राजनांदगांव
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गिरजाघरों में क्रिसमस को लेकर अंतिम तैयारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 दिसंबर। शांतिदूतक प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन क्रिसमस पर्व को पारंपरिक रूप से मनाने के लिए कैरोल गीतों से प्रभु यीशु की स्तुतिगान की जा रही है। भक्तिमय गीतों के जरिये प्रभु यीशु के संदेशों को घर-घर पहुंचाया जा रहा है।
परंपरागत रूप से कैरोल सांग गाने का रिवाज है। शहर के अलग-अलग चर्चों के युवा गाजे-बाजे के साथ घर-घर पहुंचकर ईसा मसीह की अलौकिक गाथाओं का गीत-संगीत के माध्यम से संदेश दे रहे हैं।
कैरोल गीत गाने वाले टीम का परंपरागत रूप से स्वागत भी किया जा रहा है। शहर के वेसलियन स्कूल, वाईडनियर, मार्थोमा, मेन्नोनाईट चर्चों के सदस्य कैरोल सांग गाकर क्रिसमस के लिए एक बेहतर माहौल बना रहे हैं। शहर में क्रिसमस पर्व के चलते चर्चों को आकर्षक रूप भी दिया गया है। बड़े चर्चों को कृत्रिम रौशनी से खूबसूरत बना दिया गया है। देर रात तक चर्चों में गीत-संगीत के अभ्यास का सिलसिला भी चल रहा है।
गिरजाघरों के बाहर परंपरागत स्टॉर, ट्री और अन्य आकर्षक पोशाक के लिए दुकाने भी सज गई है। चर्चों के भीतर प्रभु यीशु के जन्म से लेकर अन्य अलौकिक गाथाओं की साजो-सजावट की गई है। प्रभु यीशु के मनपसंद वस्तुओं की खरीदी-बिक्री भी की जा रही है।
गिरजाघरों के पास्टर और फादर भी क्रिसमस पर्व की खासियत से जुड़ी जानकारियां ईसाई धर्मावलंबियों को दे रहे हैं। फिलहाल कैरोल गीत से शहर में क्रिसमस पर्व को लेकर उत्साह है। बाजार में भी पर्व के चलते हलचल बढ़ गई है।