महासमुन्द

भोरिंग में अस्पृश्यता निवारण सद्भावना शिविर
01-Feb-2021 5:17 PM
भोरिंग में अस्पृश्यता निवारण सद्भावना शिविर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी।
आदिम जाति अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक विकास विभाग के तत्वावधान में ग्राम भोरिंग में अस्पृश्यता निवारण सदभावना शिविर का आयोजन किया गया। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सभापति अमर अरूण चंद्राकर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद पंचायत उपाध्यक्ष त्रिलोकी राधेश्याम ध्रुव ने की। विशेष अतिथि के रूप में अरूण चंद्राकर, सांसद प्रतिनिधि संदीप दीवान, जनपद सदस्य सत्यभान जेंड,्रे सरपंच उषा राजेश साहू, ओसराम ढीढी, पूर्व जनपद सदस्य गिरधर आवड़े व तुलसी राम साहू मौजूद थे।

मुख्य अतिथि ने अस्पृश्यता निवारण के लिए गांधीजी के जीवन प्रसंग व डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा संविधान में समानता के प्रावधानों के लिए किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आपसी भेदभाव से दूर रहते हुए मानवता के लिए काम करने की जरूरत है। मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है। ईश्वर ने जाति व्यवस्था नहीं बनाई है, यह मानव समाज द्वारा निर्मित की गई है। उन्होंने कहा कि अस्पृश्यता जैसे कलंक को समाज से बाहर निकालकर आपस में भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है। 
समाज में सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए शिक्षा के विकास होने पर ही समाज में सुधार आवश्यक होगा। आज गांव.शहरों में बिना किसी भेदभाव.छुआछूत के लोग सामूहिक भोज व अन्य आयोजनों में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने हर वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
 


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