दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 11 नवंबर। जिला अस्पताल में नसबंदी के दौरान दो महिलाओं की मौत की घटना को लेकर हर स्तर पर जांच की जा रही है। नसबंदी के दौरान महिलाओं को दी गई दवाइयों की भी जांच कराई जा रही है। दरअसल चिकित्सकों द्वारा दवाइयों की रिएक्शन की संभावना जताई गई थी। इसकी पुष्टि के लिए सिविल सर्जन डॉ. आशीषन मिंज ने महिलाओं को दी गई दवाइयों की गुणवत्ता जांच के निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि नसबंदी के दौरान महिलाओं को जो दवाइयां दी गई थी। उसका सैंपल ड्रग ऑफिस दुर्ग को भेज दिया गया है। वहीं दूसरी ओर दोनों महिलाओं की मौत के मामले को लेकर सिविल सर्जन द्वारा 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी के सदस्यों को तीन दिनों के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है।
जिला अस्पताल दुर्ग में शनिवार को पूजा यादव की सिर्फ नसबंदी तथा किरण यादव की सीजर और नसबंदी दोनों सर्जरी हुई। बजरंग नगर निवासी 27 वर्षीय पूजा यादव (पत्नी विकास यादव) ने आईसीयू में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं 30 वर्षीय किरण यादव (पत्नी प्रकाश यादव) सिकोलाभाठा निवासी को बेहतर उपचार के लिए निजी सेंटर ले जाने की तैयारी की जा रही थी। तभी उसे उसकी हृदय गति रुक गई। आईसीयू में सीपीआर दी गई, मगर उसकी जान नहीं बच पाई। दोनों महिलाओं की मौत के बाद पोस्टमार्टम हुआ। इस टीम में डॉ. चुनारकर तथा डॉ. विनीता शामिल थी। पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में गैस्ट्रिक जूस एक्सपीरेशन बताया गया है। वहीं दूसरी ओर दोनों महिलाओं के बच्चादानी, ब्रेन, हार्ट, लंग को फ्रीजर करते हुए रासायनिक परीक्षण के लिए फोरेंसिक लैब रायपुर भेजा जा चुका है।
जिला अस्पताल दुर्ग के सिविल सर्जन डॉ. आशीषन मिंज ने बताया कि नसबंदी के दौरान महिलाओं को दी गई दवाइयों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। दवाइयों में आरएल (रिंगर लैक्टेट), बुपीवोकेन, मेडाजोलम तथा डीएनएस शामिल है। इन दवाइयों की गुणवत्ता जांच ड्रग ऑफिस दुर्ग में की जाएगी। जिला अस्पताल दुर्ग के सिविल सर्जन डॉ. आशीषन मिंज ने बताया कि महिलाओं की मौत के मामले की जांच के लिए 3 विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम गठित की गई है। इस टीम में डॉ. वालवेद्रे निश्चेतना विशेषज्ञ, डॉ. स्मिता स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा डॉ. देवेंद्र साहू भेषज विशेषज्ञ शामिल है। इन्हें तीन दिनों के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है।


