धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 8 नवंबर। सूर्य उपासना का पर्व छठ धमतरी में आस्था और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। छठ महापर्व के चौथे दिन आज ब्रम्ह मुहूर्त में आमातालाब, रुद्रेश्वर घाट पर सूर्यदेव के उदय होने पर विधिवत पूजा की गई। व्रती महिलाओं ने उगते सूर्य को अघ्र्य अर्पित कर परिवार की सुख-समृद्धि की मंगल कामना की।
पूजा के लिए गन्नों से मंडप तैयार किया गया था। गन्ना, अदरक, कंद, हल्दी सहित अन्य फलों का भोग लगाया गया। परंपरानुसार कमर भर पानी में खड़े होकर उगते सूर्य को अघ्र्य दिया। श्रद्धा भक्ति से भगवान सूर्यदेव और छठी मइया के जयकारे गूंज उठे। पूरे परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
अघ्र्य के बाद व्रती महिलाओं ने छठी मइया को अर्पित किए गए भोग को प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण किया। व्रत का पारण करने के साथ ही 4 दिवसीय छठ महापर्व का समापन हुआ। तालाब किनारे पटाखे फोडक़र खुशियां मनाई।
समाजजनों ने बताया कि छठ पर्व का विशेष महत्व है। छठ पर्व पर तीसरे दिन कमर भर पानी में खड़े होकर अस्तांचल होते तक भगवान सूर्य को अघ्र्य दिया जाता है। अंतिम दिन उगते सूर्य को अघ्र्य दिया जाता है। इस पर्व में सूर्य नारायण एवं छठी माई का विधि-विधान से पूजा करने से परिवार में समृद्धि आती है।