार हो मेहनत हो या मेहनत का हिसाब। एक भट्ठा दलाल ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भट्ठा में दलालों को 1000 से 1100 रुपये प्रति हजार ईंट बनाने की मजदूरी दी जाती है जिसमें से दलाल का कमीशन 400 काट कर मजदूरों का हिसाब 600 रुपये प्रति हजार ईंट के अनुसार होता है। इसमें मजदूरों के खाने के रसद के पैसे अपने अनुसार भट्ठा मालिक मजदूर की मेहनत से काट लेता है।लिहाजा मजदूरों का कर्ज मुक्ति का सपना धरा का धरा रह जाता है और मजदूर एक बार पुन: कर्ज लेकर एवम कुछ नगद राशि लेकर वापस लौटते हैं।
बिना जुर्म काम मुमकिन
छत्तीसगढ़ में एक ताजा गिरफ्तारी भारतीय संचार सेवा के एक बड़े अफसर, मनोज सोनी, की हुई है, जिन्हें ईडी ने 140 करोड़ के कस्टम राईस मिलिंग घोटाले में गिरफ्तार किया है। मनोज सोनी मार्कफेड में एमडी थे, और यह घोटाला उसी समय का बताया जा रहा है। उनके पहले कुछ आईएएस अफसर भी अलग-अलग घोटालों में ईडी के गिरफ्तार किए हुए जेल में हैं। इनमें कोरबा में कलेक्टर रही रानू साहू भी एक हैं। कोरबा में किरण कौशल भी कलेक्टर थीं, और बाद में वे मार्कफेड में एमडी भी रहीं। इन दोनों ही कुर्सियों पर उनके बाद बैठने वाले लोग जेल में हैं, लेकिन किरण कौशल पर आंच नहीं आई है। ये सारी ही नियुक्तियां भूपेश सरकार के समय की है, मतलब यह कि मुख्यमंत्री के नाम पर सौम्या चौरसिया राज चल रहा था। लेकिन न तो कोरबा कलेक्टर रहते, और न ही मार्कफेड एमडी रहते किरण कौशल ने अपने हाथ जलाए। नतीजा यह है कि जब उनके बाद इन कुर्सियों पर आने वाले लोग जेल में हैं, वे ईडी के छापों से मुक्त अपना सामान्य कामकाज कर रही हैं। यह समझने की जरूरत है कि सत्ता के किसी दबाव के बाद भी अफसर बिना जुर्म किए भी काम कर सकते हैं।
मार्कफेड की कुर्सी पर बैठे एमडी की लिस्ट देखें, तो किरण कौशल के बाद के दोनों एमडी अब जेल में हैं।
शादी समारोह में बच्चे की मौत
मार्च के पहले सप्ताह में दिल्ली से सटे गुरुग्राम के एक रेस्टोरेंट में डिनर के बाद माउथ फ्रेशनर खाने से पांच लोगों का मुंह जलने लगा और खून बहने लगा। उन्हें खाने के लिए ड्राई आईस दी गई थी। इस मामले में रेस्टोरेंट के मैनेजर की गिरफ्तारी हुई और दो अन्य लोगों के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया गया। दक्षिण भारत के दावणगेरे का एक वीडियो बीते महीने वायरल हुआ था जिसमें एक बच्चे को धुएं वाला पदार्थ परोसा गया। पीने के बाद वह दर्द से चीखने लगा। उसे अस्पताल में इलाज के बाद बचा लिया गया था। एक आनंद मेले में बच्चे को स्मोक बिस्किट के नाम पर इसे खाने के लिए दिया गया था। अब राजनांदगांव के एक शादी समारोह में एक बच्चे ने ड्राई आईस खा ली। उसकी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत ही हो गई। पता चला है कि दूल्हा-दूल्हन की एंट्री के दौरान वीडियोग्राफी करते समय धुआं निकालने के लिए ड्राई आईस का इस्तेमाल किया गया था, जिसे बाद में खुले में फेंक दिया गया। गुरुग्राम और दावणगेरे के मामलों में कुछ नया और एक्साइटिंग आइटम खिलाने के उद्देश्य से ड्राई आइस का इस्तेमाल किया गया। राजनांदगांव में इंवेट मैनेजरों तथा समारोह की व्यवस्था देख रहे लोगों की लापरवाही सामने आई है। ड्राई आईस खाने की चीज नहीं है। यह पानी से नहीं बनता। बर्फ का तापमान सामान्य तौर पर माइनस 4 डिग्री सेल्सियस होता है तो ड्राई आइस का माइनस 80 डिग्री। बर्फ पिघलती है तो पानी बन जाती है लेकिन यह पिघले तो कार्बन डाय ऑक्साइड। वैसे तो औद्योगिक क्षेत्रों व मेडिकल स्टोर में इसका अधिक उपयोग है, पर शादी समारोहों में जहां फ्रिज नहीं होते, भोजन को ताजा रखने के लिए काम लाया जाता है। फोटोशूट में भी इसका उपयोग होता है जैसा राजनांदगांव में हुआ। शायद यह नई तरह की दुर्घटना अब आयोजकों को जिम्मेदार और मेहमानों को सतर्क रहने की सीख देगी।
एक प्रवेश की तैयारी?
भाजपा ने कल राजधानी में बुद्धिजीवी सम्मेलन आयोजित किया है। इसमें दो दर्जन से अधिक पेशेवर सीए, वकील, डॉक्टर, जैसे प्रोफेशनल्स ग्रुप के लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसे संबोधित करने महाराष्ट्र के दिग्गज नेता विनोद तावड़े आ रहे हैं। यह हुई सामान्य सूचनात्मक खबर।
अब यह बता दें कि तावड़े राष्ट्रीय स्तर पर बनी उस समिति के संयोजक हैं जो भाजपा प्रवेश के इच्छुक अन्य दलों के राष्ट्रीय नेताओं की पड़ताल कर भगवा दुपट्टा पहनाती है। रायपुर आते ही उन्हें कांग्रेस की एक नेत्री राधिका खेरा को भगवा दुपट्टा पहनाने का अवसर मिलता दिख रहा है। कल ही अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद पार्टी छोडऩे की घोषणा कर चुकी हैं। और भाजपा ने प्रवक्ता केदार गुप्ता ने भी उन्हें कांग्रेसियों से बचने की सलाह देते हुए मोदी की गारंटी दी है कि छत्तीसगढ़ में उन्हें कुछ नहीं होगा।
एक हाथ दे दूसरे से ले
चुनाव में लाखों खर्च करने वाले नेता अब खर्च निकालने में जुट गए हैं। पिछले दिनों हमने इस जुगाड़ में सक्रिय रायपुर जिले के ही दो नेताओं की बात इसी कॉलम में की थी। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए पार्टी सूत्रों ने दुर्ग संभाग के नेताजी की जानकारी दी है। बताया गया है कि चुनाव में नेताजी को घर से तो एक लाख भी खर्च नहीं हुए होंगे। उनकी जीत में तन मन धन तीनों ही पार्टी ने ही लगाया था। लेकिन वे खर्च निकालने कोई चूक नहीं कर रहे। हाल में नेताजी एक सामाजिक कार्यक्रम में गए। समाज के जिला अध्यक्ष ने सामाजिक भवन निर्माण के लिए निधि से अनुदान मांगा। नेताजी मंच पर ही सौदेबाजी में उतर आए। हां, ना के बीच 50 हजार का सप्रेम भेंट मिलने के बाद ही 10 लाख के अनुदान की घोषणा कर मंच से उतरे। नेताजी ये लिए चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाले यह अध्यक्ष अब बड़े नेताओं को सब बता रहा है।यह और कोई नहीं विधायक हैं।
भ्रष्टाचार का बीज
बीज निगम ने एक फर्म को हाइब्रिड बीज सप्लाई का काम दिया है, जिसके दस्तावेज ही संदिग्ध बताए जा रहे हैं। फर्म को उसके टर्नओवर से कई गुना अधिक का सप्लाई आर्डर दिया गया । इस फर्म का का तीन साल का टर्नओवर लगभग 31 लाख रुपये है और उसे 14 करोड़ का काम मिला है। इसे बीज निगम के निविदा विभाग में पदस्थ एक अधिकारी का कारनामा बताया जा रहा है। ये वही अधिकारी हैं, जो एक मामले में निलंबित हो चुके हैं।
जिस कंपनी को काम मिला है, उसके पास न ही कोई लाइसेंस है, न ही उसकी गुणवत्ता के लिए जरूरी मार्का का कोई अस्तित्व है इस पूरे मामले में हॉर्टिकल्चर के अंबिकापुर, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर, कोंडागांव, जगदलपुर, बालोद, गरियाबंद के जिला स्तर के अधिकारियों ने भी सप्लाई में खूब मदद की। मामले की शिकायत उच्च स्तर के अधिकारियों तक पहुंची है गड़बड़ी करने वाले अब इस मामले में बीज की सप्लाई दिखाकर भुगतान की तैयारी में भी जुटे हैं।
भेज रहे हैं स्नेह निमंत्रण...
सात मई को छत्तीसगढ़ की शेष सात लोकसभा सीटों पर होने जा रहे मतदान में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी हो, इसके लिए जागरूकता के कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जशपुर जिले के प्रवासी मजदूरों को जिला प्रशासन की ओर से पोस्टकार्ड भेजा जा रहा है। इसमें काव्यमय निमंत्रण है। इन श्रमिकों से मतदान के लिए घर लौटने का आग्रह किया गया है। अब पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय पत्र और डाक विभाग के लिफाफे चलन में कम रह गए हैं। ऐसे में लगता है कि इसका अलग असर होगा। वरना श्रम विभाग के पास पंजीकृत प्रवासी श्रमिकों के मोबाइल नंबर भी हैं। इस निमंत्रण पत्र से यह भी पता चल रहा है कि कभी 15 पैसे में मिलने वाले पोस्टकार्ड का दाम अब 50 पैसे हो चुका है।
विधायक का नाम वसूली में !
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूलों की उत्कृष्टता पर स्टाफ और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते सवाल तो पहले से ही उठने लगे थे लेकिन अभनपुर से जो मामला सामने आया है उसने तो रही-सही कसर पूरी कर दी है। पालकों ने प्राचार्य टी लाल के खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत की। नवमीं कक्षा में पूरक आए बच्चों को पास करने के लिए उनसे 15 से 20 हजार रुपये मांगे गए। रुपये नहीं देने पर फेल करने की धमकी दी गई। शिकायत के मुताबिक प्राचार्य ने फोन पे से भी रुपये लेने में कोई झिझक महसूस नहीं की। इसी से लेन-देन की बातें पुख्ता हुई। यह भी पता चल रहा है कि जांच अधिकारियों से प्राचार्य ने कहा कि उन्होंने विधायक के लिए यह वसूली की है। किस विधायक के लिए? अभनपुर विधायक को साफ कर देना चाहिए कि प्राचार्य गलत बोल रहे हैं, क्योंकि सबसे पहले लोगों का ध्यान तो स्थानीय विधायक की तरफ ही जाएगा।
परिजनों संग ग्रामीणों का चक्काजाम, 60 लाख मुआवजे की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 मई। दुर्ग-पाटन फोरलेन सडक़ निर्माण में काम कर रहे एक मजदूर की बीती रात हाईवा की चपेट में आने से मौत हो गई। इसके बाद आज देवादा गांव के पास बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया है। परिजन निर्माण कंपनी से 60 लाख रुपए के मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
सूचना मिलते ही पाटन थाना प्रभारी समेत आसपास के थाना क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंची हुई है। पुलिस सहित जिला प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को समझाने में लगे हुए हैं। इस हादसे की जांच भी शुरू कर दी गई है। खबर लिखे जाने दोपहर एक बजे तक ग्रामीण धरने पर बैठे हैं। भाजपा और कांग्रेस के स्थानीय नेता भी मौके पर पहुंचे गए हैं।
बताया जा रहा है कि सिक्सलेन बनाने वाली कंपनी के अंडर में मजदूर काम कर रहा था। इसी दौरान कल रात हाईवा की चपेट में आने से मजदूर की मौत हो गई। मृतक के परिजन निर्माण कंपनी से 60 लाख रुपए के मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई । कांग्रेस शासन काल में वन बल प्रमुख रहे सीनियर आईएफएस राकेश चतुर्वेदी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेंगे। वे कटघोरा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों भगवा दुपट्टा पहनेंगे।
एक सौ से ज्यादा आईएमए डॉक्टरों ने लिया फैसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर,1 मई। मतदान करने वाले लोगों को इलाज शुल्क (ओपीडी) में आधी छूट दी जायेगी। मतदान के दूसरे दिन 8 मई को यह छूट मिलेगी। इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने स्वीप अभियान में हिस्सेदारी निभाते हुए इस आशय का निर्णय लिया है। एक सौ से ज्यादा संघ के सदस्यों ने अपने अस्पतालों में छूट दिये जाने पर सहमति जताई है।
संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर अवनीश शरण से मुलाकात कर इस निर्णय से अवगत कराया। उन्होंने इस आशय का कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा। कलेक्टर ने आईएमए के इस निर्णय की सराहना करते हुए ओपीडी शुल्क में आधी छूट के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि इससे लोग मतदान के लिए प्रेरित होंगे और विशेषकर शहरी इलाकों में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। लाभ पाने के लिए उन्हें अमिट स्याही लगे उंगली और सेल्फी युक्त फोटो दिखाना होगा।
इस अवसर पर एसपी रजनेश सिंह, निगम आयुक्त अमित कुमार, सीएमएचओ डॉ. सहित आईएमए के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश देवरस, सचिव डॉ. सौरभ लुथरा सहित आईएमए के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे। उन्होंने शतप्रतिशत मतदान के लिए संकल्प भी लिया और सभी से मतदान करने की अपील भी की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। छत्तीसगढ़ के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने प्रदेश के तीन सिविल न्यायालयों का वर्चुअल निरीक्षण किया। इस दौरान लंबित प्रकरणों व अन्य विषयों पर उन्होंने न्यायिक अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सिविल न्यायालय, जनकपुर का वर्चुअल निरीक्षण कर उन्होंने सिविल जज वर्ग-2 अंशुल वर्मा से न्यायालय में लंबित प्रकरणों की जानकारी ली। न्यायालय में लंबित सबसे पुराने प्रकरणों की भी जानकारी ली तथा उनके लंबित होने के कारणों को जाना तथा शीघ्र निराकरण के लिए आवश्यक निर्देश दिया
चीफ जस्टिस ने जनकपुर न्यायालय परिसर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यहां की साफ-सफाई व अधोसंरचना पर संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने आवासीय परिसर, निवास स्थान व मूलभूत सुविधाओं की भी जानकारी ली।
इसके बाद उन्होंने सिविल न्यायालय, छुईखदान (जिला राजनांदगांव) तथा राजपुर (जिला बलरामपुर स्थान रामानुजगंज) का भी वर्चुअल निरीक्षण किया। सिविल न्यायालय, छुईखदान के सिविल जज वर्ग-2 ईशान व्यास तथा सिविल न्यायालय, राजपुर के सिविल जज वर्ग-2 आलोक पाण्डेय से न्यायालय में लंबित प्रकरणों तथा सबसे पुराने प्रकरणों की जानकारी ली तथा शीघ्र निराकरण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। न्यायालय परिसर का भी निरीक्षण किया गया तथा आवासीय परिसर, निवास स्थान व मूलभूत सुविधाओं की भी जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश सिन्हा नियमित रूप उच्च न्यायालय व जिला न्यायालयों के भौतिक निरीक्षण करते हैं। न्यायालयों की दक्षता तथा आधारभूत संरचना की व्यवस्था में इसके चलते सुधार आया है।
रायपुर, 1 मई। एक मई अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के मौके पर बुधवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गांधी मैदान चावड़ी पहुंचे। जहां उन्होने दिहाड़ी श्रमिको के बीच बैठकर बोरे बासी खाया। इस मौके पर विधायक मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा समेत कई मजदूर शामिल हुए।
बिलासपुर, 1 मई। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने दो आईएएस अधिकारियों के विरुद्ध शिकायतों की लंबित जांच को चार सप्ताह के भीतर पूरी करने का आदेश शासन को दिया है।
आरटीआई कार्यकर्ता राजकुमार मिश्रा ने एक याचिका में बताया था कि चार आईएएस अधिकारियों के विरुद्ध शिकायतों की लंबे समय से जांच लंबित है। इस पर कार्रवाई का निर्देश शासन को दिया जाए।
शासन की ओर से जवाब दिया गया कि बलरामपुर-रामानुजगंज के तत्कालीन कलेक्टर अलेक्स पॉल मेनन और उद्यानिकी विभाग के तत्कालीन संचालक भुवनेश यादव के खिलाफ मिली शिकायतों की जांच पूरी कर प्रकरण समाप्त कर दिया गया है। गरियाबंद के तत्कालीन अतिरिक्त कलेक्टर जीआर चुरेंद्र तथा पेंड्रा के तत्कालीन एसडीएम भीम सिंह के विरुद्ध जांच लंबित है।
चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रजनी दुबे की डिवीजन बेंच ने दोनों के विरुद्ध जांच 4 सप्ताह के भीतर पूरी करने का आदेश सरकार को दिया है।
विशाखापत्तनम, 1 मई। आंधप्रदेश विधानसभा चुनाव में पीठापुरम सीट पर ट्रांसजेंडर प्रत्याशी तमन्ना सिम्हाद्री का लक्ष्य यहां ब्राह्मण बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए वैदिक स्कूल की स्थापना करने के अलावा इस शहर को राष्ट्रीय स्तर पर आध्यात्मिक केंद्र के रूप में तब्दील करना है।
भारतीय चैतन्य युवाजन पार्टी से प्रत्याशी तमन्ना की उम्मीदवारी ने इस निर्वाचन क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य को पेचीदा बना दिया है क्योंकि उन्होंने अपने विरोधियों राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी एवं जनसेना के संस्थापक पवन कल्याण एवं वाईएसआर कांग्रेस की वंगा गीता के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
तमन्ना ने 2019 में मॉडलिंग छोड़कर राजनीति में कदम रखा और आंध्रप्रदेश में चुनाव लड़ने वाली पहली ट्रांसजेंडर बनीं। उन्होंने तब मंगलगिरि से तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें पराजय मिली थी।
तमन्ना ‘बिग बॉस’ के तेलुगु संस्करण में हिस्सा लेकर सुर्खियों में आयी थीं। यह इस कार्यक्रम का तीसरा संस्करण था जो तेलुगु टीवी चैनलों पर प्रसारित हुआ था।
जब तमन्ना से पूछा गया कि क्या वह इतने ताकतवर नेताओं को चुनौती दे पायेंगी तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे चुनाव लड़ने के लिए करोड़ों रुपये क्यों चाहिए? मुझे घूमने के लिए हेलीकॉप्टर की जरूरत नहीं है। मैं पैसे बांटकर वोट नहीं खरीदती। मेरा दृष्टिकोण बहुत साफ़ है। मैं घर-घर जाकर प्रचार करूंगी। लोग मेरा आदर कर रहे हैं।’’
तमन्ना के चुनाव हलफनामे के अनुसार उनके पास साढ़े सात लाख रुपये की चल संपत्ति है जिनमें स्वर्णाभूषण भी हैं।
उनके इंस्टाग्राम पेज के 40000 से अधिक ‘फॉलोवर्स’ हैं। उनका फेसबुक और यूट्यूब एकाउंट भी है जहां बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि मैं जीत जाती हूं तो मैं पीठापुरम को राष्ट्रीय स्तर पर आध्यात्मिक केंद्र में बदलना चाहती हूं। मैं वैदिक विद्यालय स्थापित कर ब्राह्मण बच्चों को मुफ्त शिक्षा देना चाहती हूं । मैं यह भी सुनिश्चित करना चाहती हूं कि सरकार एक आध्यात्मिक केंद्र के वास्ते 20 एकड़ जमीन दे।’’
वह इस क्षेत्र में एक सिंचाई परियोजना भी क्रियान्वित होते हुए देखना चाहेंगी ताकि साल में दो फसलों की गांरटी सुनिश्चित हो। (भाषा)
लंदन, 1 मई। कोलकाता में जन्मी इतिहासकार-लेखिका श्राबणी बासु को साहित्य तथा साझा ब्रिटिश भारतीय इतिहास के अध्ययन के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए लंदन विश्वविद्यालय ने ‘डॉक्टरेट’ की मानद उपाधि प्रदान की है।
सर्वाधिक बिकने वाली जीवनी संबंधी पुस्तकों ‘स्पाई प्रिंसेंज : द लाईफ ऑफ नूर इनायत खान’ और ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल: द ट्रू स्टोरी ऑफ क्वीन्स क्लोजेस्ट कॉन्फिडेंट’ की लेखिका बासु ने मंगलवार को एक दीक्षांत समारोह में ‘डॉक्टर ऑफ लिटरेचर’ की अपनी मानद उपाधि ग्रहण की। ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल: द ट्रू स्टोरी ऑफ क्वीन्स क्लोजेस्ट कॉन्फिडेंट’ पर एक फिल्म भी बनी है जिसे ऑस्कर के लिए नामित किया गया था और उसमें डेम जूडी डेंच ने अभिनय किया था।
ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय की बहन प्रिसेंज रॉयल-- प्रिसेंज एन्नी ने विश्वविद्यालय की कुलाधिपति के तौर पर बासु को यह डिग्री प्रदान की।
बासु ने इस ‘विनम्रतापूर्ण एवं गौरवपूर्ण क्षण’ का उल्लेख करते हुए अपने संबोधन में कहा, ‘‘2009 में यह लंदन विश्वविद्यालय ही था जिसने हमें गॉर्डन स्क्वायर पर द्वितीय विश्वयुद्ध की नायिका नूर इनायत खान का स्मारक बनाने की अनुमति दी थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ विश्वविद्यालय ने नूर इनायत खान की स्मृतियों के महत्व को पहचाना जिनके बारे में उस समय लोग बहुत कम जानते थे। यह उनका स्मारक दिवस था जब 2012 में प्रिसेंज रॉयल ने उनकी आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया था। आज दुनियाभर से लोग इस स्मारक पर आते हैं और नूर की कहानी अच्छी तरह लोगों को पता चल गयी है।’’
दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक करने वाली डॉ. बासु ने अपने संबोधन में 1980 के दशक में पत्रकार के रूप में भारत से ब्रिटेन आने की अपनी यात्रा का जिक्र किया जब वह कई छिपी हुई अद्भुत बातों से रूबरु हुईं और इन बातों को उनकी किताबों में जगह मिली। अब वह लंदन में रहती हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली/नोएडा, 1 मई। दिल्ली और उससे सटे नोएडा के छह विद्यालयों को बुधवार सुबह परिसर में बम रखे होने की धमकी मिलने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गयी। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मयूर विहार इलाके में स्थित मदर मैरी स्कूल, द्वारका स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, चाणक्यपुरी के संस्कृति स्कूल, वसंत कुंज के दिल्ली पब्लिक स्कूल, साकेत स्थित एमिटी स्कूल और नोएडा सेक्टर 30 में दिल्ली पब्लिक स्कूल को ईमेल के जरिये परिसर में बम रखे होने की धमकी दी गई।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि सभी विद्यालयों को खाली करा लिया गया और स्थानीय पुलिस को ईमेल के बारे में जानकारी दे दी गयी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बम का पता लगाने वाली टीम, बम निरोधक दस्ता और दिल्ली दमकल सेवा के अधिकारी तुरंत दिल्ली के विद्यालयों में पहुंच गए और तलाशी अभियान जारी है।
नोएडा पुलिस ने कहा कि शहर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में कक्षाएं निलंबित कर दी गयीं और पुलिस बल तैनात किया गया है।
नोएडा पुलिस ने एक बयान में बताया, ''सूचना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस बल स्कूल के आसपास तलाशी अभियान चला रहा है। अन्य जरूरी उपाय भी किये जा रहे हैं।''
एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि और भी विद्यालयों को इस तरह का धमकी भरा ईमेल मिला होगा और संदेह है कि इन सबके पीछे एक ही व्यक्ति का हाथ है।
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ समेत सुरक्षा एजेंसियां ईमेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी हैं।(भाषा)
बीजिंग, एक मई। चीन में कोविड-19 वायरस के अनुक्रमण से जुड़ी जानकारी सबसे पहले प्रकाशित करने वाले वैज्ञानिक ने कहा कि उन्हें कई दिन के विरोध प्रदर्शन के बाद अपनी प्रयोगशाला में वापस जाने की अनुमति दे दी गई है।
वैज्ञानिक झांग योंगझेन ने बुधवार को सोशल मीडिया में अपने पोस्ट में लिखा कि अधिकारी उन्हें और उनकी टीम को प्रयोगशाला में जाने देने और शोध जारी रखने पर ‘‘अस्थाई रूप से सहमत’’ हो गए हैं।
झांग और उनकी टीम को अचानक प्रयोगशाला छोड़ने को कहा गया था। वह सप्ताहांत से अपनी प्रयोगशाला के बाहर धरना दे रहे थे। यह घटनाक्रम कोरोना वायरस पर अनुसंधान कर रहे वैज्ञानिकों पर बीजिंग के बढ़ते दबाव का संकेत देता है।
‘शंघाई पब्लिक हेल्थ क्लिनिकल सेंटर’ ने पहले कहा था कि झांग की प्रयोगशाला का नवीनीकरण किया जा रहा है और सुरक्षा कारणों से इसे बंद किया गया है लेकिन झांग ने कहा कि उनकी टीम को कोई विकल्प नहीं दिया गया और नई प्रयोगशाला अनुसंधान के लिए सुरक्षा मानकों के अनुरूप नहीं है।
झांग से जुड़ी यह घटना यह दिखाती है कि चीन कैसे वायरस से जुड़ी जानकारियों को नियंत्रित कर रहा है।
‘एसोसिएटेड प्रेस’ की जांच में पाया गया कि सरकार ने कोरोना वायरस फैलने के शुरुआती दिनों से ही इसके बारे में पता लगाने संबंधी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को रोका था। यह सिलसिला अब भी जारी है, प्रयोगशालाएं बंद हैं, विदेशी वैज्ञानिकों को देश से जाने के लिए कहा गया और चीनी अनुसंधानकर्ताओं के देश छोड़ने पर रोक लगाई गई है। (एपी)
नयी दिल्ली, 1 मई। लोकसभा चुनाव का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के निमंत्रण पर भारत की यात्रा पर आए 10 देशों के 18 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित पार्टी के कई नेताओं से बातचीत करेंगे।
भाजपा ने कहा कि विदेशी नेताओं को पार्टी के चुनाव अभियान की जानकारी दी जाएगी और उन्हें उसकी रणनीतियों और समग्र चुनावी प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा।
पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि विदेशी प्रतिनिधि बुधवार को नड्डा से मुलाकात करेंगे और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ भी बातचीत करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया की लिबरल पार्टी, वियतनाम की वियतनाम कम्युनिस्ट पार्टी, बांग्लादेश की अवामी लीग, इजराइल की लिकुड पार्टी, युगांडा की नेशनल रेजिस्टेंस मूवमेंट, तंजानिया की चामा चा मापिनदुजी और रूस की यूनाइटेड रशिया पार्टी उन राजनीतिक दलों में शामिल हैं, जिनके प्रतिनिधि भारत की यात्रा पर हैं।
श्रीलंका से पोडुजन पेरामुना और यूनाइटेड नेशनल पार्टी, मॉरीशस से मिलिटेंट सोशलिस्ट मूवमेंट, मॉरीशस लेबर पार्टी, मॉरीशस मिलिटेंट मूवमेंट और पार्टी मॉरिशियन सोशल डेमोक्रेट, नेपाल से नेपाली कांग्रेस, जनमत पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनिफाइड मार्क्सवादी-लेनिनवादी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी) और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के प्रतिनिधि भी भाजपा के निमंत्रण पर भारत का दौरा कर रहे हैं।
भाजपा के विदेश मामलों के विभाग के प्रभारी विजय चौथाईवाले ने कहा कि यह यात्रा पार्टी के वैश्विक संपर्क कार्यक्रम 'भाजपा को जानो' का हिस्सा है, जिसे नड्डा ने पिछले साल पार्टी के 43वें स्थापना दिवस पर शुरू किया था। (भाषा)