राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 दिसंबर। भाजपा किसान नेता अशोक चौधरी ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों ने खेतों में सुप्त अवस्था में पड़े हुए रासायनिक खाद को सक्रिय करने नया शोध किया है। जिसमें बताया गया कि गेहूं की फसल में 1 से 2 किलो फिटकरी का छिडक़ाव करने से जमीन में जो फर्टिलाईजर सुशुप्त अवस्था में पड़ा हुआ है, वह पौधों की जड़ों के माध्यम से फसल को प्राप्त हो सकता है।
किसान अशोक चौधरी ने बताया कि प्रथम सिंचाई के समय फिटकरी के डल्ले को पाइप के पास जहां से पानी निकलता है, वहां पर एक कपड़े में बांधकर रख देना है, जो पानी के साथ में घुलकर खेतों में पहुंच जाएगा और पौधों की जड़ों में पहुंचने के साथ जो रासायनिक खाद जमीन में जमा है, वह सक्रिय होकर पौधों को जड़ों के माध्यम से मिल जाएगा। याद रहे की फिटकरी जमीन में मे ही जाना चाहिए।
यदि घोल बनाकर स्प्रेयर के माध्यम से अथवा स्प्रिंकलर के माध्यम से पौधों के पत्तों पर डालेंगे तो फसल जल जाएगी, इसलिए 2 किलो फिटकरी को पीसकर गेहूं बुवाई के पहले खेतों में छिडक़ाव कर दें अथवा पहली सिंचाई में पानी के माध्यम से पौधों की जड़ों में सिंचाई कर दें, इसका बहुत अच्छा परिणाम फसल उत्पादन में आएगा ऐसा गेहूं अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों ने बताया है। दो किलो फिटकरी का दाम 100 रुपए के आसपास बनेगा।
100 में हजारों रुपए का फर्टिलाइजर का लाभ पौधे को मिलेगा, ऐसा करने में कोई नुकसान नहीं है, गेहूं की पछेती खेती करने वाले अथवा धान फसल के बाद खेती करने वाले किसानों को खास तौर पर इसका उपयोग करना चाहिए।