महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,24 जुलाई। संसदीय क्षेत्र में पेयजल संकट की गंभीर समस्या को लेकर सांसद रूपकुमारी चौधरी ने दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मुलाकात कर इस ओर ध्यानाकर्षण कराया। इस दौरान उन्होंने लगभग 224 करोड़ रुपए की लागत से प्रस्तावित समूह जल प्रदाय योजना हेतु प्रारंभिक डीपीआर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट एवं मांग पत्र सौंपते हुए विस्तार से क्षेत्रीय परिस्थिति की जानकारी दी।
सांसद चौधरी ने बताया कि महासमुंद और गरियाबंद सहित उनके संसदीय क्षेत्र के अधिकांश ग्रामीण अंचलों में भूगर्भीय जल स्तर तेजी से गिर रहा है। जिससे जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्मित नलजल योजनाएं असफल हो रही हैं। न केवल पीने के पानी, बल्कि कृषि कार्य और निस्तार के लिए भी लोगों को गहराते जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मंत्री पाटील को बताया कि इस नई समूह जल प्रदाय योजना से हजारों ग्रामीणों को सतही जल आधारित दीर्घकालिक समाधान मिलेगा, जिससे गर्मी के महीनों में जल संकट की समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा। प्रस्तावित योजना क्षेत्र की भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। इससे क्षेत्र के निवासियों को लाभ मिलेगा।
मंत्री पाटील ने सांसद के प्रस्तुतीकरण गंभीरता से लेते हुए तुरंत संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रस्ताव का अवलोकन कर आवश्यक प्रक्रिया प्रारंभ करें और को शीघ्र समाधान की दिशा में कार्रवाई सुनिश्चित करें।
इस मुलाकात के बाद उम्मीद की जा रही है कि महासमुंद संसदीय क्षेत्र के निवासियों को शीघ्र ही एक ठोस एवं दीर्घकालिक पेयजल समाधान प्राप्त होगा। जिससे वर्षों से जारी जल संकट की स्थिति में सुधार आएगा। सांसद रूपकुमारी चौधरी द्वारा यह पहल क्षेत्र के विकास और जनहित में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।