राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 जनवरी। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक फडऩवीस ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार निकाय चुनाव को लेकर घबराहट में है, इसलिए टालने का बहना ढूंढ रही थी। पिछड़ा वर्ग को निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण देने की बात प्रदेशभर में करते रहे, बकायदा प्रदेश के कर्मचारियों को सर्वे कराने लगा दिए, कई दिनों तक सर्वे चला, किंतु आज तक सूची सार्वजनिक नहीं हो पाई।
श्री फडऩवीस ने कहा कि भाजपा सरकार पर पिछड़ा वर्ग ने विश्वास किया। प्रदेश की सबसे अधिक संख्या जनसंख्या वालों को 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलेगा, निकाय चुनाव और त्रि-स्तरीय में उसकी कथनी और करनी का आचरण स्पष्ट दिखाई दिया। अब नया नियम लेकर आ गए। वन नेशन वन इलेक्शन नगरीय निकाय व त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ कराएंगे, उसमें भी फेल होते दिख रहे हैं। सामने बोर्ड परीक्षा है, कुल मिलाकर प्रशासक के माध्यम से सरकार चलाने की इनकी मंशा है।
श्री फडऩवीस ने कहा कि भाजपा सरकार अपने ही पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को नगरीय निकायों में एल्डरमैन अब तक नहीं बना पा रही है । एक वर्ष से अधिक हो चुका है, उनके हक को मार रही है, निगम मडलों में स्थान देने पीछे हट रही है तो आमजनों के लिए कैसे हित की बात कर सकती है। पार्षदों की निधि पूरी नहीं दे पाई, छोटे-छोटे काम पार्षद अपने निधि से कार्य करते है, उनका कार्यकाल भी खत्म हो चुका है, पूरी निधि नहीं मिली। सरकार कामकाज कैसे करें यह समझ नहीं आ रहा, कभी मतदान मत पेटी तो कभी ईवीएम से निकाय कराएंगे, केवल समय पास कर रही है। सरकार में प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में अपना कामकाज कर रहे हैं। विगत छह माह पूर्व बड़े तामझाम से वार्डों में जनसमस्या शिविर लगाया गया था। समस्या का समाधान किया जाएगा, लोगों के आवेदन तो लिए गए, निराकरण के पूर्व ही समस्या निवारण पोर्टल बनाया गया था, वह भी एक सप्ताह के भीतर राज्य सरकार ने पोर्टल बंद कर दिया गया। कुल मिलाकर देखा जाए तो सरकार सभी क्षेत्र में फेलवर है।