राजनांदगांव
प्रभारी सचिव ने विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 दिसंबर। जिले के प्रभारी सचिव अविनाश चंपावत ने बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कार्यों एवं उनके प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग उपस्थित थे। प्रभारी सचिव ने कहा कि शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर होना चाहिए और उनका लाभ संबंधित जनसामान्य को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में जल संरक्षण पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है, जहां पर भी जल संरक्षण के कार्य हो रहे हैं, वहां पर स्वसहायता समूहों द्वारा मत्स्य पालन की भी व्यवस्था की जानी चाहिए। जिससे लोगों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि जिले में किसानों द्वारा व्यापक तौर पर धान की खेती की जाती है और इसके लिए अधिक मात्रा में जल का उपयोग होता है, इससे भू-जल के स्तर में गिरावट आती है। इसके लिए कृषि विभाग और उसके मैदानी अमलों द्वारा कम जल में उत्पादित होने वाले फसलें जैसे चना, अरहर, रागी, बाजरा, मक्का, तिलहनी एवं लघु धान्य फसलों की खेती करने किसानों को प्रेरित करना चाहिए। इससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
चंपावत ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते कहा कि जहां भी जलाशयों से तालाबों को भरा जाता है, वहां नाली इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि पानी की पूर्ण उपयोगिता के साथ सिंचाई भी हो सके। चंपावत ने कहा कि श्रम विभाग संचालित योजनाओं के तहत श्रम अधिकारी अधिक से अधिक श्रमिकों को योजनाओं का लाभ दिलाने पंजीयन के साथ प्रशिक्षण से भी जोड़े और उन्हें लाभ दिलाएं। उन्होंने मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण देने और रोजगार से जोडऩे के निर्देश दिए।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि जिले में गिरते भू-जल को देखते जल संरक्षण के लिए नरेगा सहित अन्य मदों से कार्य किया गया है।
यहां धान की जगह अन्य कम जल उपयोगिता वाली विभिन्न फसले लेने के लिए किसानों को प्रेरित भी किया जा रहा है। इसके अलावा जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण के कार्य कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि कुपोषण को दूर करने जिले में पोट्ठ लईका पहल की शुरूआत की गई है और इसमें सफलता भी मिल रही है। जिले के विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। चंपावत द्वारा ली गई बैठक में सभी विभागों की गतिविधियों की बारी-बारी से समीक्षा की गई।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्य एवं योजनाओं के संबंध में प्रगति एवं इसके तहत कराए गए विशेष कार्यों अंतर्गत नरेगा जल संरक्षण एवं अन्य कार्यों का उल्लेख किया। इसके अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, मछली पालन, पशुधन, श्रम, खनिज, खाद्य, राजस्व, क्रेडा, विद्युत, व्यापार एवं उद्योग, समाज कल्याण, लोक निर्माण विभाग, आदिवासी विकास, योजना एवं सांख्यिकीय सहित अन्य विभागों की गतिविधियों की समीक्षा की गई।


