‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 17 जनवरी। जिले के सभी प्राथमिक, माध्यमिक, हाई व हायर सेकंडरी स्कूलों में गुरुवार को पैरेंट्स टीचर्स मीटिंग हुई। 877 प्राथमिक शाला, 444 माध्यमिक शाला, 57 हाईस्कूल, 111 हायर सेकंडरी सहित कुल 1489 स्कूलों में बैठक हुई। बैठक में 23 हजार 169 पालक शामिल हुए।
जिले के 168 हाई व हायर सेकंडरी स्कूल में बैठक के सुचारू रुप से संचालन के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारी बनाए थे। सभी नोडल अधिकारी ने अपने क्षेत्र के स्कूलों में बैठक की। पालकों व शिक्षकों के बीच अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम पर चर्चा की गई। इसके बाद बीते 5 साल के प्रश्न पत्र के साथ जिले में मिशन अव्वल टीम द्वारा तैयार किए गए प्रश्न पत्रों के सेट से अवगत कराया गया।
मार्च में होने वाली 10वीं औैर 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान जिले में छात्रों में होने वाले तनाव को दूर करने के उद्देश्य से पीटीएम बैठक हुई। शासकीय उमावि सोरम में कलेक्टर नम्रता गांधी पहुंचकर छात्रों और पालकों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा होनी है। पालक छात्रों पर अनावश्यक दबाव न डालें। बच्चों की अन्य छुपी हुई प्रतिभा को पहचाने और उसे उसी दिशा में आगे आने में सहयोग करें। बच्चों पर नकारात्मक बातों को हावी न होने दें। यह दौर बच्चों के लिए काफी नाजुक दौर होता है, पालकों की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को इस दौर से उबारें और उन्हें आगे बढ़ाने में मदद करें।
उन्होंने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों से कहा कि किसी भी तरह की समस्या आने पर अपने पालकों, शिक्षकों या किसी नजदीकी से जरूर साझा करें।
नशापान और बुरी आदतों से दूरी बनाएं। समय बहुमूल्य है, स्कूली जीवन में आप जो चाहोगे कर सकते हैं, जो लक्ष्य रखोंगे, प्राप्त कर सकते हैं। जिन्होंने समय का उपयोग कर लिया, वह जिंदगी में मजे में रहते हैं, और जो समय मूल्य नहीं समझा, वे पीछे रह जाते हैं। कलेक्टर ने कहा कि अधिक अंक प्राप्त करना अंतिम हल नहीं हैं। उन्होंने ऐसे महापुरुषों और उच्च अधिकारियों का उदाहरण दिया, कि जो स्कूली जीवन में तो कमजोर थे, लेकिन आगे चलकर उच्च पदों पर आसीन रहे।