सूरजपुर

निलंबन के निर्देश के बाद भी कार्रवाई ठप, प्रतापपुर बीईओ पद पर यथावत
27-Nov-2025 8:32 PM
निलंबन के निर्देश के बाद भी कार्रवाई ठप, प्रतापपुर बीईओ पद पर यथावत

प्रतापपुर, 27 नवंबर। कलेक्टर सूरजपुर एस. जयवर्धन द्वारा विद्यालय शिक्षा एवं आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा बैठक में प्रतापपुर के प्रभारी बीईओ मुन्नूलाल धुर्वे के निलंबन का प्रस्ताव आयुक्त को भेजने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद अब तक कार्रवाई आगे नहीं बढऩे पर क्षेत्र में प्रतिक्रिया सामने आ रही है।

16 अक्टूबरको कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने प्रतापपुर ब्लॉक की शैक्षणिक गतिविधियों—बोर्ड परीक्षा की तैयारी, अशासकीय विद्यालयों की जांच, गणवेश वितरण, पुस्तक वितरण, मध्यान्ह भोजन योजना और फील्ड निरीक्षण व्यवस्था—के संबंध में प्रस्तुत रिपोर्टों पर असंतोष व्यक्त किया था।

कलेक्टर ने आदेशों के पालन में कमी, निरीक्षण में अनियमितता और विभागीय कार्यों में कमियों को देखते हुए बीईओ धुर्वे के विरुद्ध निलंबन प्रस्ताव संभागायुक्त को भेजने का निर्देश जिला शिक्षा विभाग को दिया था।

निर्देश जारी होने के बाद भी एक महीने से अधिक समय बीत गया है, लेकिन निलंबन प्रस्ताव पर आगे की कार्रवाई न होने के कारण बीईओ मुन्नूलाल धुर्वे वर्तमान पद पर कार्यरत हैं। इस स्थिति पर स्थानीय नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया सामने आई है। उनका कहना है कि शीर्ष अधिकारी द्वारा निर्देश के बाद भी जिला स्तर पर देरी का कारण स्पष्ट नहीं है।

शिकायतकर्ता चंद्रिका कुशवाहा द्वारा 14 जुलाई 2025 को आयुक्त, सरगुजा संभाग को भेजी गई शिकायत में बीईओ की कार्यशैली को लेकर आरोप लगाए गए थे।

—फील्ड निरीक्षण में कमी, योजनाओं के क्रियान्वयन में समस्याएं, मध्यान्ह भोजन व्यवस्था को लेकर शिकायतें और शिक्षक समुदाय के साथ समन्वय में कठिनाइयां।

इन मुद्दों का प्रभाव प्रतापपुर के शैक्षणिक वातावरण पर पडऩे की बात स्थानीय लोगों द्वारा कही जा रही है।

शासन की स्थानांतरण नीति के अनुसार अधिकारियों का तीन वर्ष से अधिक एक ही स्थान पर पदस्थ रहना नियम के अनुरूप नहीं माना जाता। बीईओ धुर्वे पाँच वर्ष से अधिक समय से प्रतापपुर में पदस्थ हैं। इस स्थिति को लेकर प्रशासनिक प्रक्रिया और कार्यपद्धति पर सवाल उठाए जा रहे हैं।


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