राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 नवंबर। छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस पर शासकीय दिग्विजय कॉलेज में छत्तीसगढ़ी कविता और जनउला प्रतियोगिता आयोजित कर विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया। प्राचार्य डॉ. किरणलता दामले की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर मुनि राय सहित हिंदी विभाग के सहयोगी प्राध्यापक डॉ. प्रवीण कुमार साहू, डॉ. नीलम तिवारी, डॉ. गायत्री साहू, कौशिक बिशी सहित मनोवैज्ञानिक डॉ. श्रुति खरे, शोधार्थी बिन्दु डनसेना और विद्यार्थियों ने राजभाषा छत्तीसगढ़ी के बारे में अपने विचार प्रकट किए और छत्तीसगढ़ी कविता का स्वयं पाठ भी किए। डॉ. नीलम तिवारी ने एक अंग्रेजी बाल कविता का छत्तीसगढ़ी में अनुवाद करके सुनाया।
हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर मुनि राय ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा का सम्मान अपनी महतारी की तरह करना हम सभी का कर्तव्य है। इसके लिए मर्यादित बोली-बानी में लिखना-पढऩा और कार्यालयीन काम करने की आदत बनाना जरूरी है। इस अवसर पर आयोजित काव्यपाठ प्रतियोगिता के विजेता मनीष टांडेकर, प्रशांत, विनय वासनिक, हरेंद्र और प्रीति गेंड्रे को प्राचार्य द्वारा प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन हिंदी साहित्य परिषद के उपाध्यक्ष मनीष टांडेकर और जनउला प्रतियोगिता का संयोजन शोधार्थी बिन्दु डनसेना ने किया। आभार प्रदर्शन कौशिक बिशी ने किया।