जिला पंचायत अध्यक्ष ने लगाए कई आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 18 दिसंबर। बाला टिकरा पोटाकेबिन छात्रावास आश्रम में संदिग्ध हालत में दूसरी कक्षा में पढऩे वाली 8 वर्षीय छात्रा की मौत के बाद कांग्रेस पार्टी के द्वारा गठित जांच समिति को छात्रावास में जाने से शासन द्वारा पुलिस प्रशासन के प्रयोग से रोकना कहीं न कहीं एक बहुत बड़े अपराधिक लापरवाही के मामले को दबाने के संकेत देता है। प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने उक्त बातें कहते हुए शासन-प्रशासन, शिक्षा विभाग व्यवस्था पर कई गंभीर आरोप लगाए।
प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि निरंतर लगातार कई आश्रम छात्रावास में बच्चों की मौत की खबर सामने आ रही है, कहीं न कहीं किसी न किसी के लापरवाही की वजह से किसी के घर का चिराग बुझ रहा है जो मानवता को शर्मसार कर रही है।
हरीश कवासी ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार आई है तब से लेकर एक वर्ष में पूरे प्रदेश में हर मामलों में फेल, चारों तरफ डर का वातावरण, कानून व्यवस्था ठप, अनेक घटनाएं घट रही हैं इसके जिम्मेदार विष्णु देव सरकार है।
प्रेस वार्ता में कवासी ने आरोप लगाते कहा कि छात्रावास की अधीक्षिका भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष की पत्नी होने के कारण मामले को दबाने की साजिश हो रही है। गांव के सरपंच तक को छात्रावास में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है, इससे यह साबित होता है कि कहीं न कहीं एक अपराध और व्यवस्था को छुपाने का खेल शासन द्वारा प्रशासन के अधिकारियों से करवाया जा रहा है।
जल्द से जल्द इस मामले को जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट कार्यालय जाकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर इस मामले को दबाने की साजिश की गई तो फिर आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी के द्वारा धरना प्रदर्शन, चक्काजाम, उग्र से उग्र आंदोलन किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू नगर अध्यक्ष शेख सजार, जिला पंचायत सदस्य राजूराम नाग सोना कुकानार सरपंच कोषा मरकाम, जिला महामंत्री राजेश नारा, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष समीर खान, समस्त कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पोटाकेबिन में दूसरी कक्षा की छात्रा की मौत
ज्ञात हो कि सुकमा जिले के छिंदगढ़ ब्लॉक के बाला टिकरा में संचालित कन्या आवासीय पोटाकेबिन विद्यालय का है। यहां दूसरी कक्षा में पढ़ रही छात्रा की अज्ञात बीमारी से मौत हो गई। सोमवार की सुबह प्रार्थना के बाद छात्रा की तबीयत अचानक बिगडऩे पर उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी दरमियान अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची की मौत हो गई। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के लिए शव को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। छात्रा की मौत की खबर मिलते ही डीएमसी उमाशंकर तिवारी अस्पताल पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को छिंदगढ़ ब्लॉक के बालाटिकरा में संचालित कन्या आवासीय पोटाकेबिन विद्यालय की दूसरी कक्षा में पढ़ रही 8 साल की रौशनी नाग की अचानक मौत हो गई। पोटाकेबिन की अनुदेशिका रामबती सागर ने बताया कि सुबह करीब 5.30 बजे प्रार्थना के बाद छात्रा अपने बेड पर जा कर लेट गई। छात्रा को अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी। स्कूल स्टाफ तत्काल छात्रा को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने के लिए निकला। इसी बीच अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।
छात्रा की मां रामबती ने बताया कि, सुबह 6 बजे पोटाकेबिन के स्टाफ ने बेटी की तबीयत खराब होने की सूचना फोन पर दी। खबर सुनते ही वह छिंदगढ़ अस्पताल पहुंची। यहां पहुंचने के बाद उसे बेटी की मौत की खबर मिली।
मां रामबती के अनुसार बेटी को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। दिवाली की छुट्टियों में घर आई थी। उसके बाद एक बार बेटी से मिलने पोटाकेबिन गई थी। उस वक्त उसकी बेटी तंदुरुस्त थी। अचानक मौत की खबर ने उसे झकझोर कर दिया है।
पोटाकेबिन प्रबंधन पर सवाल करते हुए रामबती ने कहा कि जिम्मेदार कुछ बोल भी नहीं रहे हैं। कैसे और कब से मेरी बेटी बीमार थी। उसका इलाज क्यों नहीं कराया गया?, बिना किसी बीमारी के मौत कैसे हो सकती है?