कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 24 नवंबर। भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि जिले के 67 उपार्जन केन्द्रों में पंजीकृत किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान उपार्जन किया जा रहा है। जिले के किसानों को उपार्जन केन्द्र में टोकन प्राप्त करने से उपार्जन केन्द्र में धान विक्रय तक हरसम्भव सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों का धान सरकार ने समर्थन मूल्य पर 14 नवम्बर से प्रारंभ कर चुकी है।
आगे कहा कि किसानों की उपार्जित धान का सही तौल के लिए इलेक्ट्रॉनिक कांटा की व्यवस्था के साथ ऐसी सभी सुविधा प्रदेश सरकार उपलब्ध करा रही है तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है। कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहन मरकाम के आरोप बेबुनियाद है।
कांग्रेस शासनकाल के दौरान की धान खरीदी की स्थिति व व्यवस्था प्रदेश की जनता देख चुकी है। कांग्रेस के कर्जा माफ के घोषणा के बाद भी किसानों ने काँग्रेस को नकार दिया। पूर्व विधायक के द्वारा किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार किसानों से 15 ,17 क्विंटल नहीं बल्कि 21 क्विंटल प्रति एकड़ 3100 रुपये पर खरीदी कर रही है। प्रदेश में धान खरीदी कार्य सुचारू रूप से नियमानुसार अधिकारी कर रहे हैं।
भाजपा किसानों के उपज के बाजिब मूल्य प्रदान करने के लिये भाजपा हमेशा तत्पर रही है जिसके परिणामस्वरूप प्रति एकड़ धान खरीदी 3100 रुपए में धान खरीदी की जा रही है। कांग्रेस शासन काल में किसानों को परेशान करने मे कोई कसर नहीं छोड़ी गई, सभी क्षेत्रों मे हाहाकार मचा हुआ था। भाजपा ने किसानों क़े हितों को ध्यान रख कर योजना को किसानों तक पहुचा रही है।
भाजपा अपने घोषणा पत्र में जुड़ी हर एक वादा को पूरा कर रही है। हर वादे पूरे होते देख पूर्व विधायक जी को तकलीफ होने लगी है यदि पूर्व विधायक जी को किसानों की चिन्ता होती तो जिले के किसान आज पिछड़े नही रहते। दस सालों तक पूर्व विधायक को किसानों की चिंता नही दिखी। प्रदेश की भाजपा सरकार के कल्याणकारी योजना आज किसानों के पास पहुंचने लगी है । भाजपा सरकार ने वनाधिकार पट्टा से लेकर किसानों हक के लिये किसानों के साथ हमेशा खड़ी रही है और आगे भी किसानों के साथ है।
जिसका परिणाम है कि जिले में इस वर्ष 55, 298 किसानों के द्वारा धान विक्रय हेतु पंजीयन कराया गया है, जिसमें गत वर्ष की तुलना में 3266 नवीन कृषकों के द्वारा पंजीयन कराया गया है।
कृषकों के कुल धान का रकबा 76383.67 हे. पर उपार्जित धान की खरीदी की जा रही है। सरकार पर आरोप तथ्यहीन है, इसका उदाहरण किसान बिरस प्रसाद /शिव चरण के रकबा 8.059 से 14 नवम्बर को 158.40 क्विंटल व तामेश्वरी पिता बिरज प्रसाद के रकबा 0.809 से 41.60 क्विंटल टोकन काटा गया इसके बावजूद पूर्व विधायक जी द्वारा किसानों के रकबा से कम खरीदी की जा रही है कहकर बयान जारी करना मतलब किसानों को भ्रमित करना है।