कोण्डागांव

केंद्र सरकार ने बायपास को फोरलेन बनाने दी 308 करोड़ की स्वीकृति
विधायक नीलकंठ टेकाम ने प्रधानमंत्री मोदी व परिवहन मंत्री गडकरी का जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 18 जून। लम्बे समय के इंतजार के बाद आखिरकार एक दशक से बंद पड़े केशकाल बाइपास मार्ग का निर्माण कार्य अब पुन: शुरू होने की उम्मीद जगी है। केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कोंडागांव जिले के केशकाल बाइपास मार्ग को फोरलेन सडक़ निर्माण करवाने के लिए लगभग 308 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी है। इस खबर के बाद क्षेत्रवासियों में काफी हर्ष का माहौल है। वहीं केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं सडक़ व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त किया है।
बस्तर की दशा और दिशा को नया रूप मिलेगा
केशकाल के विधायक नीलकंठ टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार ने विकास की गति को नई दिशा प्रदान किया है।
इसी क्रम में आज केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग- 43 (नया एनएच-30) पर 11.380 किलोमीटर लंबाई वाले केशकाल बाईपास को पेव्ड शोल्डर मानक के साथ 4 लेन में अपग्रेड करने के लिए 307.96 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी है।
इससे बस्तर की दशा और दिशा दोनो को नया स्वरूप मिलेगा। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी, केंद्रीय परिवहन एवं सडक़ मंत्री नितिन गडकरी जी व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी का आभार व्यक्त करता हूँ।
सडक़ दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में सडक़ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में यह निर्माण सहायक होगी। फोरलेन सडक़ परियोजनाएं यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।
केशकाल की यह चार लेन सडक़ें यातायात को सुगम सुव्यवस्थित बनाएंगी और यात्रा के समय को कम करेगी। इसके साथ ही सडक़ें सडक़ सुरक्षा को बढ़ावा देगी और दुर्घटनाओं की संभावना को कम करेगी।
बाईपास बनने से बस्तर में व्यापार और वाणिज्य होगा सुविधाजनक
इस सडक़ के निर्माण से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और व्यापार और वाणिज्य को सुविधाजनक बनाएगी।
खासकर केशकाल घाट खंड के चुनौतीपूर्ण इलाके में बाईपास एक सुगम, भीड़-भाड़ रहित मार्ग प्रदान करेगा, जिससे केशकाल घाट खंड में वर्तमान में अनुभव की जाने वाली यातायात बाधाओं को कम किया जा सकेगा। उन्होंने कहा इससे वाहनों की तेज और अधिक कुशल आवाजाही हो सकेगी।
शहरी क्षेत्रों से भारी यातायात को हटाकर, बाईपास शहरी सडक़ों पर भीड़भाड़ कम करने, प्रदूषण के स्तर को कम करने और दुर्घटना के जोखिम को कम करने में मदद करेगा।
जिससे शहर के भीतर पैदल चलने वालों और मोटर चालकों दोनों के लिए बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित होगी।