धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 24 मई। धमतरी जिले से छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष वेदप्रकाश धु्रव ने कहा कि बस्तर में चल रहे पुलिस और नक्सलियों की लड़ाई में हमेशा बेगुनाह आदिवासी ही मारे जा रहे हैं। बस्तर में आज सबसे ज्यादा शोषित व पीडि़त हैं, तो है वहां का आदिवासी। सिलगेर में हुए घटना की जांच हेतु छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के कमेटी द्वारा उक्त घटना की जांच-पड़ताल के लिए 15 सदस्यों का जांच दल गठित किया गया, जो जांच हेतु घटनास्थल पर रवाना हुए किंतु वहां पुलिस प्रशासन के द्वारा उन्हें जानबूझकर रोक दिया गया व आगे बढऩे नहीं दिया गया, जिसको लेकर पूरे प्रदेश में काफी आक्रोश व्याप्त है।
युवा प्रभाग के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संतोष कुंजाम ने बताया कि घटना को लेकर पूरे धमतरी जिले के आदिवासी युवाओं में नाराजगी है, और निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है।
सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग धमतरी से प्रमोद कुंजाम, तीजेंद्र कुंजाम, अर्जुन मंडावी, खिलेश नेताम, विजेंद्र मंडावी, महेंद्र नेताम, देवराज नेताम, जागेश्वर धु्रव, नीलू छैदेहा, सन्त नेताम, टिकेश्वर सोरी, त्रिलोक कुंजाम, पोखन नेताम, स्कंद धु्रव, चोवा राम नगारची, हेमंत धु्रव, दुष्यंत धु्रव, गेवाराम नेताम, मोती टेकाम, घनश्याम कुंजाम आदि ने उक्त घटना कीकड़ी निंदा की।