महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 6 जुलाई। विगत दिनों गायत्री शक्तिपीठ परिसर पिथौरा में श्रृंखला साहित्य मंच पिथौरा द्वारा ‘पावस काव्य गोष्ठी’ संपन्न हुई। इस काव्य गोष्ठी में श्रंखला साहित्य मंच के कवियों ने जहाँ पावस के प्रतीक बादल, बारिश, बिजली, पानी, एवं कृषि के प्रतिकों को लेकर अपनी सरस रचनाओं से श्रोताओं को साहित्य की फुहारों का आनंद प्रदान किया, वहाँ अन्य विषयों पर भी हास्य और व्यंग्य सहित अनेक सरस रचनाएं प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध कवि स्वराज्य करुण कर रहे थे एवं संचालन श्रृंखला साहित्य मंच के अध्यक्ष प्रवीण ‘प्रवाह’ ने किया।
श्रृंखला साहित्य मंच पिथौरा की होनहार कवियत्री गुरप्रीत कौर वरिष्ठ कवि अनूप दीक्षित ,अध्यक्ष की आसंदी से बारिश के बादलों पर कवि स्वराज्य ‘करुण’ ने अपनी सत्तर अस्सी के दशक की एक पुरानी रचना सुनाई जिसे खूब वाहवाही मिली सुपरिचित कवि प्रवीण ‘प्रवाह’ ने नए प्रतीकों की उत्कृष्ठ रचनाओं से गोष्ठी को ऊँचाई दी।
कवि बंटी छत्तीसगढिय़ा ने छत्तीसगढ़ी में हास्य व्यंग की अनेक रचनाएं सुनाईं। कवि संतोष गुप्ता ने अपनी छोटी छोटी कविताओं से खूब प्रभावित किया। श्रृंखला के वरिष्ठ कवि एफ ए नन्द ने अपनी क्षणिकाओं से श्रोताओं की वाहवाही हासिल की।
अंचल के सुपरिचित हस्ताक्षर एस.के. नीरज ने बारिश पर एक खूबसूरत रचना सुनाई। उनकी इन पंक्तियों को खूब सराहना मिली, कवियत्री सरोज साव ने अपनी कविताओं से श्रोताओं का दिल जीता। इस अवसर पर गायत्री मंदिर के पुजारी सुरेन्द्र साहू ने भी काव्य पाठ किया।
गोष्ठी के अंत में श्रृंखला के वरिष्ठ साहित्यकार उमेश दीक्षित ने ‘पावस काव्य गोष्ठी’ की सार्थकता पर प्रकाश डालते हुए रचनाकारों को श्रेष्ठ रचना पाठ के लिए बधाई दी।
आभार प्रदर्शन गायत्री शक्तिपीठ पिथौरा के प्रमुख संचालक तुकाराम पटेल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुरेंद्र साहू, नरेश नायक भोज राज साहू, राम ललन सिंह एवं समस्त गायत्री परिवार का सहयोग सराहनीय रहा।