सेल्समैन-छोटे कर्मचारियों को नोटिस, कार्रवाई पर उठे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 दिसंबर। जिले के विभिन्न शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में दुकानदारों खाद्य विभाग व नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से खाद्यान्न वितरण में अनियमितता का मामला सामने आया है।
फिलहाल इन विभागों की बदनामी को छिपाने केवल संबंधित दुकानों के सेल्समैन एवं छोटे कर्मचारियों को नोटिस देकर पूरे मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि यह गफलत वर्ष 2017 से बदस्तूर जारी है इसमें जिला अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से आम नागरिकों के वितरण हेतु भेजा गया 13487.23 क्विंटल चावल 388 क्विंटल शक्कर 376 क्विंटल नमक कुछ सेल्समैन ने खाद विभाग के अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर खुले बाजार में विक्रय कर दिया वर्ष तक इस गंभीर त्रुटि के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में ध्यान नहीं दिए जाने के चलते आला अधिकारियों की भूमिका पर सवालिया निशान लगा रहा है।
बजट स्टॉक के भौतिक सत्यापन में खुलासा
विदित हो कि जिला में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत 563 दुकानें संचालित है। इन दुकानों में बचत स्टाफ के आर्थिक सत्यापन में पूरी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है, जिनमें से 149 दुकानों में वर्ष 2017 से चावल व अन्य खाद्यान्न हितग्राहियों को वितरण नहीं किए जाने की वजह से बच रहा था, लेकिन बचत खाद्यान्न का स्टॉक मिलान की बजाय खाद्य विभाग लगातार इन दुकानों को प्रत्येक माह नया स्टॉक प्रदान करता रहा इससे पीडीएस दुकानों के कुछ सेल्समैन व कर्मचारियों द्वारा जम कर फायदा उठाते हुए बचत स्टाफ को खुले बाजार में विक्रय किया जा रहा।
वर्तमान में बिलाईगढ़ ब्लॉक सारंगढ़ जिला में शामिल होने की वजह से 5 ब्लॉक में ही स्टाफ की कमी का आंकड़ा उपलब्ध हो पाया है इनमें से जिला अंतर्गत 563 दुकानों में बलोदाबाजार ब्लाक अंतर्गत 38 दुकानों में चावल का स्टाफ के भौतिक सत्यापन में न्यूनतम 16 क्विंटल से अधिक 300 क्विंटल कम पाया गया, वहीं पलारी ब्लाक अंतर्गत 28 दुकानों में न्यूनतम 45 से 150 क्विंटल, भाटापारा ब्लाक अंतर्गत 15 दुकानों में न्यूनतम 40 से 120 क्विंटल, सिमगा ब्लॉक अंतर्गत 44 दुकानों में 30 से 300 क्विंटल, कसडोल ब्लॉक अंतर्गत 24 दुकानों में 55 से 250 क्विंटल कम पाया गया अर्थात कुल 149 दुकानों में जमकर हेराफेरी करते हुए कुल 13487.23 क्विंटल चावल बेचकर विभाग व शासन को जमकर चूना लगाया गया है।
उल्लेखनीय है वर्ष मई 2017 से 30 सितंबर 2022 की स्थिति में 563 दुकानों में चावल का बचत स्टाक 66555.76 क्विंटल होना था, परंतु भौतिक सत्यापन में इसके विरुद्ध 53068.23 क्विंटल ही दुकानों में पाया गया शेष 13487.23 क्विंटल 20 फीसदी चावल का हिसाब संबंधित दुकानों नान व खाद विभाग के पास नहीं है इसके अलावा उक्त अवधि में दुकानों अंतर्गत शक्कर की बचत मात्रा 2118.30 क्विंटल के विरुद्ध 1729 क्विंटल अर्थात कुल 388 क्विंटल 8 फीसदी कम नमक की बचत मात्रा 3208 क्विंटल के विरुद्ध केवल 2832 क्विंटल अर्थात कुल 376 क्विंटल 11 फीसदी कम पाया गया।
केंद्र सरकार के आदेश के बाद सामने आई सच्चाई
केंद्र सरकार द्वारा सितंबर 2022 के अंतिम सप्ताह में एक आदेश जारी किया गया था इसके अनुसार केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को प्रदान किए जाने वाले शक्कर के स्टाक का भौतिक सत्यापन करने कहां गया था इसके बाद जिले के विभिन्न राशन दुकानों की जांच खाद्य विभाग किया गया इसमें पूरी सतर्कता सामने आ गई इससे पिछले 5 से 6 वर्षों में इन दुकानों में बचत चावल को दुकानदारों द्वारा भेज दिए जाने की संभावना को बल मिलता है।
इस पूरे मामले में तत्कालीन खाद्य निरीक्षकों व अधिकारियों की भूमिका भी संगीन है क्योंकि इनके द्वारा चावल बचत होने की जानकारी के बावजूद इन दुकानों को प्रत्येक माह नया स्टार जारी किया गया जबकि स्टॉक में कमी उपरांत प्रशासन केवल संबंधित दुकानों के सेल्समैन वह छोटे कर्मचारियों पर गाज गिराते हुए दोषी अधिकारियों को बचाने में जुटा हुआ है।
दुकानदारों, खाद्य विभाग व नान अफसरों ने लगाया लाखों का चूना
खाद्यान्न चोरी करने से शॉर्टेज- जिला खाद्य अधिकारी
वहीं पूरे मामले में जिला खाद्य अधिकारी विमल दुबे से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि जिले की कुछ दुकानों में अज्ञात चोरों द्वारा खाद्यान्न चोरी करने की वजह से शॉर्टेज हुआ है वहीं वितरण का कार्य टेबलेट के माध्यम से प्रारंभ होने पर तकनीकी जानकारी के अभाव में सेल्समैन द्वारा वितरित खाद्यान्न का ऑफलाइन एंट्री करने के बाद ऑनलाइन एंट्री नहीं कर पाने कुछ दुकान संचालन करने वाले पूर्व एजेंसी समूह के निलंबित या निरस्त होने पर नवीन एजेंसियों को कार्यभार प्रदान करते समय पूर्व में कम पाए गए खाद्य सामग्री को प्रदान नहीं किए जाने के चलते ही अधिकांश दुकानों में शॉर्टेज हो सकती है। ऐसी दुकानों जिनमें स्टॉक से कम खाद्यान्न पाया गया है उनके सेल्समैन आदि को संबंधित एसडीएम द्वारा नोटिस जारी किया गया है। कुछ दुकानों के सेल्समैन द्वारा गफलत करने से भी अधिकारी ने इंकार नहीं किया है।