राजनांदगांव
विधायकों के जनसारोकार से जुड़े विषयों से दूर रहने पर बैठक में कार्यकर्ताओं ने निकाली भड़ास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 अप्रैल। राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ के करवारी-लतमर्रा फार्म हाउस में लाखों रुपए कीमत की डंप शराब को जब्त करने के मामले में कांग्रेस विधायकों की चुप्पी पर कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए हैं।
बुधवार को कांग्रेस संगठन की बैठक में कार्यकर्ताओं ने इस ज्वलंत मुद्दों पर विधायकों के चुप रहने को लेकर न सिर्फ उन्हें घेरा, बल्कि जनहित से जुड़े विषय से किनारा करने पर अपनी भड़ास निकाली। अविभाजित राजनंादगांव में कांग्रेस के 5 विधायक हैं। माना जा रहा है कि विधायकों ने इस मामले से किनारा कर लिया है। वजह यह है कि शराब प्रकरण में विधायकों को बयान देने में जरा भी दिलचस्पी नहीं है। एक ओर संगठन इस मुद्दे को लेकर सरकार और गृहमंत्री को जिम्मेदार ठहराकर पुतला दहन और प्रदर्शन कर रहा है।
वहीं कांग्रेस विधायकों दलेश्वर साहू, भोलाराम साहू, इंद्रशाह मंडावी, हर्षिता बघेल और यशोदा वर्मा ने सरकार को घेरने के लिए बयानबाजी करना मुनासिब नहीं समझा। सांगठनिक नेता सीधे तौर पर सरकार को इस प्रकरण के लिए सीधे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जबकि विधायकों ने राजनीतिक तौर पर हमला कर विपक्षी दल के सदस्य होने का धर्म निभाना जरूरी नहीं समझा।
इस संबंध में कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने ‘छत्तीसगढ़’ से पुष्टि करते कहा कि बुधवार को बैठक में विधायकों के चुप रहने पर कुछ कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए थे। पार्टी की ओर से अवैध शराब प्रकरण को लेकर जिला स्तर पर सिलसिलेवार प्रदर्शन किया जा रहा है। इधर विधायकों के खिलाफ पहले से ही कई कार्यकर्ता नाराज हैं। जिला पंचायत चुनाव में विधायकों ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ अपने करीबियों को चुनाव मैदान में उतारा था। इस मामले को लेकर शिकवा-शिकायतें प्रदेश स्तर पर की गई है। अब तक प्रदेश संगठन ने इस मामले का निराकरण नहीं किया है। अब शराब प्रकरण में भी विधायकों ने चुप्पी साधकर संगठन के लिए परेशानी खड़ी कर दी है।
15 अप्रैल को डोंगरगढ़ में कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन
अवैध शराब प्रकरण में कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए धरना प्रदर्शन करने की तैयारी शुरू कर दी है। आगामी 15 अप्रैल को डोंगरगढ़ में कांग्रेस बड़ा प्रदर्शन करेगी। इसके अलावा ब्लॉकों में भी पार्टी की ओर से धरना और प्रदर्शन करने का कार्यक्रम तय किया गया है। जिलाध्यक्ष साहू के मुताबिक अवैध शराब में कतिपय भाजपा नेताओं की भूमिका संदिग्ध है। इसकी सही तरीके से जांच नहीं की जा रही है। कांग्रेस इसके लिए सडक़ पर लड़ाई लडऩे तैयार है।