धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 25 नवंबर। उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व की एंटी पोचिंग टीम ने ओडिशा के नवरंगपुर से 3 तस्करों को पकड़ा था, जिनसे तेंदुए की खाल बरामद की थी। इस मामले में फरार शिकारी की तलाश वन विभाग की टीम कर रही है। तीनों तस्करों को रिमांड पर भेज दिया है। इनसे बाइक समेत 3 मोबाइल जब्त हुए हैं। अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच में जहर देकर तेंदुए का शिकार करने की आशंका जताई है।
उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि 22 नवंबर को मुखबिरों से सूचना मिली कि नवरंगपुर के 3 व्यक्ति तेंदुए की खाल बेचने ग्राहक ढूंढ रहे हैं। नवरंगपुर वन मंडल व डीआरआई रायपुर के साथ संयुक्त टीम बनाई। टीम उमरकोट परिक्षेत्र के करका सेक्शन के उदयपुर हाथिबेना मार्ग पहुंची। जहां तेंदुए की खाल के साथ चमरा गोंड, खेदुराम व मंगलदास हरिजन को पकड़ा। तीनों तस्करों ने खाल सालभर पहले की बताई है। साथ ही इस मामले में एक अन्य आरोपी का नाम बताया, जिसने तेंदुए का शिकार किया है।
तस्करों से सिर से पूंछ तक की 195 सेंमी लंबी खाल जब्त हुई। प्रारंभिक जांच में जहर देकर शिकार करना पाया गया। आरोपियों को रिमांड पर भेजा। फरार शिकारी को ढूंढने छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर सक्रिय अन्य तस्करों, आरोपियों की तलाश जारी है।
तेंदुआ, हिरण, बारहसिंघा जैसे जानवरों का शिकार
उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व में शिकारी सबसे ज्यादा सक्रिय हैं, जो आए दिन वन्य प्राणियों का शिकार कर रहे है। लगातार वन्य प्राणियों का शिकार किया जा रहा है। ऐसे में इनकी सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। धमतरी जिले में 8 रेंज हैं, इनमें उत्तर सिंगपुर, दक्षिण सिंगपुर, बिरगुड़ी, दुगली, नगरी और सांकरा रेंज में भी शिकारी सक्रिय हैं। धमतरी, कुरूद रेंज में जंगल ब वन्यप्राणी कम होने के कारण इन क्षेत्रों में शिकारी नहीं मिलते हैं।