राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 सितंबर। प्रदेश में बढ़ते अपराध के खिलाफ कांग्रेसियों ने मंगलवार को ईमाम चौक के समीप फ्लाई ओवर के नीचे जिला स्तर पर काली पट्टी लगाकर मौन प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओंं जहां अपनी एकजुटता दिखाई। हालांकि कांग्रेस विधायकों ने जहां इस प्रदर्शन से दूरी बनाई। वहीं डोंगरगढ़ विधायक प्रदर्शन में काली पट्टी लगाकर प्रदर्शन में नजर आई।
ज्ञात हो कि प्रदर्शन के एक दिन पूर्व सोमवार को शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने पत्रकारवार्ता लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश में बढ़ते अपराध और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर राज्य की महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करने की बात कही थी। कांग्रेसियों ने प्रेसवार्ता में आरोप लगाया था कि 9 माह के कार्यकाल में भाजपा सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को ताक में रख दिया। जिससे राज्य में रोज सामुहिक बलात्कार और महिला प्रताडऩा के मामले सामने आ रहे हैं। कांग्रेसियों का कहना था कि राजधानी रायपुर में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। रायपुर के नए बस स्टैंड में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हो जाता है। महिलाएं खुले वातावरण में निकलने से भयभीत हैं। बस्तर, जशपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है। कांग्रेस ने एक आंकड़ा पेश करते कहा था कि 8 माह में प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ 3 हजार 94 अपराध हुए तथा 600 से ज्यादा बलात्कार की घटनाएं हुई। भिलाई के डीपीएस स्कूल में 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार की घटना हो गई।
कांग्रेस का आरोप था कि बिना एफआईआर किए उचित तरीके जांच नहीं हुई। जबकि पॉस्को एक्ट में प्रावधान है कि ऐसी घटना होने पर एफआईआर दर्ज होना चाहिए, उसके बाद जांच होती है। कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि सभी महिलाएं, युवतियां और बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर सडक़ पर लड़ाई लड़ते आंदोलन किया जाएगा। सरकार को महिलाआं की सुरक्षा के लिए ठोस बंदोबस्त करने बाध्य होना पड़ेगा।
ईमाम चौक में जिला स्तरीय मौन प्रदर्शन के दौरान महापौर हेमा देशमुख, जिला कांग्रेस अध्यक्ष भागत साहू, शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा, माया शर्मा, सूर्यकांत जैन, रमेश खंडेलवाल, अमित चंद्रवंशी, शारदा तिवारी, डॉ. रूबीना अल्वी, मेहुल मारू, विशु अजमानी, गुरमीत सिंह, राजू खान, मानव देशमुख, प्रज्ञा गुप्ता, छम्मन देवांगन समेत अन्य कांग्रेसी शामिल थे।