महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,24जुलाई। स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय भंवरपुर एक ऐसा विद्यालय है जहां पाठ्येत्तर गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। यहां पर्यावरण इको क्लब में एक पेड़ मां के नाम के तहत वृहद स्तर पर पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। विद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी अपने घरों में अपने परिवार के साथ पौधे लगा रहे हैं। पौधे लगाते हुए जीपीएस कैमरे से फोटो लेकर मिशन लाईफ पोर्टल में अपलोड करके प्रत्येक विद्यार्थी को प्रमाण पत्रों का भी वितरण किया जा रहा है।
प्राचार्य टीके पटेल व वरिष्ठ व्याख्याता एनके दीवान के निर्देशन में ईको क्लब प्रभारी दुर्गा प्रसाद पटेल ने बताया कि पर्यावरण पेड़.पौधे तथा प्राकृतिक संसाधन हंै तो हम हैं। वृक्षारोपण न सिर्फ विद्यालय में करना है बल्कि घरों, गलियों, गांवों, खेतों में करके रोड़ किनारे व आसपास के समस्त क्षेत्रों को हरा-भरा बनाना हम सबका दायित्व है। ईको क्लब का दूसरा महत्वपूर्ण उद्देश्य है एकल प्लास्टिक से दूरी। ऐसे प्लास्टिक जिन्हें हम सिर्फ एक बार उपयोग करते हैं और उपयोग के बाद खुले वातावरण में फेंक देते हैं और जो कि डिकम्पोज नहीं हो पाता है या मिट्टी के रुप परिवर्तित नहीं हो पाता। कई सालों तक वह मिट्टी व जल में अपने खतरनाक रसायनों का मिश्रण करता है जिससे भूमि व जल प्रदूषण होता है और मानव के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
बताया कि ईको क्लब का तीसरा महत्वपूर्ण उद्देश्य है जल की बचत। महासमुंद जिला ही नहीं पानी एक वैश्विक समस्या बनता जा रहा है। स्वच्छ पेय योग्य जल आज बहुत कम है या तेजी से कम होती जा रही है। गर्मी के दिनों में पेयजल के संकट से हर मनुष्य जूझ रहा है। अत:आवश्यकता है तो जल की बचत,जल को प्रदूषण से बचाने तथा जल के अपव्यय को रोकने की।
ईको क्लब का अगला उद्देश्य ऊर्जा की बचत करना हैे। ऊर्जा वर्तमान परिदृश्य में सबसे आवश्यक संसाधनों में से एक है। जिनके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। आज हमारा जीवन पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर निर्भर है। मोबाइल के चार्जिंग से लेकर रेलवे तक सबकुछ बिजली से संचालित है। ऐसे में ऊर्जा के सदुपयोग के साथ ही ऊर्जा की बचत करना बहुत आवश्यक है। स्वच्छता भी न सिर्फ मानसिक रुप से हमें प्रभावित करता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालता है। एक स्वस्थ व्यक्ति ही अपनी योग्यता का सही उपयोग कर सकता है।
राष्ट को सशक्त बना सकता है।
अत: विद्यार्थियों का कर्तव्य है कि वे स्वयम् के साथ.साथ अपने पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें। इस प्रकार सेजेस भंवरपुर के छात्र-छात्राओं द्वारा उपरोक्त बातों को ध्यान में रखते हुए घरों में व विद्यालय में व्यापक स्तर पर पौधारोपण का कार्य किया गया है।