बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 31 अक्टूबर। समाज में फैल रही नशे की कुरीतियों पर पूर्णत: रोक लगाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन अब सघन जन-जागरण अभियान चलाएगा। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में आयोजित अधिकारियों की बैठक में कहा कि नशा व्यक्ति ही नहीं, पूरे समाज के पतन का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत बेमेतरा जिले को पूरी तरह नशा मुक्त जिला बनाने के लिए ठोस रणनीति के साथ कार्य किया जाएगा। कलेक्टर शर्मा ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए स्पष्ट किया कि यह केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि सामाजिक अभियान होगा, जिसमें जनसहभागिता सबसे अहम है।
स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम होंगे आयोजित
कलेक्टर ने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि जिलेभर में नशा उन्मूलन के लिए संगोष्ठियों, जनसभाओं और स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से नागरिकों, विशेषकर युवाओं को नशापान से होने वाले शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने जिले के सभी नागरिकों, युवाओं और समाज के विभिन्न वर्गों से अपील की कि वे स्वयं नशापान से दूर रहें और दूसरों को भी इससे बचने के लिए प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा, ऽहर नागरिक अपनी सामाजिक जिमेदारी निभाए, तभी नशा मुक्त समाज का निर्माण संभव है।
अवैध शराब पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
बैठक के दौरान कलेक्टर शर्मा ने यह भी निर्देश दिए कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध या जहरीली शराब की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। इस दिशा में कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थानों के आसपास स्थित नशे से जुड़ी दुकानों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि युवा वर्ग सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सके।


