‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 13 जनवरी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा के मिनी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सुकमा जिलेवासियों को 205 करोड़ 80 लाख से अधिक के 137 विकास कार्यों की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने 166 करोड़ 64 लाख 70 हजार रुपए से अधिक की लागत से 55 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया और 39 करोड़ 16 लाख 18 हजार रुपए की लागत से 82 विकास कार्यों का लोकार्पण किया ।
स्टॉलों का निरीक्षण, हितग्राहियों को सामान वितरित
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और स्थानीय विकास कार्यों की झलक को सराहा। इस अवसर पर उन्होंने लाभार्थियों को आवश्यक सामग्री वितरित कर उनकी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाया।
सुकमा के विकास की झलक स्टॉलों में प्रदर्शित
कार्यक्रम में लगाए गए स्टॉल सुकमा जिले की प्रगति और परंपराओं का जीवंत चित्रण कर रहे थे। खास तौर पर नियद नेल्ला नार परिया का मॉडल प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें सुकमा की ग्रामीण जीवनशैली और विकास की तस्वीर को दर्शाया गया।
आकार के बच्चों ने प्रदर्शित की कला कृतियां से कार्यक्रम में बच्चों ने अपनी कला और सृजनशीलता से सभी का मन मोह लिया। उनकी कला कृतियों में बस्तर ओलंपिक और आदिवासी वेशभूषा व परंपराओं की झलक देखने को मिली। इन प्रदर्शनों ने न केवल दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि स्थानीय संस्कृति और खेलकूद की अहमियत को भी उजागर किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रत्येक विभाग के स्टॉलों का गहन निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों से योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को सामग्री वितरित की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार हर व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
विभिन्न विभागों की सहभागिता
कार्यक्रम में जिला पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, वन विभाग, आदिवासी विकास विभाग, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, पशुपालन विभाग और श्रम विभाग ने अपने-अपने स्टॉल लगाए। प्रत्येक विभाग ने अपनी योजनाओं और गतिविधियों का प्रदर्शन कर क्षेत्र के विकास में अपनी भूमिका को रेखांकित किया।
इस दौरान वन एवं जलवायु परिवर्तन एवं प्रभारी मंत्री केदार कश्यप, सांसद बस्तर महेश कश्यप, आयुक्त बस्तर डोमन सिंह, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर पी सुंदरराज, कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव, पुलिस अधीक्षक किरण गंगाराम चव्हाण, जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन, अपर कलेक्टर गजेन्द्र ठाकुर, एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा, राज्य महिला आयोग सदस्य दीपिका सोरी, गणमान्य जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे, सुधीर पाण्डे, श्रीमती माडे बारसे, डमरूराम नाग, अरूण सिंह भदौरिया, नुपुर वैदिक, कोरसा सन्नू, सोयम मुका, विश्वराज सिंह चौहान, रमाकांत नायक, पीलूराम यादव, राधा मण्डावी, लीलाधर राठी, हुंगाराम मरकाम, दिलीप पेद्दी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, हितग्राही एवं अधिकारी उपस्थित थे।
सुकमा, 11 जनवरी। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों पर हमलों में कथित रूप से शामिल नौ कुख्यात नक्सलियों ने शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने इन नक्सलियों पर कुल 43 लाख रुपये का ईनाम था।
सुकमा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) किरण चव्हाण के मुताबिक, दो महिलाओं समेत नौ नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली खोखली और अमानवीय माओवादी विचारधारा तथा प्रतिबंधित संगठन के भीतर जारी अंदरूनी कलह से निराश हैं।
चव्हाण के अनुसार, नक्सलियों की प्लाटून संख्या 24 के कमांडर रनसाई उर्फ ओयम बुस्का (34) और पीएलजीए बटालियन संख्या 1 की कंपनी विंग के सदस्य प्रदीप उर्फ रव्वा राकेश (20) पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था।
उन्होंने बताया कि चार अन्य नक्सलियों पर पांच-पांच लाख रुपये, एक महिला नक्सली पर तीन लाख रुपये और दो अन्य नक्सलियों पर दो-दो लाख रुपये का इनाम था।
चव्हाण ने कहा कि रनसाई कथित रूप से कई हमलों में शामिल था। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले अन्य नक्सली भी सुरक्षा बलों पर हुए कई हमलों में शामिल थे।
चव्हाण के मुताबिक, कोंटा पुलिस थाना, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), खुफिया शाखा टीम और द्वितीय एवं 223वीं बटालियन के जवानों ने नक्सलियों का आत्मसमर्पण कराने में अहम भूमिका निभाई।
अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये दिए गए हैं और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा। (भाषा)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 9 जनवरी। गुरुवार सुबह पालीगुड़ा- गुंडराजगुडेम के मध्य जंगल पहाड़ में सुरक्षाबलों एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 3 नक्सली ढेर हो गए। सर्चिंग में 3 हार्डकोर पुरूष नक्सलियों के शव बरामद हुए। मृत नक्सलियों की पहचान की जा रही है।
पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 8 जनवरी को जिला सुकमा डीआरजी, एसटीएफ, एवं कोबरा की संयुक्त पाटी शीर्ष माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर जिला-सुकमा एवं बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र पालीगुड़ा एवं गुंडराजगुडेम क्षेत्र में रवाना हुई थी।
अभियान के दौरान 9 जनवरी की प्रात: लगभग 10 बजे ग्राम पालीगुड़ा- गुंडराजगुडेम के मध्य जंगल पहाड़ में सुरक्षा बलों एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो रूक-रूक कर चलती रही।
मुठभेड़ समाप्ति उपरांत सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर 3 पुरूष माओवादियों का शव बीजीएल लांचर, अन्य हथियार, भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ व नक्सल सामाग्री सहित बरामद हुआ।
मृत माओवादियों की पीएलजीए संगठन और दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के होने की संभावना है। मृत नक्सलियों की पहचान की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 जनवरी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन के नेतृत्व और मार्गदर्शन में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, बिहान के अंतर्गत गांवों में विभिन्न सकारात्मक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। इससे गांवों में निवासरत ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव और ख़ुशहाली आ रही है।
इसी क्रम में छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम गुडरा में वर्षा स्व-सहायता समूह (महिला संगठन) की दीदियों के द्वारा आसपास के ग्रामों की बेसहारा महिलाओं के लिए अन्न सेवा योजना की शुरूआत की गई है जिसके तहत समूह के सभी सदस्य बैठक में मु_ी चावल लेकर बैठक में आयेंगे। फिर लाए गए चावल को समूह के अध्यक्ष के पास इक_ा किया जाता है। समूहों के पास एकत्रित चावल को समूह के अध्यक्ष के द्वारा ग्राम संगठन की बैठक में प्रदान किया जाता है।
बिहान की दीदियों के द्वारा किए गए इस संवेदनशील पहल से गांव के गऱीब और जरूरतमंद परिवारों में ख़ुशी और उम्मीद की किरण जागी है। ग्राम संगठन के पास ज्यादा मात्रा में चावल एकत्र हो जाने पर किसी जरूरतमंद बेसहारा दीदी को एकत्र चावल नि:शुल्क अन्न सेवा के रूप में प्रदान किया जाता है। इससे उनकी आजीविका के लिए अन्न की सहायता प्राप्त हो जाती है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किए गए इन प्रयासों से कई लोगों का भला हो जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 जनवरी। सुदूर संवेदनशील क्षेत्र जगरगुण्डा में धान खरीदी प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित जगरगुण्डा के माध्यम से समिति में पंजीकृत 151 किसानों से बायोमेट्रिक अथेंटिकेशन आधार पर ऑनलाइन धान खरीदी की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।
धान खरीदी प्रारंभ होने से जगरगुण्डा क्षेत्र के ग्राम पंचायत जगरगुण्डा, तारलागुड़ा, कुन्देड़, पेन्टाचिमली, मिलमपल्ली, सुरपनगुड़ा, कोण्डासांवली, गोन्दपल्ली, सिलगेर, गुमोड़ी के किसान लाभान्वित होंगे।
8 जनवरी से 17 जनवरी तक धान उपार्जन केन्द्र जगरगुण्डा द्वारा 9 किसानों का 774.40 क्ंिव. धान खरीदी का टोकन जारी कर 51.20 क्ंिवटल धान की खरीदी की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 7 जनवरी। थाना पोलमपल्ली क्षेत्रान्तर्गत आईईडी प्लांट करने वाले 2 नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सलियों से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया।
पुलिस के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी कि दोरनापाल-जगरगुण्डा मार्ग में सुरक्षा बलों को बड़ी क्षति पहुंचाने की नीयत से गोरगुण्डा-पोलमपल्ली के मध्य मार्ग में नक्सलियों द्वारा 2 जगहों पर 15-15 किलोग्राम का आईईडी प्लांट किया गया था, जिसे सुरक्षाबलों की सतर्कता एवं सूझ-बूझ से दोनों आईईडी को बरामद कर सुरक्षा के दृष्टि से मौके पर निष्क्रिय किया गया था, जिससे नक्सलियों के मंसूबे को पानी फेरा गया एवं अप्रिय बड़ी घटना घटित होने से बचा लिया गया था।
उक्त घटना के संबंध में आरोपियों की तलाश के लिए 6 जनवरी को थाना पोलमपल्ली से 159 वाहिनी सीआरपीएफ, जिलाबल एवं कैम्प गोरगुण्डा से 226 वाहिनी सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी एरिया डोमिनेशन/नक्सलियों की गिरफ्तारी हेतु रवाना हुई।
अभियान के दौरान 2 नक्सलियों माड़वी लक्का (उपमपल्ली पंयायत मिलिशिया प्लाटून सदस्य) उपमपल्ली, डोडापारा थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा एवं माड़वी हांदा (दुलेड़ आरपीसी मिलिशिया सदस्य) ताड़मेटला गोंडेपारा थाना चिंतागुफा जिला सुकमा को पकड़ा गया।
पकड़े गये आरोपी उपरोक्त आईईडी को सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की मंशा से प्लांट करना बताये गया तथा आईईडी में प्रयुक्त होने वाले विस्फोटक सामाग्रियों को छुपाकर रखा, दोनों आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 7 जनवरी। सीआरपीएफ की चिकपाल स्थित 159वीं बटालियन मुख्यालय में अधिकारी मेस का उद्घाटन डीआईजी सीआरपीएफ सुकमा के द्वारा किया गया।
ज्ञात हो कि सुकमा जिले में नक्सल घटनाओं पर अंकुश लगाने, क्षेत्र में क़ानून व्यवस्था स्थापित करने हेतु सीआरपीएफ की 159वीं वाहिनी को सितम्बर 2024 में नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में तैनात किया गया है। सुकमा जिला छत्तीसगढ़ के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में गिना जाता है। इस बटालियन के मुख्यालय में जिला प्रशासन की मदद से बुनियादी सुविधाओं को पहुँचाने हेतु कार्य किया जा रहा है।
इसी क्रम में सीआरपीएफ की 159वीं बटालियन मुख्यालय में अधिकारी मेस का निर्माण कराया गया है। जिसका उद्घाटन आनन्द सिंह राजपुरोहित डीआईजी सीआरपीएफ सुकमा के द्वारा किया गया है। डीआईजी सीआरपीएफ आनन्द सिंह राजपुरोहित के द्वारा बटालियन के मुख्यालय में सुव्यवस्थित तरीक़े से कम समय में तैयार करने पर बटालियन के कमांडेंट कुमार मयंक एवं बटालियन के अन्य अधिकारियों की सराहना भी की। सुकमा एसपी किरण चव्हाण द्वारा बटालियन में हर सम्भव सुविधाएं पहुँचाने की बात कही गई।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में पहुँचे सभी अफ़सरों को बटालियन के कमांडेंट कुमार मयंक के द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 5 जनवरी। जिला सुकमा क्षेत्रान्तर्गत नक्सल संगठन में सक्रिय 3 नक्सलियों ने पुलिस अफसरों के सामने आत्मसमर्पण किया।
पुलिस के अनुसार नक्सली संगठन में सक्रिय 3 नक्सलियों क्रमश: मडक़म जोगा (मेट्टागुड़ा आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष) मरकनगुड़ा बड़ापारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, माड़वी हिड़मा (दुलेड़ आरपीसी मिलिशिया इनचीफ) ताड़मेटला स्कूलपारा थाना चिंतागुफा जिला सुकमा एवं अवलम/सलवम देवा (जोनागुड़ा आरपीसी सीएनएम उपाध्यक्ष) जोनागुड़ा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा के द्वारा नक्सल संगठन को छोडक़र समाज की मुख्यधारा में जुडऩे के उद्देश्य से अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में भास्कर भट्टाचार्य, उप कमाण्डेन्ट 02 री वाहिनी सीआरपीएफ, एवं निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत प्रभारी नक्सल सेल सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
नक्सली मडक़म जोगा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 02 री वाहिनी सीआरपीएफ, नक्सली माड़वी हिड़मा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल टीम एवं नक्सली अवलम देवा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में विशेष आसूचना शाखा सुकमा के कार्मिकों की रही विशेष भूमिका।
उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के प्रोत्साहन राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
घर-घर जाकर बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं की स्वास्थ्य जांच
टीबी की रोकथाम और बचाव के लिए दिलाई शपथ
सुकमा, 5 जनवरी। नियद नेल्लानार योजनांतर्गत चिन्हांकित ग्राम बोरगुड़ा सुकमा विकासखंड के ग्राम पंचायत पोंगाभेज्जी के अंतर्गत वनांचल ग्राम है, यहां शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम पगडंडी के सहारे पैदल चलकर पहुंची। यह गांव जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी की दूरी पर स्थित परिया कैम्प क्षेत्र में आता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा पेड़ की छांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया।
निक्षय निरामया छत्तीसगढ़ के अंतर्गत 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान के तहत शनिवार को दुर्गम पहुँचविहीन क्षेत्र बोरगुड़ा में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा समुदाय के लगभग 45 लोगों का स्वास्थ्य जाँच कर क्षय, मलेरिया, कुष्ठ, मधुमेह और रक्तचाप की स्क्रीनिंग की गई। शिविर के दौरान 10 क्षय रोग के संदिग्ध व्यक्तियों के बलगम का सैंपल लिया गया एवं जांच के लिए जिला क्षय उन्मूलन केंद्र भेजा गया। इसके साथ ही शिविर में आने वाले लगभग 127 लोगों का स्वास्थ्य जाँच कर नि:शुल्क दवा का वितरण किया गया। शिविर में ग्रामीण स्वास्थ्य जांच कराने बड़ी संख्या में पहुंचे।
इस अवसर पर ग्रामीणों को टीबी से अपने परिवार और पड़ोसियों को बचाने की शपथ भी दिलाई गई। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ग्रामीणों को साँप-बिच्छू से सावधान रहने, रात में मच्छरदानी लगाकर बिस्तर में सोने, पानी को छानकर पीने तथा अपने आस-पास साफ-सफाई रखने की समझाइश दी गई।
स्वास्थ्य शिविर में पिरामल फाउंडेशन से जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश सोलंकी, लेप्रा सोसाइटी से जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित कुण्डू, सेक्टर सुपरवाइजर श्यामलाल ध्रुव, सीएचओ उमेशा नाग, आरएचओ गोविंद दिरदो, माड़वी हिरमा, अनिल सोयाम और एएनएम दुले सोड़ी उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कपिल कश्यप के मार्गदर्शन में जिले के सभी पहुँचविहीन और जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी प्रकार के स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ दूरस्थ पहुंचविहीन क्षेत्रों में घर-घर दस्तक दे रही है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से गाँवो में अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सुविधाओं व कार्यक्रमों को पहुंचाया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा , 5 जनवरी। नियद नेल्लानार योजनांतर्गत ऐसे दूरस्थ गांव जो मुख्य शहर से काफ़ी दूर स्थित होते हैं, वहां बैंक सुविधाओं को पहुंचाना बहुत कठिन कार्य होता है। वर्तमान में शासकीय योजनाओं की राशि भी डीबीटीएल के माध्यम से सीधे हितग्राहियों के बैंक खाते में डाली जाती है। ऐसे में ग्रामीणों को लेन देन के लिए बैंक तक जाना बहुत मुश्किल होता था।
हितग्राहियों से बैंकों की दूरी कम करने के लिए जिला पंचायत की सीईओ नम्रता जैन के द्वारा अभिनव पहल किया गया है जिसमें एनआरएलएम बिहान के स्व-सहायता समूह की दीदियों के द्वारा बीसी सखी के रूप में गांव में शिविर लगाकर और घर घर जाकर बैंकिंग सुविधा प्रदान किया जा रहा है।
बीसी सखी के द्वारा ग्रामीणों के बैंक संबंधी सारा काम घर पहुंच उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे ग्रामीणों के बैंक तक आने जाने का समय और पैसा दोनों बच रहा है। अपने घर में ही बैंक सुविधा मिल जाने से ग्रामीण बहुत खुश हैं। बैंक सखियों को भी इस कार्य से आमदनी हो रही है जिससे उन्हें आत्मनिर्भरता की राह मिली है।
नेटवर्क की पहुंच से काम आसान
नियद नेल्लानर योजनांतर्गत चिन्हांकित गाँवों में नेटवर्क लग जाने से बीसी सखी दीदीयों के द्वारा पैसे का लेन देन किया जा रहा है। आधार इनेबल मशीन की सहायता से हितग्राहियों को आवश्यकतानुसार उनके खाते से पैसे निकालकर भुगतान भी किया जा रहा है। बीसी सखी के द्वारा उनके गाँव में घर घर जाकर उनका जनधन खाता भी खोला जा रहा है।
घर पहुंच बैंकिंग सुविधा से ग्रामीण हुए खुश
नियद नेल्लानार योजनांतर्गत गाँव सिलगेर, एलमागुण्डा, दुलेड़, परिया, दुब्बामरका और सामसट्टी में 6 बीसी सखियों भारती कोरसा, सुष्मिता माडकाम, पोडिय़ाम कोइंदे, माडवी राजू, वंजाम जोगी और मीडियाम मनोज के द्वारा नक़द लेन देन संबंधी कार्य सहजता से किया जा रहा है। उनके द्वारा दिसंबर में 106 हितग्राहियों को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से लगभग 67 हज़ार रुपये का भुगतान किया गया। दूरस्थ गांवों में ग्रामीणों के द्वारा बैंकिंग सेवा के माध्यम से पैसा आहरण करना बहुत बड़ी उपलब्धि है। वे अपने खाते से 100, 200 तो कभी 500 रुपये का आहरण कर रहे हैं। घर पहुंच पैसा मिल जाने से ग्रामीण बहुत खुश हैं।
स्कूली बच्चों में पौष्टिक भोजन के साथ पढ़ाई में बढ़ी रुचि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 4 जनवरी। सुकमा जिले में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना ‘न्योता भोजन कार्यक्रम’ का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। कोंटा विकासखंड के नियद नेल्लानार गांव प्राथमिक शाला सामसट्टी में शुक्रवार को जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन ने न्यौता भोज कार्यक्रम कराया। इस अवसर पर बच्चों को गरम और पौष्टिक भोजन जैसे चावल, दाल, सब्जी, और लड्डू परोसे गए।
भोजन से पहले बच्चों ने हाथ धोने की आदत को अपनाया और साफ-सुथरे हाथों के साथ अपनी खुशी व्यक्त की। नम्रता जैन ने बच्चों के साथ भोजन साझा करते हुए बच्चों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन ने कहा न्योता भोजन योजना बच्चों को बेहतर पोषण और सामुदायिक समर्थन प्रदान कर रही है। यह बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होने के साथ ही उनके शैक्षणिक प्रदर्शन में भी वृद्धि होगी।
न्योता भोजन, सामुदायिक भागीदारी का अनूठा उदाहरण
राज्य शासन और भारत सरकार की प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत च्च्न्योता भोजज्ज् कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ में लागू किया गया है। यह कार्यक्रम सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है और इसका उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना है। यह सामुदायिक भावना को सशक्त बनाने का माध्यम बन रहा है।
बच्चों के व्यवहार और रुचि में सकारात्मक बदलाव
न्योता भोजन कार्यक्रम से आता है। न्यौता भोज से बच्चों की भोजन आदतों और स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव हो रहा है। स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन मिलने से बच्चों में स्कूल जाने की रुचि बढ़ी है।
साथ ही, इस पहल से अभिभावकों और समाज के बीच स्कूलों के प्रति जवाबदेही और सहभागिता भी बढ़ी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 जनवरी। बारदाना की कमी और प्रबंधक की लापरवाही से नाराज किसानों ने सुकमा जिले के दोरनापाल स्थित पेंटा धान खरीदी केंद्र में विरोध प्रदर्शन करते हुए एनएच-30 पर चक्का जाम कर दिया। किसानों ने अपने धान से भरे ट्रैक्टरों को सडक़ पर खड़ा कर प्रबंधन और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
किसानों का आरोप है कि खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने 50-50 के रेशियो से बारदाना देने की बात कही, जिसमें आधा बारदाना सरकार की ओर से दिया जाएगा और शेष उन्हें अपने खर्च पर खरीदना होगा। इस नीति से किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ गया है, जिससे वे आक्रोशित हैं।
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने मांग की कि बारदाना मुफ्त उपलब्ध कराया जाए और खरीदी प्रक्रिया को व्यवस्थित किया जाए। हाईवे पर चक्का जाम के चलते यातायात बाधित रहा। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की।
पुलिस और प्रशासन के समझाने पर किसानों ने अपने ट्रैक्टर एनएच-30 से हटाकर धान खरीदी केंद्र के बाहर खड़े कर दिए। जब हमारे संवाददाता ने खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया, तो पाया कि गोदाम में बारदाना उपलब्ध है, लेकिन प्रबंधक गायब थे। इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो वे और बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 30 दिसंबर। आगामी नगरीय निकाय चुनाव एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण की मांग को लेकर पिछड़ा वर्ग समाज द्वारा सोमवार को बस्तर संभाग बंद और चक्काजाम किया गया। सुकमा जिला संपूर्ण बंद रहा।
सर्व ओबीसी समाज द्वारा आज जिला मुख्यालय घड़ी चौक में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन व चक्काजाम किया गया। कांग्रेस पार्टी, एवं सीपीआई, बहुजन समाज पार्टी का समर्थन मिला।
पिछड़ा वर्ग समाज के आरक्षण को लेकर सुकमा में बंद का असर दिखा। जिला मुख्यालय में लगने वाले साप्ताहिक बाजार से लेकर सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। आवागमन अवरुद्ध रहा। यात्री बस तक के पहिए थमे।
सुकमा जिला मुख्यालय के एनएच 30 मुख्य मार्ग बस स्टैंड घड़ी चौक पर चक्काजाम कर बस्तरिया राज मोर्चा ने भी समर्थन दिया।
नगरीय निकाय चुनाव में पिछड़ा वर्ग समाज के लोगों के आरक्षण में कटौती करने का पिछड़ा वर्ग समाज ने आपत्ति जताते सुकमा मुख्यालय में आक्रोश प्रदर्शन की।
हजारों को संख्या में ग्रामीण आदिवासी भी उपस्थित रहकर पिछड़ा वर्ग सर्व समाज को समर्थन दिए।
पिछड़ा वर्ग कर समाज के बस्तर संभागीय अध्यक्ष ने कहा है कि अगर उनकी मांगों को सरकार नजरअंदाज करती है, तो संभाग के सभी जिलों में विधायकों और संसद के घर में धरना प्रदर्शन करेगी।
इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इतंजाम रहे। आंदोलन प्रदर्शनकारियों को काबू करने पुलिस टीम मौजूद रही।
दूरस्थ वनांचल सिरकेट्टी के 157 लोगों का नि:शुल्क उपचार
घर-घर जाकर 1057 लोगों की जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 दिसंबर। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कपिल कश्यप के मार्गदर्शन में जिले के सभी विकासखण्डों में विशेषकर पहुँचविहीन जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। मौसमी बीमारियों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी प्रकार के स्वास्थ्य किट के साथ दूरस्थ पहुंचविहीन क्षेत्रों में घर-घर दस्तक दे रही है।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मेगा हेल्थ शिविरों के माध्यम से गाँवो में रहने वाले आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजनाओं व कार्यक्रमों को पहुंचाया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम 3 नदी-नालों को पारकर पगडंडी के सहारे दूरस्थ वनांचल ग्राम सिरकेट्टी पहुंची और वृहद् स्वास्थ्य शिविर लगाया गया।
निक्षय निरामया छत्तीसगढ़ के अंतर्गत 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान के तहत सुकमा जिले में एनटीईपी, एनवीबीडीसीपी, पिरामल फाउंडेशन और लेप्रा सोसाइटी के तत्वावधान में शुक्रवार को दुर्गम क्षेत्र ग्राम सिरसेट्टी के रेंगनपारा व पटेलपारा मे स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा समुदाय के लगभग 1057 लोगों की स्वास्थ्य जाँच कर क्षय, मलेरिया, कुष्ठ, मधुमेह और उच्च रक्तचाप की स्क्रीनिंग की गई। शिविर के दौरान 45 क्षय रोग के संदिग्ध व्यक्तियों का बलगम सैंपल लिया गया एवं जाँच के लिए जिला क्षय उन्मूलन केंद्र भेजा गया। इसके साथ ही शिविर में आने वाले लगभग 157 लोगों का स्वास्थ्य जाँच कर नि:शुल्क दवा का वितरण किया गया।
अपने गांव में ही नि:शुल्क दवा तथा इलाज की सुविधा पाकर ग्रामीण बहुत खुश हुए। वे अपने तथा अपने परिवार के लोगों का स्वास्थ्य जांच कराने बड़ी संख्या में पहुंचे। शिविर में ग्रामीणों को मौसमी बीमारी से सावधान रहने, रात में मच्छरदानी लगाकर सोने तथा अपने आस-पास साफ-सफाई रखने की समझाइश दी गई।
स्वास्थ्य शिविर में क्षय उन्मूलन विभाग से जिला कार्यक्रम समन्वयक मुकेश रॉय, मलेरिया विभाग से ब्लॉक टेक्निकल सुपरवाइजऱ मालती नेताम, सेक्टर सुपरवाइजर श्यामलाल ध्रुव, पिरामल फाउंडेशन से जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश सोलंकी और लेप्रा सोसाइटी से जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित कुण्डू उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 27 दिसंबर। छत्तीसगढ़ सर्व पिछड़ा वर्ग समाज के पदाधिकारियों का दौरा सुकमा में हुआ। सर्व पिछड़ा वर्ग बस्तर संभाग अध्यक्ष तरुण धाकड़ एवं प्रवक्ता देवलाल सोनवंशी छत्तीसगढ़ सुकमा प्रभारी राजू राम साहू अध्यक्ष सुकमा पहुंचे।
संभागीय अध्यक्ष तरुण सिंह ठाकुर ने कहा कि आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जिसमें ग्राम पंचायत नगर पंचायत नगर निगम नगर पालिका एवं जिला पंचायत चुनाव संपन्न होना है, उसमें बस्तर संभाग के पिछड़ा वर्ग समाज को नगण्य भागीदारी मिल चुकी है, जिससे पिछड़ा वर्ग समाज अचंभित है
हमारा प्रमुख एजेंडा यह है पिछड़ा वर्ग को जनसंख्या के अनुपात त्रिस्तरीय पंचायत में बस्तर संभाग के चुनाव में पिछड़ा वर्ग के नाम से आरक्षित सीट एवं पूर्व से लंबित मांग 27 फीसदी आरक्षण राज्यपाल से लटका हुआ बिल तत्काल बहाल किया जाए। इसी उद्देश्य आज सुकमा जिला मुख्यालय में 30 तारीख को चक्काजाम और शांतिपूर्ण आंदोलन कर पूर्णता जिला मुख्यालय बंद किया जाएगा।
बैठक में तरुण धाकड़ ने कहा यदि हमारी मांगों को पूर्ण रूप से 30 तारीख के पूर्ण नहीं करते तो निश्चित पूरे बस्तर संभाग के नौ जिलों में चक्काजाम महाबंद आंदोलन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन कि होगी
वहीं सर्व पिछड़ा वर्ग बस्तर संभाग प्रवक्ता देवलाल सोनवंशी ने कहा -आज कल ही सभी बस्तर संभाग के विधायक के निवास स्थल पर बस्तर जिला के 12 विधायक एवं सांसद के निवास स्थल पर जाकर ज्ञापन देंगे और 30 दिसंबर को चक्का जाम की भी जानकारी देंगे। पिछड़ा वर्ग समाज अपना हक अधिकार के लिए अब आर पार की लड़ाई लडऩे के पूरा मन बना चुका है। बैठक में सुकमा जिला के सभी पदाधिकारी मौजूद थे।
सुकमा जिला के जिला अध्यक्ष धनीराम यादव जिला उपाध्यक्ष के सुब्बा राव , नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू , योग आयोग के पूर्व सदस्य राजेश नारा,कोषाध्यक्ष मिथिलेश यादव माटी कला के पूर्व सदस्य सोनूरामनाग ,टहनगुरू राम यादव ,कैलाश, अध्यक्ष कुमार समाज जितेंद्र यादव ,समाज के महासचिव राजू राम नाथ ,कलार समाज संगठन मंत्री सीताराम नाग कुम्हार समाज अध्यक्ष हरि सिंह पांडे , मुन्ना नाग त्यागी समाज के प्रमुख बंधु उपस्थित थे।
सुकमा, 27 दिसंबर। जिला मुख्यालय में स्थित गायत्री शक्तिपीठ मंदिर वार्ड क्रमांक 11 गायत्री माता वार्ड में माता गायत्री की वर्षगांठ मनाई गई।
26 दिसंबर 1981 को माता गायत्री शक्तिपीठ की स्थापना सुकमा जिला मुख्यालय में 42 वर्ष पूर्व प्राण प्रतिष्ठा के साथ हुई थी, तब से लेकर अब तक हर वर्ष सालाना वर्षगांठ गयात्री समाज के लोगों के द्वारा मनाई जाती है
इस वर्ष भी 42 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात वर्षगांठ मनाया गया। गायत्री माता मंदिर शक्तिपीठ के व्यवस्थापक नरसिंग स्वामी की गौरवशाली उपस्थिति में, गायत्री समाज से जुड़े भक्तों द्वारा समाज के सभी वर्ग के लोगों की उपस्थिति में पूजा अर्चना अभिषेक कर जगत जननी गायत्री माता का स्थापना दिवस मनाया गया। सुकमा जिला मुख्यालय में गायत्री समाज के द्वारा समय-समय पर भव्य आयोजन 24 कुंडली महायज्ञ से लेकर अनेक प्रकार के धर्म से संबंधित सामाजिक जन कल्याणकारी कार्य नशा मुक्ति से लेकर लोगों को धर्म के प्रति जागरूकता , गरीब तबके के लोगों को शादी विवाह के बंधन में बांधने का कार्य, ऐसे अनेकों कार्य कर सुकमा जिला मुख्यालय के नाम को रोशन करने में गायत्री परिवार का एक बहुत बड़ा योगदान रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 27 दिसंबर। नगर पालिका परिषद् सुकमा में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर वार्ड क्रमांक 09 जनपद शाला के पास सुकमा में अटल परिसर निर्माण कार्य का शिलान्यास एवं भूमिपूजन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तथा उपमुख्यमंत्री एवं मंत्री नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग अरूण साव के द्वारा वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित समस्त नागरिक और अधिकारी कर्मचारी वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधिगण ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर भौतिक रूप से विधिवत पूजा अर्चना कर भूमिपूजन और शिलान्यास कार्यक्रम संपन्न कराया।
कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी, नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू, जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे और मनोज देव ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को नमन करते हुए उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया।
कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि रमाकांत नायक, विश्वविजय चौहान, नूपुर वैदिक सहित अन्य जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
बस्तरिया राज मोर्चा का समर्थन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा,27 दिसंबर। बस्तर संभाग पिछड़ा वर्ग समाज संघ द्वारा 30 दिसम्बर को नगरीय निकायों में अनेक आरक्षण को कमी कर देने के मुद्दे पर बस्तर बंद चक्काजाम करने का फैसला लिया गया है। बस्तरिया राज मोर्चा 30 दिसम्बर का चक्का जाम बस्तर बंद को पूरा समर्थन करता है और सरकार से मांग है कि इस पर पुनर्विचार किया जाए।
बस्तरिया राज मोर्चा के संयोजक मनीष कुंजाम ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि मौजूदा राज्य सरकार के एक रिटायर्ड आईएएस आर.एस.विश्वकर्मा की अध्यक्षता में पिछड़े वर्ग में आने वाली जातियों के लोगों की संख्या मालूम कराने एक कमेटी बनायी थी। इस विश्वकर्मा कमेटी में 2 माह 15 दिन में रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। कमेटी में 7 सदस्य हैं। बारिश के मौसम में कमेंटी के कोई सदस्य भी प्रदेश के सभी जिलों में पहुंचे होंगे, इसमें शंका है अध्यक्ष का सभी जिलों में पहुंचना तो और भी मुश्किल है।
ऐसी स्थिति में लगता है कि रिपोर्ट आनन - फानन में जल्दी में राजधानी के बंद कमरों में बैठकर बनाया गया है। जिसका नतीजा है कि यह हुआ कि इस रिपोर्ट का लागू कर देने से पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में कमी कर दिया गया। कमी कर देने से बस्तर में विरोध शुरू हो गया है और यह विरोध स्वाभाविक है, होना चाहिए। बस्तर के कई पालिकाओं व नगर पंचायतों में एक भी वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित नहीं है। यह सीधा - सीधा ओबीसी के साथ अन्याय व जुल्म है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 26 दिसंबर। सुकमा जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र लखापाल कैंप में सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत हिमांशु पाण्डे कमाण्डेंट-74 वाहिनीं के निर्देश में ई व एफ समवाय के कम्पनी कमाण्डर रवि कुमार मीना तथा सौरभ सुमन के कम्पनी के अधिकारियों और जवानों की उपस्थिति में वाहिनीं के डॉक्टर के द्वारा लखापाल के ग्रामवासियों की आवश्यकतानुसार खून जांच एवं शारीरिक जांच की गई।
जांच के उपरांत डॉक्टर के द्वारा ग्रामवासियों की खून जाँच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यकतानुसार दवाईयां वितरित किया गया और ग्रामवासियों को बताया कि किसी भी प्रकार की जरूरत पडऩे पर 74 वीं वाहिनी लखापाल कैम्प के जवान ग्रामीणों की किसी भी प्रकार से मदद करने को तत्पर हैं।
मेडिकल कैम्प के पश्चात् कैम्प के जवानो की तरफ से ग्रामवासियों को जलपान भी कराया गया। सीआरपीएफ के इस कार्य से ग्रामवासी काफी प्रसन्नहित नजर आये और इस कार्य की सराहना किया। कमांडेंट हिमांशु पांडेय ने सभी ग्रामवासियों का सीआरपीएफ पर विश्वास बनाए रखने पर आभार व्यक्त किया है और बताया कि आवश्यकतानुसार भविष्य में भी सभी प्रकार की सहायता की जाएगी।
सीआरपीएफ़ ने ग्रामीणों से बेहतर संबंध स्थापित करने शुरू का मुहिम
सीआरपीएफ़ का नाम बस्तर के विकास में सबसे अगली में लिया जाता है। और स्थानीय ग्रामीणों की समय समय पर जवानों द्वारा तमाम तरह से मदद की जाती रही है। इस बार स्वास्थ कैम्प के माध्यम से सीआरपीएफ द्वारा क्षेत्र लोगों से बेहतर संबंध स्थापित करने सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 24 दिसंंबर। कलेक्टर विलास भोसकर की अध्यक्षता में आयोजित समय सीमा की बैठक में मंगलवार को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 हेतु जारी धान खरीदी की समीक्षा की गई। बैठक में उन्होंने धान खरीदी में प्रगति, खरीदी केंद्रों में किसानों हेतु समुचित व्यवस्था। इसके साथ ही टीओ जारी होने और केन्द्रों में धान उठाव की जानकारी ली गई। उन्होंने नोडल अधिकारियों को खरीदी केन्द्रों के निरीक्षण के द्वारा निगरानी हेतु निर्देशित किया। उन्होंने अवैध धान, परिवहन, भण्डारण पर सतत निगरानी रखने तथा आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर श्री भोसकर ने 25 दिसंबर सुशासन दिवस के अवसर पर प्रत्येक अटल चौक पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी अटल चौक में मरम्मत व रंगरोगन के कार्य पूर्ति की जांच कर ली जाए।
इस दौरान बताया गया कि 27 दिसम्बर को सम्पत्ति कार्ड वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा वर्चुअल रूप से जुडक़र हितग्राहियों को सम्पत्ति कार्ड वितरित किए जाने है। जिस हेतु अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
उन्होंने समस्त तैयारियों को समय सीमा में पूर्ण कर आवश्यक कार्यवाही हेतु सम्बन्धित अधिकरियों को निर्देशित किया। आगामी 28 दिसंबर को पंचायत निर्वाचन के तहत विभिन्न पदों हेतु आरक्षण के लिए कार्यवाही की जानी है। कलेक्टर श्री भोसकर ने उक्त कार्य को सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर श्री भोसकर द्वारा समयसीमा में लंबित आवेदनों की समीक्षा की गई। इसके साथ ही 0-6 वर्ष तक के बच्चों के आधार कार्ड निर्माण, आयुष्मान कार्ड निर्माण में प्रगति, मिड डे मिल, आश्रम-छात्रावासों में व्यवस्था सहित अन्य कार्यों की समीक्षा करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत नूतन कंवर,अपर कलेक्टर सुनील नायक, अपर कलेक्टर राम सिंह ठाकुर,नगर निगम आयुक्त डीएन कश्यप सहित समस्त एसडीएम,सीईओ जनपद पंचायत एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
परिजनों से संपर्क करने में होगी आसानी, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में मदद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 24 दिसंबर। छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा जिले के अंदरूनी क्षेत्रों को संचार सुविधाओं से जोडऩे की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में कोंटा विकासखंड के नियद नेल्लानर गांव सिलगेर में मोबाइल नेटवर्क का शुभारंभ किया गया है। इस संचार क्रांति से सिलगेर के साथ साथ बिदरे गांव के ग्रामीणों और युवाओं को आधुनिक संचार सुविधा का लाभ मिलना प्रारंभ हो गया है।
उल्लेखनीय है कि सिलगेर में टावर की स्थापना नियद नेल्लानार योजना और केंद्र सरकार की यूएसओएफ योजना के तहत की गई है। इस बहुप्रतीक्षित नेटवर्क सेवा का लाभ सिलगेर के साथ साथ आसपास के गांव बिदरे और अन्य पारा मोहल्ला के निवासियों को भी मिलेगा।
सुरक्षा बलों की सहायता से संचार सुविधा का विस्तार सफलतापूर्वक किया गया। मजबूत नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं से न केवल स्थानीय निवासियों को अपने परिजनों से संपर्क साधने में आसानी होगी, बल्कि यह सुविधा छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए भी एक वरदान साबित होगी।
ऑनलाइन पढ़ाई और रोजगार
के मिलेंगे अवसर
इंटरनेट की सुविधा प्रारंभ होने से ग्रामीण छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने का बेहतर मौका मिलेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को भी डिजिटल संसाधनों जैसे यूट्यूब और अन्य डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म तक पहुंच आसान हो जाएगी। यह कल्याणकारी पहल ग्रामीण इलाकों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने में बहुत मददगार साबित होगी।
स्थानीय लोगों में उत्साह
सिलगेर में मोबाइल नेटवर्क के शुभारंभ से ग्रामीणों में उत्साह का माहौल है। इससे पहले ग्रामीणों के पास संचार सुविधा नहीं होने से बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब संचार की इस नई सुविधा ने स्थानीय लोगों को अपने परिजनों और बाहरी दुनिया से संपर्क साधने का अवसर प्रदान किया है। छत्तीसगढ़ शासन की यह कल्याणकारी पहल क्षेत्र के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
सरकार जरूर बदल रही है लेकिन वार्ड की तस्वीर नहीं
सुकमा, 24 दिसंबर। ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन छत्तीसगढ़ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश नाग ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि जिला मुख्यालय से महज 4 किमी.दूर वार्ड क्रमांक 08 कोटीगुंडा विकास कार्यों से दूर है। जनप्रतिनिधि नगरपंचायत से लेकर नगरपालिका चुनाव में दौड़े-दौड़े जरूर आते हैं, लेकिन जब विकास की बात आए तो उन्हें सांप सुंघ जाता है।
अभी नगरपालिका चुनाव में नेता भागकर आम जनता को लालच दिखाकर वोट लेने का काम करती है। हम विरोध करते हैं कि कोठीगड़ा में नगरपालिका में बीजेपी और कांग्रेस सरकार कब्जा करके बैठने के बाद भी वार्ड क्रमांक 08 का सडक़ नहीं बन पाया, इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है।
बीजेपी और कांग्रेस दोनों जुमले लोग हैं। विकास का डंका बजाने वाले इतने साल बाद एक वार्ड का सडक़ बना नहीं सकते। आज भी आम जनता के साथ स्कूली बच्चों को आने-जाने में काफी तकलीफ़ होती है। ख़ासतौर पर गर्भवती महिलाओं को लाना ले जाना में पत्थरीले रास्ता को तय मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 24 दिसंबर। जिला सुकमा के माओवादी के पीएलजीए बटालियन के कोर क्षेत्र ‘‘गोमगुड़ा’’ में नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित किया गया। नवीन कैम्प स्थापित होने से कैम्प के आस-पास क्षेत्रों में निवासरत् आम जन लोगों को शासन के मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल पाएगी।
वर्ष 2024 में माओवादियों के कोर क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा कुल 10 नवीन कैम्पों की स्थापना किया गया है।
पुलिस के अनुसार जिला सुकमा के अंदरूनी क्षेत्रों नक्सल उन्मूलन एवं विकास कार्यों में तेजी लाने छत्तीसगढ़ शासन से संचालित ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना के तहत नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन के सुरक्षित कहे जाने वाले कोर क्षेत्र में नवीन सुरक्षा कैम्प ‘‘गोमगुड़ा’’ 20 दिसंबर को स्थापित किया गया।
नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र में माओवादियों के विरूद्ध अभियान संचालन करने में आसान होगा एवं गोमगुड़ा, करनगुड़ा, मीनागट्टा, जिलोडग़ुड़ा, मोरपल्ली, गोलागुड़ा व आप-पास क्षेत्रों में निवासरत् आम लोगों का विकासात्मक कार्य एवं मूलभूत सुविधाऐ जैसे कि सडक़, पुल/पुलिया निर्माण, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधा, पीडीएस दुकाने, अच्छी शिक्षा, मोबाईल कनेक्टिविटी का विस्तार आदि की सुविधाएं मिल पाएगी। नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के आम-जन उत्साहित है।
विदित हो कि वर्ष 2024 में ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना अन्तर्गत जिले में माओवादियों के सुरक्षित कहे जाने वाले कोर क्षेत्रों में 10 नवीन सुरक्षा कैम्प टेकलगुड़ेम, पुवर्ती, मुकराजकोण्डा, दुलेड़, पुलनपाड़, लखापाल, तुमालपाड़, रायगुड़ेम, गोलाकोण्डा, एवं गोमगुड़ा नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित की गई है।
लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव से माओवादी विचारधारा को त्यागकर समाज की मुख्यधारा में जुडऩे के उद्देश्य से 326 नक्सलियों के द्वारा आत्मसमर्पण किये एवं विभिन्न नक्सल विरोधी अभियानों में 26 हार्डकोर माओवादियों को मार गिराने तथा 289 नक्सलियों को गिरफ्तार करने मे सफलता अर्जित की गई है।
सुकमा, 24 दिसंबर। जिला सुकमा के थाना भेज्जी क्षेत्रान्तर्गत नक्सल सप्लायर को गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली। नक्सल सप्लायर से कलर प्रिंटर मशीन बरामद किया गया। कलर प्रिंटर मशीन को कोंटा एरिया कमेटी के बड़े नक्सली नेताओं के कहने पर परिवहन किया जा रहा था। नक्सल सप्लायर को गिरफ्तार करने में थाना भेज्जी पुलिस एवं 219 वाहिनी सीआरपीएफ की रही संयुक्त कार्रवाई रही।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने लगाए कई आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 18 दिसंबर। बाला टिकरा पोटाकेबिन छात्रावास आश्रम में संदिग्ध हालत में दूसरी कक्षा में पढऩे वाली 8 वर्षीय छात्रा की मौत के बाद कांग्रेस पार्टी के द्वारा गठित जांच समिति को छात्रावास में जाने से शासन द्वारा पुलिस प्रशासन के प्रयोग से रोकना कहीं न कहीं एक बहुत बड़े अपराधिक लापरवाही के मामले को दबाने के संकेत देता है। प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने उक्त बातें कहते हुए शासन-प्रशासन, शिक्षा विभाग व्यवस्था पर कई गंभीर आरोप लगाए।
प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि निरंतर लगातार कई आश्रम छात्रावास में बच्चों की मौत की खबर सामने आ रही है, कहीं न कहीं किसी न किसी के लापरवाही की वजह से किसी के घर का चिराग बुझ रहा है जो मानवता को शर्मसार कर रही है।
हरीश कवासी ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार आई है तब से लेकर एक वर्ष में पूरे प्रदेश में हर मामलों में फेल, चारों तरफ डर का वातावरण, कानून व्यवस्था ठप, अनेक घटनाएं घट रही हैं इसके जिम्मेदार विष्णु देव सरकार है।
प्रेस वार्ता में कवासी ने आरोप लगाते कहा कि छात्रावास की अधीक्षिका भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष की पत्नी होने के कारण मामले को दबाने की साजिश हो रही है। गांव के सरपंच तक को छात्रावास में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है, इससे यह साबित होता है कि कहीं न कहीं एक अपराध और व्यवस्था को छुपाने का खेल शासन द्वारा प्रशासन के अधिकारियों से करवाया जा रहा है।
जल्द से जल्द इस मामले को जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट कार्यालय जाकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर इस मामले को दबाने की साजिश की गई तो फिर आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी के द्वारा धरना प्रदर्शन, चक्काजाम, उग्र से उग्र आंदोलन किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू नगर अध्यक्ष शेख सजार, जिला पंचायत सदस्य राजूराम नाग सोना कुकानार सरपंच कोषा मरकाम, जिला महामंत्री राजेश नारा, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष समीर खान, समस्त कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पोटाकेबिन में दूसरी कक्षा की छात्रा की मौत
ज्ञात हो कि सुकमा जिले के छिंदगढ़ ब्लॉक के बाला टिकरा में संचालित कन्या आवासीय पोटाकेबिन विद्यालय का है। यहां दूसरी कक्षा में पढ़ रही छात्रा की अज्ञात बीमारी से मौत हो गई। सोमवार की सुबह प्रार्थना के बाद छात्रा की तबीयत अचानक बिगडऩे पर उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी दरमियान अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची की मौत हो गई। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के लिए शव को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। छात्रा की मौत की खबर मिलते ही डीएमसी उमाशंकर तिवारी अस्पताल पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को छिंदगढ़ ब्लॉक के बालाटिकरा में संचालित कन्या आवासीय पोटाकेबिन विद्यालय की दूसरी कक्षा में पढ़ रही 8 साल की रौशनी नाग की अचानक मौत हो गई। पोटाकेबिन की अनुदेशिका रामबती सागर ने बताया कि सुबह करीब 5.30 बजे प्रार्थना के बाद छात्रा अपने बेड पर जा कर लेट गई। छात्रा को अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी। स्कूल स्टाफ तत्काल छात्रा को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने के लिए निकला। इसी बीच अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।
छात्रा की मां रामबती ने बताया कि, सुबह 6 बजे पोटाकेबिन के स्टाफ ने बेटी की तबीयत खराब होने की सूचना फोन पर दी। खबर सुनते ही वह छिंदगढ़ अस्पताल पहुंची। यहां पहुंचने के बाद उसे बेटी की मौत की खबर मिली।
मां रामबती के अनुसार बेटी को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। दिवाली की छुट्टियों में घर आई थी। उसके बाद एक बार बेटी से मिलने पोटाकेबिन गई थी। उस वक्त उसकी बेटी तंदुरुस्त थी। अचानक मौत की खबर ने उसे झकझोर कर दिया है।
पोटाकेबिन प्रबंधन पर सवाल करते हुए रामबती ने कहा कि जिम्मेदार कुछ बोल भी नहीं रहे हैं। कैसे और कब से मेरी बेटी बीमार थी। उसका इलाज क्यों नहीं कराया गया?, बिना किसी बीमारी के मौत कैसे हो सकती है?