महासमुन्द

एक हफ्ते से सर्वर डाउन, 2-3 दिन में हो रही जमीन की रजिस्ट्री, क्रेता-विक्रेता परेशान
25-Jul-2025 4:40 PM
एक हफ्ते से सर्वर डाउन, 2-3 दिन में हो रही जमीन की रजिस्ट्री, क्रेता-विक्रेता परेशान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 25 जुलाई। महासमुंद जिले में रजिस्ट्री ऑफिस में एक हफ्ते से सर्वर डाउन होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जमीन रजिस्ट्री के लिए क्रेता-विक्रेता चक्कर काट रहे हैं। उन्हें दो दिन तक दफ्तर की दौड़ लगानी पड़ रही है।

जानकारी अनुसार महासमुंद में प्रतिदिन 20 से 25 रजिस्ट्री होती है। हालांकि मानसून सक्रिय होने के बाद इसकी संख्या अब थोड़ी कम हो गई है। जानकारी अनुसार सर्वर डाउन का असर केवल जिला मुख्यालय में ही नहीं, बल्कि विकासखंडों के कार्यालयों में भी है। विभागीय जानकारी अनुसार जिस सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्री होती है, उसमें तकनीकी समस्या है। इसलिए दो दिनों से लोग रजिस्ट्री कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। एक दिन में उनका कार्य नहीं हो पाया है। बीते बुधवार को भी सर्वर डाउन की समस्या थी। मंगलवार को भी लोग रजिस्ट्री कराने के लिए पहुंचे थे, लेकिन काम नहीं हो पाया। यही हाल गरियाबंद जिले में सुनने को मिला है। यहां भी क्रेता और विक्रेताओं को दो दिनों से काम हुए बगैर ही वापस लौटना पड़ रहा है।

उप पंजीयक  महासमुंद यूके टंडन ने बताया कि एक सप्ताह से सर्वर की समस्या आ रही है। रजिस्ट्री हो रही है, लेकिन प्रक्रिया काफी धीमी है। यह समस्या वर्तमान में पूरे प्रदेश में देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा।

 

इस तरह मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश स्तर पर सर्वर की दिक्कत है। प्रदेश स्तर पर ही इस पर कार्य किया जा रहा है। हालांकि यह समस्या एक सप्ताह की नहीं है, हर महीने लोगों को इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है। इसमें सुधार नहीं होने से इसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं।

विभागीय जानकारी अनुसार साल 2020 से 2023 तक महासमुंद में लक्ष्य से ज्यादा रजिस्ट्री हुई थी। इसके बाद दोबारा विभाग को लक्ष्य जारी किया गया था, उसे भी पूरा कर लिया गया। साल 2022-23 में 38 करोड़ का लक्ष्य था, जिसे हासिल किया गया था। साल 2023-24 में भी 52 करोड़ का लक्ष्य था जिसमें से 43 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई थी। चुनावी साल होने के कारण इस बार लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया था। हर साल मानसून सीजन से लेकर फरवरी तक जमीनों की रजिस्ट्री में तेजी आती है।

त्योहारी सीजन में लोग प्रॉपर्टी खरीदते हैं। जमीन के अलावा मकान भी खरीदते हैं। ऑनलाइन स्लॉट बुक करने के बाद भी देरी होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और इसी सीजन में हल साल सर्वर की भी दिक्कत आती है।


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