बेमेतरा

गौरा-गौरी झांकी पर बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति
19-Oct-2025 3:37 PM
 गौरा-गौरी झांकी पर बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति

राम-लक्ष्मण, सीता और हनुमान की अयोध्या वापसी की झांकी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 19 अक्टूबर। दीपावली अवकाश के पूर्व शासकीय प्राथमिक पूर्व माध्यमिक शाला खपरी विकासखंड साजा में प्रधान पाठक धनेश रजक की मार्गदर्शन मे स्कूली नन्हें कलाकारों ने कक्षा वार चार जोड़ा मिट्टी का गौरा-गौरी बनाया, और बेटियां जोहर जोहर मोर गौरा अउ गौरी जोहर लागव मंै तोर गीत गाते हुई बेटे लोग दफड़ा, निशान, टासक, बजाते सुन्दर गांव की तर्ज पर दर्शकों के समक्ष प्रस्तुति दी।

बच्चों की उत्साह देखते हुए प्रधान पाठक धनेश रजक ने स्वयं दफड़ा बजाया, दर्शक एक शिक्षक को बच्चों के साथ वाद्ययंत्र बजाते देख खुश हो गये खुब तालियां बजाकर सम्मान किया, सहायक शिक्षक विजय लक्ष्मी रावत व स्वयं सेवी शिक्षिका गुनिता निर्मलकर, यामिनी निर्मलकर ने बच्चों को सुन्दर तैयार किया सुन्दर राम लक्ष्मण माता सीता हनुमान भी बनाये जो दर्शकों का मन मोह लिया।

 तत्पश्चात बच्चों ने राऊत नृत्य प्रस्तुत किये, भगवान राम लक्ष्मण माता सीता हनुमान जी का अयोध्या वापसी का बहुत ही मनमोहक झांकी दिखाये, सभी पालक व दर्शक खुश हो गये। सरपंच गिरधारी निर्मलकर ने बच्चों की इस प्रस्तुति की सराहना की कहा प्रधान पाठक धनेश रजक के नेतृत्व मे बेहतर शाला संचालन हो रहा है, आज बच्चों की प्रस्तुति मन मोह लिया, सभी शिक्षक बच्चों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति परम्परा तीज त्यौहार से बच्चों को अवगत करा रहे हैं। बहुत सराहनीय कार्य।

प्रभारी प्रधान पाठक तारकेश्वर निर्मलकर ने सभी पालकों को दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा आप सभी हमारे बच्चों का उत्साह वर्धन करने पहुंचे हो आप सभी को धन्यवाद। प्रधान पाठक धनेश रजक ने स्वयं के खर्च से बच्चों के लिए गुल्लक लाया और गौरा गौरी बनाने मे प्रथम द्वितीय तृतीय चतुर्थ स्थान प्राप्त किये बच्चों को गुल्लक देकर सरपंच गिरधारी निर्मलकर व अध्यक्ष शेष नारायण निर्मलकर के हाथों सम्मानित कराया व शेष बच्चों को सम्मान के रूप पेन कापी दिया गया।

 

गौरा गौरी बनाने वाले बच्चे कक्षा चौथी से - धैर्य शिवा, कक्षा पांचवी से -मिथलेश पुरब, कक्षा छठवीं से  लक्ष्य निर्मल कर व साथी,कक्षा आठवीं से -दानवीर, इन्द्र कुमार, श्याम, योगेश, गणेश, गौरा गौरी गीत गाने वाली बेटियां -हेमलता निर्मल कर व साथी, नृत्य प्रस्तुत करने वाली बेटियां लवली निर्मल कर व साथी रहे। प्रधान पाठक धनेश रजक ने कहा आज बच्चों को बचत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पुरस्कार मे गुल्लक दिया गया,ताकि बच्चे फिजुल खर्ची से बचे और पैसे का सदुपयोग करे, बच्चों को विस्तार से बताया हम गौरा गौरी क्यूं रखते है,दीपावली क्यूं मनाते है, गोर्वधन पुजा क्यूं करते है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक चंद्रशेखर कश्यप ने किया व आभार व्यक्त सहायक शिक्षक थुकेल राम तारम ने किया। बच्चों के झांकी प्रस्तुति के समय गांव के पालक प्रदीप निर्मलकर, शेष नारायण निर्मलकर, पुरंजनिय निर्मलकर, तोप सिंह निर्मल कर नारायण निर्मलकर, चमेली निर्मल कर, श्यामा बाई, गोमती सिन्हा, साहेबीन, सुरेखा निर्मल , उतरा, रूपचंद, बिहारी, अमोला बाई, पार्वती, हेमलता व सभी बच्चों के दादा दादी, जनप्रतिनिधि व सभी छात्र छात्राएं व सभी शिक्षक शिक्षिका उपस्थित रहे।


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