रायपुर
सीएएफ भर्ती, अभ्यर्थी परिजनों के साथ गृहमंत्री के बंगले पहुंचे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 दिसंबर। छत्तीसगढ आर्म फोर्स (सीएएफ)भर्ती के कैंडिडेट अपने बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी बच्चों के साथ गृह मंत्री विजय शर्मा से मिले। इस दौरान हुई चर्चा में इन अभ्यर्थियों ने 2018 की प्रतीक्षा सूची के चयनितों को नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग की। ये लोग 7 वर्ष से इंतजार कर रहे हैं। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार एक तरफ सरेंडर करने पर नक्सलियों को सरकारी नौकरी के साथ अन्य सुविधाएं दे रही है और प्रतिक्षा सूची के पढ़े लिखे 417 पात्र युवाओं को चयनित होने के बाद भी नियुक्ति न देना अन्याय है। इसे लेकर हमारे मन में भी कहीं इस तरह का भाव न आए और कहीं उनके राह पर चलने मजबूर हो जाए।
इन लोगों ने शर्मा को, केन्द्रीय मंत्री अमित शाह के नाम ज्ञापन भी सौंपा । इसमें कहा गया है कि जनवरी 2018 में 1786 पदों में से 417 का चयन कर शेष को प्रतीक्षा सूची में रखा गया था।
चयन सूची जारी होने के बाद राज्य कांग्रेस का शासनसत्ता में आने से भाजपा शासन कार्यकाल के अध्यार्थी है। कहकर ज्वाइनिंग नहीं ली गई । जो विधि व भर्ती नियम का उल्लंघन है। इसके बाद से लगातार शासन व प्रशासन के माध्यम मांग करते रहे हैं। एक वर्ष पहले व बाद में गृहमंत्री व डीजीपी ने भर्ती प्रकियाधीन होने का आश्वासन दिया। हाल में विधानसभा अध्यक्ष और गृहमंत्री से मिले आश्वासन पर पीएचक्यू और गृह विभाग में संपर्क किया गया लेकिन मंत्रालय में जाने पर पुलिस मुख्यालय भेजते हैं। और विगत 7 वर्ष से अभ्यार्थी प्रतिक्षा सूची में है।
ऐसी स्थिति में हमारी आयु सीमा भी खत्म हो रही है।और हम अभ्यार्थी राजनीति शिकार होते जा रहे है। ऐसे में नियुक्ति आदेश जारी करने गृह विभाग को आदेश किए जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में पार्वती, चांदनी सोमवानी, सुमिता नारंग, किरण कुमार, अमरनाथ, जीतेन्द्र दास, गिरधर लाल, छतनकांत, सुरजीत कुमार, वैभव प्रसाद, योगेश कुमार, भीष्म प्रसाद, कृष्णानंद, ओमप्रकाश, और शिवशंकर शामिल हैं।


