महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 25 जुलाई। संकुल समन्वयकों एवं शिक्षक संगठनों के विरोध की वजह से पूर्णानन्द मिश्रा ने कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा को अपना त्यागपत्र जिला परियोजना कार्यालय के माध्यम से सौंपा था। अत: पूर्णानन्द मिश्रा को उनके मूल शाला मिडिल शाला मोहका में वापसी हो गई है। बद्री विशाल जोल्हे सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बसना को बीआरसीसी अस्थायी प्रभार दी गई है।
मालूम हो कि शिक्षक संगठनों एवं संकुल समन्वयकों ने कलेक्टर महासमुन्द को 10 बिन्दुओं में लिखित शिकायत की थी। इन्होंने पूर्णानन्द मिश्रा पर कई गंभीर आरोप लगाये थे। बीआरसीसी को नहीं हटाने पर सामूहिक इस्तीफा देने की भी मंशा भी व्यक्त की थी। मामले को देखते हुए डीईओ विजय लहरे एवं डीएमसी रेखराज शर्मा दोनों ने बसना आकर जांच भी की थी। इसके बाद मामले में जमकर राजनीति हुई, लेकिन संगठन अड़े रहे।
अंतत: पूर्णानन्द मिश्रा ने 11 जुलाई को त्यागपत्र दिया है। हालांकि इसकी वजह उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताया है। चर्चा है कि इसी वजह से शिक्षक संगठन एवं संकुल समन्वयकों ने शिकायत वापस ले ली है। इसके बाबजूद शंका थी कि उनका त्यागपत्र स्वीकृत किया जाएगा, अथवा नहीं। लेकिन उसके त्याग पत्र को स्वीकृत करके 23 जुलाई को उसके मूल शाला में वापसी का आदेश जारी किया गया है।
विदित हो कि पूर्णानन्द मिश्रा को 2018 में चेतावनी दण्ड मिली थी। जिसे उसके सर्विस बुक में एन्ट्री नहीं किया था। आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास ने इस मामले को उठाया था और तब जाकर पूर्णानन्द मिश्रा के सर्विस बुक में 7 साल बाद यह मामला दर्ज हुआ।