सुकमा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 10 जुलाई। थाना कोंटा/भेज्जी क्षेत्रान्तर्गत सक्रिय कोंटा एरिया कमेटी के 2 ईनामी सहित 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार एक नक्सली पर 2 लाख एवं एक नक्सली पर एक लाख ईनाम घोषित है। दो नक्सली वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान केन्द्र में फायरिंग करने की घटना में शामिल एवं वर्ष 2024 में गंगराजपाड़ के ग्रामीण ताती बुधरा की हत्या करने की घटना में शामिल रहा है।
पुलिस के अनुसार डी.आर.जी. का बल, थाना कोंन्टा व थाना भेज्जी का बल एवं 218 बटालियन के.रि.पु.बल की ‘‘बी’’+‘‘जी’’ एवं यंग प्लाटून की संयुक्त पुलिस पार्टी दो भागों में विभक्त होकर ग्राम नीलामडग़ू एवं ग्राम पीलावाया की ओर नक्सल विरोधी अभियान हेतु रवाना हुई थी।
नक्सल विरोधी अभियान के दौरान संयुक्त पुलिस पार्टी द्वारा ग्राम पीलावाया में नक्सली आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ा गया। पकड़े गए नक्सली आरोपियों में ईनामी 01 लाख रूपये, मिलिशिया कमाण्डर, ईनामी 2 लाख रूपये थाना कोन्टा में पूर्व से अपराध मामला जिसमें विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान केन्द्र बण्डा में चुनाव ड्यूटी में लगे सुरक्षा बलों के उपर फायरिंग करने की घटना में संलिप्त होना पाया गया। दोनों नक्सली आरोपी गिरफ्तारी के भय से विगत कई दिनों से फरार थे जिनकी लम्बे समय से पुलिस तलाश कर रही थी।
इसी प्रकार मुखबिर से सूचना मिली थी कि 4 संदिग्ध व्यक्ति इन्जरम से भेज्जी मुख्य मार्ग पर विगत 2 दिनों से लगातार किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने के लिए रैकी कर रहे हैं। उक्त सूचना के आधार पर थाना कोन्टा एवं थाना भेज्जी की संयुक्त पुलिस पार्टी द्वारा ग्राम एटेगट्टा एवं गोरखा के बीच 4 संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर विगत 2 दिनों से क्षेत्र में लगातार उपस्थित रहने के संबंध में पूछताछ करने पर कोन्टा एरिया कमेटी का सक्रिय सदस्य होना तथा पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से कोत्ताचेरू व गोरखा के बीच जंगल में 01 बम व विस्फोटक साम्रगी छुपाकर रखना तथा क्षेत्र में बढ़ते पुलिस गश्त के कारण आई.ई.डी. प्लांट नहीं कर पाना बताया गया।
चारों नक्सली आरोपियों की निशानदेही पर कोत्ताचेरू व गोरखा के बीच जंगल से आरोपियों को थाना भेज्जी में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की गई।
उक्त सभी नक्सली आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
इस कार्रवाई में डी.आर.जी. सुकमा, जिला पुलिस बल थाना कोन्टा/भेज्जी एवं 218 बटालियन केरिपु बल की ‘‘बी+जी’’ व यंग प्लाटून तथा 219 बटालियन के आसूचना शाखा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।