ट्रेड यूनियनों की हड़ताल में वक्ताओं ने जमकर लांछन लगाए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जुलाई। मोदी सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों के कर्मचारी बुधवार को एक दिन की हड़ताल पर हैं। इससे बैंक बीमा डाक टेलीफोन और आयकर विभाग की सेवाओं पर असर पड़ा है। इससे पहले आयकर कर्मचारियों ने आयकर भवन, डाक कर्मियों ने मुख्य डाकघर, बैंक कर्मियों ने काम बंद कर अपने अपने बैंक शाखाओं के सामने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस हड़ताल की वजह से डाक कर्मियों ने न चि_ी बांटी न आयकर विभाग में दावे अपील की सुनवाई हुई। बैंकों में भी लेन देन ठप रहा। दिन भर में करीब पांच सौ करोड़ का सरकारी कारोबार नहीं हो पाया।
राजधानी के भी करीब 50 हजार से अधिक अधिकारी कर्मचारी धरना प्रदर्शन पर रहे है। मुख्य प्रदर्शन पंडरी रोड स्थित एल आई सी भवन में जारी है। यहां हुई सभा को संबोधित करते हुए कामरेड धर्मराज महापात्र ने सरकारी उपक्रमों, बीमा कंपनियों के निवेश को लेकर केन्द्र की योजना का विरोध किया। उन्होंने कहा कि सरकार अपना घाटा पूरा करने के लिए इनके निजीकरण की बात कह रही है। सरकारी घाटा क्यों है हम सभी जानते हैं। हमारे प्रधानमंत्री दिन में कितनी बार भेष बदलते हैं यह बताने की जरूरत नहीं है। सरकारी घाटा क्यों है क्योंकि इस देश में सरकारी विज्ञप्ति को सबसे ज्यादा पैसा खर्च किया जाता है।
सभा को इंटक अध्यक्ष संजय सिंह, एचएमएस के कार्यकारी अध्यक्ष एचएस मिश्रा सीटू महासचिव एमके नंदी ,एटक महासचिव हरिनाथ सिंह, एक्टू महासचिव बृजेन्द्र तिवारी, एआईबीईए अध्यक्ष शिरीष नलगुंडवार, एसीटीयू अध्यक्ष वीएस बघेल,एआईपीयू-4 के परिमंडल सचिव दिनेश पटेल, आईटीईएफ अध्यक्ष प्रशांत पांडे, बेफी महासचिव डीके सरकार, सीजीएसपीयू अध्यक्ष नवीन गुप्ता, आरडीआईईयू महासचिव सुरेन्द्र शर्मा, बीएस एएलईयू महासचिव आरएस भट्ट,एआईबीओए महासचिव अनिल साखरकर,एआईआईपीई महासचिव अतुल देशमुख, एआईबीपीडीए महासचिव रमेश आत्मपूज्य ने भी संबोधित किया।