दन्तेवाड़ा
राज्योत्सव का समापन, विकास की उपलब्धियों का प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 05 नवंबर। छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राज्योत्सव का दंतेवाड़ा मेंढक़ा डोबरा मैदान में आकर्षक समापन हुआ। इस दौरान वक्ताओं द्वारा जिले की विकास यात्रा को रेखांकित किया गया।
राज्योत्सव में जिले की सांस्कृतिक झलकियाँ, पारंपरिक लोकनृत्यों, प्रदर्शनी एवं विविध आकर्षक कार्यक्रमों के माध्यम से दंतेवाड़ा की समृद्ध संस्कृति और विकास की उपलब्धियों का भी प्रदर्शन किया गया।
विधायक चैतराम अटामी ने कहा कि हम सभी जानते है कि आज के ही दिन इस हमारे छत्तीसगढ़ को राज्य का स्वरूप देना तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई जी की ही देन है। आज हम छत्तीसगढ़ में गौरव के साथ हमारा राज्य छत्तीसगढ़ है। जिस तरह से छत्तीसगढ़ राज्य में विकास की नई परंपराओं की शुरूआत और उनका सफल क्रियान्वयन हुआ है, उसी तरह दंतेवाड़ा जिला भी विकास की राह पर सतत अग्रसर है। इसके साथ ही उन्होंने जिले में शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में हो रही उत्तरोत्तर प्रगति के विषय में ज्रिक करते हुए कहा कि जिस प्रकार राज्य बनने के उपरांत छत्तीसगढ़ में मजबूती आ रही है, उसी प्रकार इसकी झलक दंतेवाड़ा जैसे दूरस्थ जिलों में भी दिखाई देने लगी है। राज्य सरकार की विकास योजनाओं का सकारात्मक परिणाम दक्षिण बस्तर में दिखने लगा है। कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई एवं अन्य क्षेत्र में जिले की सकारात्मक पहचान बन रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब परिवारों के लिए आवास की सुविधा भी दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थितों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग सदस्य ओजस्वी मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अरविंद कुंजाम ने अपने उद्बोधन में शालेय छात्र-छात्राओं की रंगारंग प्रस्तुति एवं विभागों के स्टालों की सराहना की। रजत महोत्सव के अवसर पर उनकी उत्साहवर्धक सहभागिता में चार चांद लगा दिए। वास्तव में हमारे छत्तीसगढ़ राज्य ने 25 वर्षों में विकास के नये आयामों को छुआ है। उस से भी बढक़र हमारे दंतेवाड़ा जिले के दूरस्थ अंचलों में विकास के लहर जो पहुंची है वह अभूतपूर्व है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में सभी के सहयोग समर्पित भागीदारी से हमारा जिला विकास की राह में मील का पत्थर बनेगा।
इसमौके पर कलेक्टर कुणाल दुदावत ने उपस्थित नागरिकों एवं बच्चों का स्वागत और अभिनंदन करते हुए कहा कि च्च्इस समापन कार्यक्रम में आए प्यारे बच्चों, गणमान्य नागरिकों और अतिथियों का मैं हार्दिक स्वागत करता हूँ। उन्होंने कहा कि विगत तीन दिवस से जिले में हर्षोल्लास के साथ राज्योत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई। इन प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य की 25 वर्षों की विकास यात्रा, उपलब्धियों और योजनाओं की जानकारी जनसामान्य तक पहुँचाई गई।
कलेक्टर श्री दुदावत ने आगे कहा कि राज्योत्सव हमारी संस्कृति, सभ्यता, बोली और छत्तीसगढ़ के निर्माण की गाथा का प्रतीक है। इस बार का राज्योत्सव हमारे लिए विशेष इसलिए भी है क्योंकि हम छत्तीसगढ़ राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय राज्योत्सव के दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर सबका दिल जीता और प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को मंच पर जीवंत किया।
आदर्श विद्यालय रहा प्रथम
इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों शालेय छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। इस क्रम में शासकीय आदर्श विद्यालय ने प्रथम, डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल द्वितीय तथा कन्या शिक्षा परिसर पातररास ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसके अलावा सक्षम विद्यालय जावंगा के छात्रों को विशेष पुरस्कार दिया गया।
महिला बाल विकास नें मारी बाजी
विभागीय स्टालों में महिला बाल विकास विभाग प्रथम, आदिवासी विकास विभाग को द्वितीय तथा स्कूल शिक्षा विभाग ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।


