राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 जनवरी। छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने वर्तमान में नगरीय निकायों के चुनाव को पहले बैलेट फिर ईवीएम से कराने के निर्णय को राज्य सरकार की भ्रमित प्रशासनिक व्यवस्था करार देते कहा कि राज्य की भाजपा सरकार आम जनता के बीच में निर्वाचन प्रक्रिया को दूषित एवं शंकास्पद फिर बना दिया है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा- उप मुख्यमंत्री अरुण साव पहले बैलेट से चुनाव करने की बात कही थी और उसके बाद ईवीएम से चुनाव कराने की बात कहकर भाजपा की दोहरी मानसिकता प्रदर्शित तो कर ही दिए थे। अब चुनाव घोषणा के बाद भी ईवीएम मशीन को वार्डों में शहर के प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित नहीं किया जा रहा है, क्योंकि इस चुनाव में महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षदों का बैलेट यूनिट एक ही होगा। वीवी पैड की व्यवस्था इस चुनाव में नहीं की गई है। जिससे जनता के वोट डालने के बाद वीवीपीएटी देखने की जो आदत बन गई है, उससे भी वे वंचित होंगे।
ऐसी दशा में निर्वाचन में आम जनता का विश्वास फिर से नहीं रहेगा। एक ही मशीन में मतदाता दो बार बटन दबाकर मतदान करेंगे तो संभव है कि एक महापौर ध्अध्यक्ष के लिए एक बार वोट देने के बाद पार्षद हेतु दूसरे वोट देने की मनसा भी आम जनता पूरी तरह से समझ ना सके, ऐसी दशा निर्मित ना हो। अभी मतदान तिथि के पूर्व प्रत्येक चौक-चौराहे में मतदाता दिवस 25 जनवरी के दिन से आम जनता के बीच में नगरीय निकायों के वोटिंग मशीन का प्रदर्शन एवं प्रयोग कराने की मांग की है।