‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। भगवान झूलेलाल की जयंती रविवार को सिंधी समाज द्वारा पूरे श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर सिंधी कालोनी स्थित झूलेलाल मंदिर में सुबह से ही भगवान झूलेलाल और बाराणा - साहेब के दर्शन के लिए सिंधी समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों का तांता लगा रहा। लोगों ने यहां भगवान झूलेलाल के भजनों पर नाच-गाकर अपनी आस्था प्रगट की।
जनप्रतिनिधि भी दर्शन के लिए झूलेलाल मंदिर पहुंचे। उन्होंने दर्शनकर भगवान झूलेलाल से शहर की सुख समृद्धि एवं खुशियाली के लिए कामना की।
इस अवसर पर शदाणी युवा मंडल द्वारा सिंधी कालोनी स्टेशन रोड में प्रसाद एवं शर्बत का वितरण किया गया। प्रसादी व शर्बत वितरण में शदाणी युवा मंडल के अध्यक्ष राजू पाहूजा, अमर बख्तियार, दर्शन किंगरानी, मुकेश मोहनानी, रवि शादीजा, विक्रम अंदानी, जितेन्द्र बत्रा, दिलीप अंदानी, सोना मोहनानी, सर्वानंद पंजवानी, अनिल बदानी, नानक मेघवानी, रोशन गणेशानी, नरेश हितलानी, हीरा जसवानी, अजीत खत्री, मनीष मंगलानी, राम रत्नानी एवं अन्य सदस्यों ने सेवा दी। वहीं पुज्य सिंधी जनरल पंचायत और सिंधुड़ी सेवा समिति ने सिंधी धर्मशाला में भंडारा का आयोजन किया। महाप्रसाद वितरण के दौरान पूज्य सिंधी जनरल पंचायत, सिंधुड़ी सेवा समिति के पदाधिकारी व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।
सिंधी समाज द्वारा शाम को बाराणा साहेब की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ सिंधी कालोनी से प्रारंभ होकर पोलसायपारा, इंदिरा मार्केट, पुराना बस स्टैण्ड पहुंची। वहां से यह शोभायात्रा शिवनाथ नदी घाट के लिए रवाना हुई। शिवनाथ नदी घाट में दीपों से महाआरती हुई। महाआरती उपरांत बाराणा साहेब का विसर्जन शिवनाथ नदी में किया गया। शोभायात्रा में राजा दाहिर सेन की वेशभूषा में चंदर कुकरेजा शामिल हुए।
इसके अलावा शोभायात्रा में महाकाल की चैतन्य झांकी ने लोगों को काफी अभिभूत किया। इस दौरान लोगों ने महाकाल के भजनों की धुन में नाच गाकर अपनी खुशियों का इजहार किया। शोभायात्रा में पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल भी शामिल हुए। शर्बत वितरण में अमर कोटवानी, सिद्ध कोटवानी, कोटवानी परिवार के अन्य सदस्यों के अलावा चेंबर ऑफ कामर्स के प्रदेश मंत्री अशोक राठी, चेंबर जिलाध्यक्ष प्रहलाद रुंगटा,चेयरमैन पवन बडज़ात्या व अन्य व्यापारियों ने सेवाएं दी।
शोभायात्रा में सिंधी जनरल पंचायत अध्यक्ष आसनदास मोहनानी, सचिव शंकर गणेशानी, विक्रम सचदेव, जगदीश सवानी, महेश गणेशानी, डॉ. घनश्याम दास राजपाल, किशन आहुजा, हशमराम, पार्षद नरेश तेजवानी, मोहनलाल केसवानी, अटल गोदवानी, रवि केवलतानी, हरीशचंद संचदेव, राम रवानी, मोती राजपाल, विनोद, लीलाराम मेघवानी, के अलावा सिंधी समाज की महिलाएं व पुरुष बड़ी संख्या में शामिल हुए।