राजनांदगांव

समूह की महिलाएं ऋण लेकर हुई आत्मनिर्भर
11-Jan-2025 2:44 PM
समूह की महिलाएं ऋण लेकर हुई आत्मनिर्भर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 जनवरी। 
हितग्राही मूलक राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित योजनाओं के तहत ऋण लेकर अपना व्यवसाय कर महिला पुरूष एवं समूह आत्मनिर्भर बन रहे हैं। 

जिले के परियोजना अधिकारी एवं निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा द्वारा योजना के संचालन के संबंध में दिशा निर्देश दे रहे है। योजना के प्रभारी जार्ज मोरिस एवं सामुदायिक संगठक विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए महिला समूह एवं नागरिकों को प्रशिक्षण व लोन देकर आत्मनिर्भर बना रहे है। संचालित योजनाओं में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना के तहत तीन प्रकार के ऋण लोगों को दिया जा रहा है। जिसमें व्यक्तिगत ऋण में 50 हजार से 2 लाख तक ऋण दिया जाता है। जिसमें हितग्राही अपने व्यवसाय को बड़ा या शुरू कर सकते हंै।

समूह ऋण 1 लाख से 10 लाख तक दिया जाता है। जिसमें महिला समूह ऋण लेकर अपना व्यवसाय कर सकते हंै। इसी प्रकार बैंक लिंकेज में 50 हजार से 5 लाख रुपए तक ऋण लेने का प्रावधान है। जिसमें ऋण लेकर छोटा बड़ा व्यवसाय कर सकते हैं। उक्त योजना के माध्यम से शहरी गरीब अपना व्यवसाय प्रारंभ कर आत्म निर्भर बन रहे है। 

राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजनांतर्गत प्रधानमंत्री खाद्य योजना में माईक्रो फायनेंस (पी.एफ.एम.ई.) अंतर्गत गौरीनगर की शिव महिला स्व सहायता समूह ने 1 लाख 20 हजार रुपए ऋण  लेकर पुराना बस स्टैंड में होटल खोली, लाभ अर्जित कर अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर रही है। महिला समूह की महिलाओं ने बताया कि मुझे राष्ट्रीय शहरी अजीविका मिशन अंतर्गत संचालित इस योजना के बारे में गौरीनगर की सामुदायिक संगठक द्वारा जानकारी दी गई और ऋण के बारे में विस्तार से समझाया गया। उनके द्वारा आवेदन भराकर हमे 1 लाख 20 हजार रुपए संगवारी क्षेत्र स्तरीय संगठन के माध्यम से दो चरणों में ऋण दिया गया। जिससे प्रथम चरण में 60 हजार रुपए दिया गया। जिससे पुराना बस स्टैण्ड में हमारे द्वारा होटल खोला गया, होटल से आमदनी प्राप्त कर चुकौती करने के पश्चात पुन: 60 हजार रुपए दिया गया। इस प्रकार 1 लाख 20 हजार से हमारा होटल बहुत अच्छे से चलने लगा और हमें प्रतिदिन सभी खर्चे के पश्चात 1 हजार से अधिक रुपए की शुद्ध आमदनी होने लगी।
 


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