‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 अगस्त। मनवा कुर्मीसमाज दुर्ग नगर इकाई दुर्ग द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वप्न दृष्टा हमर पुरोधा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ.खूबचंद बधेल की 125वी जयंती शंकरनगर दुर्ग के कुर्मी भवन मे मनाया गया। इस अवसर पर भारत में जैविक खेती के जन्म दाता अखरा पाटन निवासी कृषि वैज्ञानिक डॉ.लोकेश्वर नाथ वर्मा को वर्ष 2025 डा.खूबचंद बधेल सम्मान से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.सुधीर शर्मा प्रोफेसर कल्याण कॉलेज भिलाई रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता दुर्ग राजप्रधान ईश्वरी वर्मा ने की विशिष्ट अतिथि चंद्रकांत वर्मा रहे।
दुर्ग नगर इकाई अध्यक्ष रोशन वर्मा, व भातृसंध अध्यक्ष तेज बहादुर बन्छोर द्वारा डॉ.साहब की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम में समाज के गरीब बच्चा कोमल वर्मा जिनका चयन आईआईटी पटना में हुआ है को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में वक्ता प्रेम लाल वर्मा ने डा. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना, स्वामी आत्मानंद छात्रवित्ति योजना के नाम परिवर्तन और राजगीत बंद किये जाने पर सवाल उठाए, और कहा कि यह छत्तीसगढिय़ों के साथ कुठाराघात है।
मुख्य अतिथि डॉ. सुधीर शर्मा ने इस पर कहा कि इस सबके लिए छत्तीसगढ़ की जनता दोषी है जो सोये हुए है। वक्त की तकाजा है कि छत्तीसगढ़वासी जागे और सडक़ की लड़ाई लड़े। प्रमुख वक्ता डॉ.परदेशी राम वर्मा ने छत्तीसगढ़ के स्वप्न दृष्टा डॉ.खूबचंद बधेल के व्यक्तित्व और कीर्ति पर प्रकाश डालते कहा कि यह भी अजीब संयोग है, कि पिछड़ा वर्ग से मुख्यमंत्री बनाने की बात हुई तो बघेल सरनेम के ठेठ छत्तीसगढिय़ा भूपेश बघेल बना।
कार्यक्रम को डीपी देशमुख, चंद्रकला तारम,अशोक आकाश खिलेशवरी साहू, बद्री प्रसाद पारकर, ईश्वरी वर्मा, चंद्रकांत वर्मा, आरएन वर्मा, कोमल धुरंधर ने भी संबोधित किया। आयोजन में हरिशंकर वर्मा, डोमार सिंह वर्मा, रोहित वर्मा, धन्शयाम वर्मा, काशीराम मढंरिया, राजेन्द्र वर्मा, खड़ानंद वर्मा, गजानंद वर्मा, हिम्मत वर्मा, लक्ष्मण खिचरिया, प्रहलाद वर्मा, कौशल आडिल, भाष्कर मढंरिया, सोगेद वर्मा, वकील दिनेश वर्मा, शत्रुहन वर्मा, दीनानाथ वर्मा, अरूण बधेल, इकाई सचिव भूपेन्द्र वर्मा, कोमल धुरंधर, चंद्रकांत वर्मा, सुधीर खिचरिया, नंद परगनिहा, गैदलाल वर्मा, राजेन्द्र हरमुख, पवन दिल्लीवार, नोहर आडिल, कान्ति चंद्रवंशी, किरण वर्मा, सविता वर्मा, सीमा वर्मा, गायत्री वर्मा, जानकी वर्मा, दुलारी वर्मा, रमन वर्मा, लक्ष्मी मढंरिया, नरेंद्र वर्मा,तिरेद वर्मा, नागेंद्र वर्मा, रामकुमार वर्मा, विशेष रूप से मौजूद थे। संचालन कौशल वर्मा, हरि वर्मा, तथा आभार प्रदर्शन धरम वर्मा ने किया।