महासमुन्द

पूजा स्थल पर भीड़ की अनुमति नहीं
बच्चे और बुजुर्ग पूजा में शामिल नहीं होंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 10 नवम्बर। जिले में चार दिन तक चलने वाली छठ पूजा की शुरुआत 8 नवंबर से हो गई है। आज मंगलवार को व्रत का तीसरा दिन है यानीं व्रती महिलाएं आज निर्जला उपवास रखकर शाम को तालाब व नदी के तट पर डूबते सूर्य को अघ्र्य देकर छठ मैया की पूजा अर्चना करेंगी।
इसके बाद कल सुबह फिर तट पर पूजा अर्चना के बाद उगते हुए सूर्य को अघ्र्य देकर प्रसाद ग्रहण कर व्रत का पारण करेंगी। इसके साथ ही महापर्व छठ का समापन होगा।
महासमुंद जिला मुख्यालय में महापर्व छठ को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं। महामाया तालाब के तट को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है। छठ पूजा को लेकर भी जिला प्रशासन की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी गई है।
पूजा स्थल में कोविड नियम का पालन करते हुए पूजा करनी होगी। प्रशासन ने जो गाइडलाइन जारी की है, उसके अनुसार छठ पूजा में वही व्यक्ति शामिल हो सकेगा, जिसे कोविड की टीका लग चुका होगा।
जारी गाइडलाइन के अनुसार पूजा स्थल में अनावश्यक भीड़ नहीं करना है। पूजा स्थल में प्रत्येक व्यक्ति को मास्क और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा। इसके साथ ही सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी। आयोजन स्थल में बाजार, दुकान आदि लगाने की अनुमति नहीं होगी।
पूजा में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को कोविड टीका लगा होना अनिवार्य है। बच्चे और बुजुर्ग पूजा में शामिल नहीं होंगे।