कोण्डागांव

अंदकुरी गांड़ा समाज का युवक-युवती परिचय सम्मेलन व प्रतिभा सम्मान समारोह
25-Jun-2025 9:40 AM
अंदकुरी गांड़ा समाज का युवक-युवती परिचय सम्मेलन व प्रतिभा सम्मान समारोह

सामाजिक भवन का लोकार्पण भी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 24 जून। अंदकुरी गांड़ा समाज के तत्वावधान में शनिवार को जिला स्तरीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन एवं छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और समाज के आराध्य बुढ़ादेव की पूजा-अर्चना से हुई। इस अवसर पर समाज के नवीन सामाजिक भवन का लोकार्पण भी किया गया, जिसे लेकर समाज के लोगों में अत्यंत हर्ष का माहौल देखने को मिला।

कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष नरपती पटेल मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, जबकि उपाध्यक्ष जसकेतु उसेण्डी, प्रांतीय पदाधिकारी सुशील दर्रो, अनिल कोर्राम, युवती कोर्राम, पार्षद ललित देवांगन, परितोष सेन, दुर्गा प्रसाद मण्डावी, दयासागर मरकाम एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ जिलाध्यक्ष करण कोर्राम, युवा जिलाध्यक्ष विरेन्द्र बघेल, कर्मचारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष धनीराम मरकाम व महिला जिलाध्यक्ष सुभद्रा कोर्राम ने की। इस सम्मेलन में युवक-युवतियों ने मंच पर आकर अपने-अपने परिचय दिए। साथ ही शैक्षणिक सत्र 2024-25 में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मोमेंटो व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कक्षा पंचमी, अष्टमी, दसवीं और बारहवीं में 60त्न से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में समाज के 10 वरिष्ठजनों को भारतीय संविधान की प्रति भी भेंट की गई।

 नगर पालिका अध्यक्ष नरपती पटेल ने कहा कि गांड़ा समाज की संस्कृति छत्तीसगढ़ की आत्मा है। इनके वाद्य यंत्रों के बिना कोई भी पारंपरिक पूजा या विवाह संस्कार अधूरा है। उपाध्यक्ष जसकेतु उसेण्डी ने युवाओं से अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने की अपील की। गांड़ा समाज पर शोधकर्ता डॉ. राजाराम त्रिपाठी ने कहा कि यह समाज परंपरा, सेवा और समर्पण का प्रतीक रहा है। उन्होंने बताया कि गांड़ा समाज ने समाज को वस्त्र, औषधि और संस्कृति दी है, लेकिन आज भी उपेक्षित है।

उन्होंने कहा कि गोंड गांव में गांड़ा सियान कहावत आज भी जीवित है। प्रांतीय सचिव अनिल कोर्राम ने युवाओं को सतत मेहनत के माध्यम से सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि गांड़ा समाज की पारंपरिक बाजा सेवा कोई अन्य समाज नहीं निभा सकता, यह कला उन्हें विरासत में मिली है।

युवा जिलाध्यक्ष विरेन्द्र बघेल ने अपने ओजस्वी संबोधन में शिक्षा को सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि शिक्षा ही समाज को प्रगति की ओर ले जाती है। वरिष्ठ जिलाध्यक्ष करण कोर्राम ने युवाओं से लक्ष्य निर्धारण, समय प्रबंधन और निरंतर प्रयास की प्रेरणा दी। अनुसूचित जाति जिला अध्यक्ष धसंराज टण्डन व मंडल संरक्षक शीतल कोर्राम ने समाज में एकता और शासकीय योजनाओं की जानकारी को साझा करने की आवश्यकता जताई। कार्यक्रम का सफल संचालन दिनेश गंधर्व व रितेश कोर्राम द्वारा किया गया। इस अवसर पर समाज के प्रांतीय, जिला, ब्लॉक व मंडल स्तरीय पदाधिकारीगण, महिला, युवा एवं कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे। आयोजन ने समाज के अंदर नई ऊर्जा और दिशा देने का कार्य किया।


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