राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। खैरागढ़ जिले के छुईखदान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) आरती यादव ने कथित विभागीय प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
महिला अफसर ने दुर्ग जिले के धनोरा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। घटना 15 मई की है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संगठन ने इस घटना के लिए विभागीय अफसरों को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि महिला अफसर पर आला अफसरों ने कथित ज्यादती की। जिसके चलते उक्त महिला अफसर ने खुदकुशी करने का घातक कदम उठाया।
मिली जानकारी के मुताबिक छुईखदान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आरती यादव करीब बतौर सीएचओ पदस्थ थीं। आरती इस पर संविदा के तहत कार्यरत थीं। एक माह पहले आरती के पति का निधन हो गया, जिससे वह काफी आहत थी। निजी परेशानी के चलते सीएचओ यादव स्वास्थ्य केंद्र नहीं जा रही थी। ऐसे में उनकी अनुपस्थिति को लेकर विभागीय अफसरों ने शासन-प्रशासन से शिकायत कर दी। इसके बाद सीएमएचओ कार्यालय से तत्काल सेवा में उपस्थिति के लिए पत्र जारी किया गया। कार्य में अनुपस्थित होने पर सीएचओ के वेतन में कटौती करने की चेतावनी भी दी गई और सीआर भी खराब करने की हिदायत दी गई। जिससे परेशान होकर सीएचओ ने उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन वह अपना स्थानांतरण दुर्ग कराने के लिए भी प्रशासनिक अफसरों के चक्कर लगा रही थी।
बताया जा रहा है कि मानसिक तनाव के चलते सीएचओ यादव ने खुदकुशी कर ली। संगठन के प्रांताध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार ने विभागीय अफसरों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ साल से महिला कर्मियों को प्रताडि़त करने के मामले में बढ़ोत्तरी हो रही है। सरकार को फौरन महिला कर्मियों के विषय पर संज्ञान लेना चाहिए।