धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 15 नवंबर। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस 14 नवंबर बाल दिवस के अवसर पर आत्मानंद विद्यालय चर्रा में बाल मेला लईका-मड़ई एवं वंदे मातरम गीत के 150वीं वर्षगांठ पूर्ण होने के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने वंदे मातरम के थीम पर छत्तीसगढ़ी आदिवासी लोक नृत्य की आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया।
आत्मानंद विद्यालय चर्रा-कुरुद परिसर में आयोजित कार्यक्रम में डीएसपी गरिमा दादर, स्कूल समिति अध्यक्ष रिखीराम साहू, सोसाइटी अध्यक्ष रामकुमार साहू, सरपंच कमलेश्वरी ध्रुव, उपसरपंच ललिता यादव एवं पूर्व प्राचार्य देवेंद्र दादर बतौर अतिथि दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डीएसपी गरिमा दादर ने अहमदाबाद के रन फॉर यूनिटी परेड में उनके द्वारा किये गए नेतृत्व और कमान के राष्ट्रीय स्तर के अनुभव को साझा करते हुए बच्चों को अपना लक्ष्य बड़ा रख सतत मेहनत करके आगे बढऩे की सलाह दी। प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री साहू ने बच्चों को बाल दिवस की शुभकामनाएं और वंदे मातरम गीत के 150वीं वर्षगांठ की बधाइयां दी। उक्त बाल मेला में स्वामी आत्मानंद विद्यालय के हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम के लगभग 600 से ज्यादा बच्चे शामिल हुए। उनके द्वारा विभिन्न व्यंजनो के स्टॉल, खेलों के स्टॉल लगाया गया जिसका सबने भरपूर आनंद उठाया। इस लईका मड़ई के माध्यम से बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय भागीदार बन बहुत सी दैनिक जीवन की चीजों की जानकारी हासिल की। अंत में समस्त अतिथियों को प्रतीक चिन्ह के तौर पर एक पेड़ मां के नाम पर पौधा समर्पित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय एवं संकुल केंद्र के समस्त शिक्षक शिक्षिकायें, ग्रामीण जन और छात्र छात्राएं उपस्थित थे।


