महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 जुलाई। रविवार को सरायपाली पहुंचे उप मुख्यमंत्री अरुण साव को ज्ञापन देने के उद्देश्य से विधायक कार्यालय में जमा कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अचानक पुलिस ने वहां से उठाकर थाने में बिठा दिया। जिन्हें बाद में विधायक के हस्तक्षेप के बाद छोड़ा गया।
मिली जानकारी अनुसार विभिन्न कार्यों के लोकार्पण व भूमिपूजन कार्यक्रम हेतु सरायपाली पहुंचे उप मुख्यमंत्री अरुण साव से मुलाकात कर उन्हें क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराने के उद्देश्य से अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता स्थानीय विधायक कार्यालय में एकत्रित हुए थे। इससे पहले कि वे उप मुख्यमंत्री से मिल पाते, उनमें से जफर उल्ला खान, भरत मेश्राम, पंकज बीशी, खिरोद्र साहू, केशव अग्रवाल, अन्नू को पुलिस ने कार्यालय से ही उठाकर थाने में बैठा दिया गया।
इस घटना से आक्रोशित कांग्रेसजनों ने इसकी जमकर आलोचना की और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल भी उठाया। वहीं इसकी जानकारी होते ही विधायक चातुरी नंद स्वयं थाने पहुंची। उनके हस्तक्षेप के बाद बलिस ने कार्यकर्ताओं को छोड़ा। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर कल दिन भर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं होती रहंंीं।
विधायक श्रीमती नंद ने इस घटना को लेकर कहा कि उप मुख्यमंत्री केवल भाजपा के लिए ही नहीं, बल्कि वे पूरे प्रदेश के लोगों के उपमुख्यमंत्री हैं। प्रदेश के सभी नागरिकों को उनसे मिलने व अपनी समस्याएं रखने का अधिकार है। सरायपाली क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं और यहां हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता उप मुख्यमंत्री को आवेदन देना चाहते थे और इसके लिए वे उनके कार्यालय में उपस्थित हुए पर थे। लेकिन भाजपा नेताओं के इशारे पुलिस ने दादागिरी करते हुए कार्यकर्ताओं को उनके कार्यालय से उठा लिया। मैं स्वयं थाना पहुंचीं और कार्यकर्ताओं को वहां से छुड़ाया। तब कहीं वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे सके।
महासमुंद कांग्रेस असंगठित क्षेत्र समस्या निवारण प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जफर उल्ला ने कहा कि गौरव पथ नगर पालिका के भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेसजन उपमुख्यमंत्री से मिलकर चर्चा करना चाह रहे थे। परंतु प्रशासन को ये रास नहीं आया और कांग्रेस नेताओं को थाने में बैठाये रखा।