महासमुन्द

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने और समानता को बढ़ाने पर जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 अक्टूबर। शासकीय पॉलिटेक्निक महासमुंद में संचालित अटल एकेडमी द्वारा प्रायोजित बेसिक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एफडीपी के दूसरे एवं तीसरे दिन प्रतिभागियों को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उन्नत अनुप्रयोगों पर जानकारी प्रदान की गयी।
कार्यक्रम के द्वितीय दिवस मुख्य अतिथि डॉ. जगपाल सिंह बल डिप्टी डायरेक्टर तकनीकी शिक्षा संचालनालय नवा रायपुर थे। उन्होंने पेपर रोबोट के माध्यम से हड्स-ऑन प्रैक्टिस करवाई। जिससे प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ और सत्र को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया गया। उन्होंने रोबोटिक्स के भविष्य के रुझानों और संभावित कार्यान्वयन पर के प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के तृतीय दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. गणेश शुक्ल सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर ने कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने इंडस्ट्री 4.0 कांसेप्ट के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की।
उन्होंने बताया कि आज पूरा विश्व सस्टेनेबल डेवलपमेंट की ओर अग्रसर हो रहा है। उद्योग एवं शिक्षा के क्षेत्र में अपनी गहरी विशेषज्ञता के लिए विख्यात डॉ. शुक्ला ने इंडस्ट्री 4.0 और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के विषय पर अपने अनुभव और विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ने उद्योगों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए हैं।
प्रतिदिन कार्यक्रम के अंतिम सत्र में मोनिका कुलश्रेष्ठ, एमएसएमई भिलाई द्वारा विशेष प्रशिक्षण व कार्यक्रम के तहत प्रतिदिन रोबोटिक किटक असेंबलिंग पर हँड्स.ऑन प्रैक्टिस सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। यह कार्यक्रम के अंतिम सत्र का मुख्य आकर्षण है, जिसमें प्रतिभागियों को रोबोटिक्स किट को असेंबल करने का व्यावहारिक अनुभव दिया जा रहा है। चतुर्थ दिवस पर इंजीनियर चंद्रिका विश्वकर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर व्याख्यान दिया।
उन्होंने इस नीति के मुख्य बिंदुओं और इसके शिक्षा क्षेत्र में होने वाले प्रभावों पर चर्चा की। चंद्रिका विश्वकर्मा ने कहा तकनीकी क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत में शिक्षा प्रणाली को नए युग के अनुसार बदलने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि दूसरा मल्टीडिस्पिलनरी शिक्षा को प्रोत्साहन मिलने से इंजीनियरिंग के छात्र अन्य विषयों में भी ज्ञान अर्जित कर सकते हैं। इस मौके पर प्रोग्राम कॉर्डिनेटर डॉ. वीनू चंद्राकर, डॉ. नंदिता गुप्ता, पॉलीटेक्निक महासमुंद से सालिक राम ढीमर, आनंद साहू, व्याख्याता मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, वैभव वर्मा, उमेश वर्मा, शारदा चरण गुप्ता, स्वाति, युधिष्ठिर प्रधान के अलावा क्षेत्रों के व्याख्याता अधिकारी व कर्मचारी, नीलकमल, नंदिता सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. लक्ष्मीकांत कराल, विभागाध्यक्ष साइंस एंड ह्यूमैनिटीज विभाग, डा. नंदिता गुप्ता व्याख्याता अंग्रेजी साइंस एंड ह्यूमैनिटीज विभाग द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में डॉ शोभा मालीवाल विभागाध्यक्ष सिविल इंजीनियरिंग विभाग, सालिक राम ढीमर, रितेश दुबे व आनंद साहू व्याख्याता मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग,नीलकमल साहू व वैभव वर्मा व्याख्याता इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, उमेश वर्मा व अनुराधा शर्मा कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, शारदाचरण गुप्ता व स्वाति कुमारी सिविल इंजीनियरिंग विभाग, युधिष्ठिर प्रधान एवं राज्य के विभिन्न 33 जिलों के पॉलीटेक्निक के अलग अलग क्षेत्रों के व्याख्याता एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य चंद्रिका विश्वकर्मा ने आभार व्यक्त किया।