बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 अक्टूबर। ड्रायवर महासंघ के आह्वान का असर जिला भर में दिखाई दिया। अनिश्चितकालीन हड़ताल के प्रथम दिन नेशनल हाईवे एव स्टेट हाईवे में वाहनों का दौडऩा बंद रहा। बस व माल वाहकों के हड़ताल की वजह से पब्लिक ट्रासंपोर्ट से आवागमन करने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं शनिवार बाजार दिवस पर बाहर से आने वाले ग्राहक व दुकानदार के नहीं आने से बाजार फीका रहा।
प्रतिदिन जिला के सरहद से गुजरने वाले 200 से अधिक यात्री बसों का फेरा कल बंद रहा। स्टेयरिंग छोड़ो के आह्वान पर बेमेतरा से दुर्ग मार्ग में ग्राम निनवा, हथमुड़ी, कंतेली, देवरबीजा, धमधा, देवकर, राजनांदगांव, परपोड़ी, खैरागढ़ से आने व जाने वाली बसे नहीं चली। इसी तरह बेमेतरा से नवागढ़, बिलासपुर, भाटापारा रूट पर चलने वाली बसें अपने हल्टींग वाले स्थान पर ही थमी रही। नेशनल हाईवे 30 में जबलपुर से आने वाले व जबलपुर की ओर जाने वाली अंतरराज्यीय मार्ग की बसें बंद रही। इसी तरह स्टेट पर चलने वाली बसे जो कवर्धा, बेमेतरा, सिमगा, रायपुर रूट पर चलती है।
शहर के बस स्टैंड पर दिखा असर
जिला मुख्यालय के आलावा साजा, देवकर, थानखम्हरिया, मारो, दाढ़ी, परपोड़ी, बेरला, समेत सभी बस स्टैंडों पर वाहनों के पहिए थमे रहे है। साजा ,थानखम्हरिया में वाहन चालाको ने रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। बेमेतरा में भी चालक एकजुट होकर चक्काजाम की तैयारी कर रहे थे, जिसे एक दिन के लिए स्थगित किया गया है।
महासंघ की यह है मांग
वाहन चालक महासंघ ने पूरे राज्य में शराबबंदी लागू करने, ड्राइवर व हेल्पर बोर्ड का गठन कर उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान करने, सडक़ दुर्घटना में घायल या मृत ड्राइवरों को आर्थिक सहायता और मुआवजा देने, सडक़ दुर्घटना में दिवंगत ड्राइवरों के परिजनों को सरकारी नौकरी का लाभ देनेे, निजी स्कूलों में ड्राइवरों के बच्चों की शिक्षा निशुल्क हो तथा 10 प्रतिशत आरक्षण देने एवं ड्राइवरों की सेवानिवृत्ति आयु 55 वर्ष तय कर पेंशन योजना लागू करने की मांग की है।
वाहन का कर रहे थे इंतजार
पहिये थमने की जानकारी नहीं होने पर कई यात्री बेमेतरा बस स्टैंड पहुंचे थे, तो कुछ सडक़ पर ही वाहन के आने का इंतजार कर रहे थे। वाहन का इंतजार करने के बाद वाहन नहीं आने के कारण का पता चलने पर कई घर वापस लौटे। रायपुर जाने के लिए आए गोलु साहू ने बताया कि उसे जानकारी नहीं थी वो रायपुर जाने के लिए बस पकडऩे के लिए आया था।
सब्जी बेचने वाले संतोष पटेल ने बताया कि वह सब्जी बेचने के लिए बस से आता था पर वही बस के नही मिलने से छोटे वाहन से आया है। प्रथम दिन लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं दो पहिया वाहन से आने-जाने वालो की संख्या आज अधिक रही।
गुड्स परिवहन भी नहीं हुआ
यात्री बस के अलावा अन्य परिवहन वाहने के पहिए भी थमे रहे। आम तौर पर सडक़ पर फर्राटे वाले वाहन जहां पर जैसे है उसी स्थिति में रूका रही। परिवहन नहीं होने से आलू, प्याज, मसाला, सब्जी व अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं का भाव पर असर पड़ा है।


