राजनांदगांव

गुजराती स्कूल प्रबंधन पर पीएफ में अनियमितता बरतने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 सितंबर। शहर के निजी शैक्षणिक संस्थान गुजराती स्कूल में सोमवार को प्राचार्य को एकाएक पद से हटाने के मामले में लिए गए निर्णय के विरोध में संस्था के शिक्षकों और विद्यार्थी सडक़ पर उतर आए। प्राचार्य डीआर नावेलकर का दावा है कि कथित तौर पर शिक्षकों के पीएफ फंड में बरती गई अनियमितता की वजह से प्रबंधन ने उन्हें पद से हटाने का आदेश जारी किया। उनके खिलाफ लिए गए निर्णय के चलते शिक्षक गण और विद्यार्थी प्रबंधन के खिलाफ खड़े हो गए।
मिली जानकारी के मुताबिक गुजराती स्कूल में प्राचार्य डीआर नावेलकर के पद पर विगत 6 वर्षों से कार्यरत है। एकाएक आज सुबह संस्थान के अध्यक्ष विनय पटेल और सचिव श्रीमती रूबन सोनछत्रा के हतोहस्क्षारित एक आदेश में प्राचार्य को पद से हटाने का आदेश जारी किया। भनक लगते ही संस्थान में कार्यरत शिक्षकों और विद्यार्थियों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
इस संबंध में प्राचार्य डीआर नावेलकर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि उन्हें नियम-शर्तों को ताक में रखकर हटाया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल में कार्यरत शिक्षकों के पीएफ फंड में लंबे समय से गड़बड़ी को लेकर शिक्षक आवाज उठाते रहे हैं। संस्थान ने शिक्षकों के वेतन और नियमितीकरण पर रोक लगा दिया है। जिसके चलते उन्हें पद से हटाने का आदेश जारी किया गया है। इस बीच प्राचार्य को पद में वापस लेने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने नारेबाजी की। शिक्षकों ने भी प्राचार्य के समर्थन में लामबंद नजर आए।