कल से विकासखण्डों में पहला चरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 अक्टूबर। डिप्टी सीएम खेल युवा कल्याण अरूण साव ने कल से शुरू हो रहे बस्तर ओलिंपिक खेलों के विजेताओं को राष्ट्रीय खेल अकादमियों में प्रशिक्षण के लिए अवसर दिया जाएगा। शुक्रवार को राजधानी में पत्रकारों से चर्चा में साव ने पूरे आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष 2024 में बस्तर ओलंपिक में लगभग 1,65,000 युवाओं ने पंजीयन कराया था। इस वर्ष 2025 में, यह संख्या तीन गुना बढक़र 3,91,297 प्रतिभागियों तक पहुँच गई है जिसमें पुरुष खिलाड़ी महिला खिलाडी 2,27,629 शामिल है, जोकि ऐतिहासिक एवं रिकार्ड है।
बस्तर ओलंपिक 2025 में तीरंदाजी, एथलेटिक, कबड्डी, बैडमिन्टन, फुटबॉल, हॉकी, कराते, वेटलिफ्टिंग, खोखो, वालीबॉल, रस्साकसी के खेल शामिल है। विकासखंड (ब्लॉक) स्तरीय प्रतियोगिताएं कल 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक बस्तर संभाग के सभी ब्लॉक मुख्यालय में आयोजित होगी। प्रत्येक ब्लॉक के लिए समय-सारणी पृथक रूप से निर्धारित की गई है। जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 6 से 15 नवंबर होगी जिसमें ब्लॉक स्तर के विजेता खिलाडी भागीदारी करेंगे। संभाग स्तरीय प्रतियोगिता प्रस्तावित आयोजन नवंबर के अंतिम सप्ताह( 24-30 नवम्बर) संभावित है, जिसमें सभी 07 जिलों के विजेता खिलाडियों की भागीदारी होगी।
साव ने बताया कि विकासखण्ड स्तरीय आयोजन में कुल 7 जिलो के 32 विकासखण्डो में कुल 62 से अधिक खेल मैदानो को आयोजन हेतु चिन्हित कर तैयार किया जा रहा है। इन खेलो के कुल 2000 से अधिक तकनीकी आफिशिल्स की सेवाएं प्राप्त की जाएंगी। बस्तर ओलपिक संभाग स्तरीय समारोह केन्द्रीय गृह मन्त्री की उपस्थिति में संभावित है।
साव ने बताया कि विकासखण्ड स्तर पर विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कार मेडल, ट्रॉफी/शील्ड एवं प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।। जिला स्तर पर विजेता खिलाडियों को 2000 व्यक्तिगत्त खले एवं 4000 दलीय खेलो के आधार पर नगद पुरस्कार के साथ मेडल / शील्ड एवं प्रमाण पत्र तथा संभाग स्तर पर विजेता खिलाड़ी को 5000 (व्यक्तिगत स्पर्धा) एवं 10000 दलीय खेल के लिए भी नगद पुरस्कार एवं मेडल / शील्ड एवं प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया जायेगा। इन्हें राज्य के ख्यातिप्राप्त खिलाडिय़ों की श्रेणी में मान्यता दी जाएगी। सभाग स्तर पर खिलाडिय़ों को ट्रैकसूट, स्पोटर्स वियर, स्पोटर्स शूज भी प्रदान कर प्रोत्साहित किया जाएगा।
विजेता खिलाडिय़ों को राज्य शासन की खेल अकादमियों में सीधे प्रवेश की सुविधा प्रदान की जाएगी, ताकि वे राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बन सके।