राजनांदगांव
भाजपा राज में बिजली सप्लाई व्यवस्था ध्वस्त, ग्रामीण हो रहे परेशान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 दिसंबर। राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिंघोला सब-स्टेशन में बार-बार विद्युत प्रवाह अवरूद्ध हो रहा है। जिसके कारण धामनसरा, सुरगी, मलपुरी सहित आसपास क्षेत्र के ग्रामीण अघोषित बिजली बंद से परेशान हो चुके हैं। वीआईपी कहे जाने वाले राजनांदगांव में आए दिन बिजली गुल हो रही है। जिसके कारण चोरी जैसी वारदातें बढ़ रही है, किन्तु विद्युत कंपनी के अफसरों के साथ-साथ भाजपाई नेताओं के कान में जूं तक नहीं रेग रहा। जिसको लेकर 4 दिसंबर को शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ज्ञापन देने पहुंचे।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने अफसरों को चेताते कहा कि सिंघोला सब-स्टेशन के विद्युत व्यवस्था सुधारों नहीं तो अंजाम भुगतने को तैयार रहो। ग्रामीण अंचल में अंधेरे की वजह से असामाजिक तत्वों द्वारा आसानी से लूट, हत्या, चोरी जैसी वारदातें को अंजाम देती है। ग्रामीणों द्वारा बिजली बंद की शिकायत कई बार कर चुके है, फिर व्यवस्था जस की तस बनी हुई है। कहने को तो राजनांदगांव विधानसभा वीआईपी जिला कहलाता है, परंतु समस्या सुनने वाला कोई नहीं, क्योंकि यहां के विधायक व सांसद राजनांदगांव से कोई मतलब ही नहीं रखते हैं। राजनांदगांव का दुर्भाग्य है कि यहां के विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का विधानसभा क्षेत्र है, इनके बावजूद बिजली अवरूद्ध रहता है। हम कांग्रेस कई बार यहां के विधायक का ध्यानाकर्षण कराया, उसके बावजूद भी समस्या यथावत है कोई सुधार नहीं हुआ है।
श्री छाबड़ा ने कहा कि यहां के विधायक डॉ. सिंह अपने क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था नहीं सुधार पा रहे हैं ये बड़ी ही सोचनीय विषय है। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने विद्युत विभाग को लचर बना दिया है। अफसरों को चेतावनी देते कहा कि कांग्रेस जनता के हित में सडक़ की लड़ाई लड़ी है। विद्युत व्यवस्था नहीं सुधरी तो आने वाले दिनों में स्थानीय विधायक डॉ. रमन सिंह का पुतला दहन किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विद्युत विभाग की होगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व जनपद सदस्य योगेन्द्र दास वैष्णव, डोमार साहू, लोकेश गंगवीर, सरपंच दिल्लू साहू, सरपंच केशव हिरवानी, उपसरपंच कृतलाल, मुकेश, रोशन साहू सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।


