राजनांदगांव
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गणेशोत्सव पर्व में सडक़ों को दुरूस्त करने अभियान का इंतजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 सितंबर। गणेश पर्व के लिए अनूठी पहचान रखने वाले राजनांदगांव में इस साल खराब सडक़ें पर्व के लिए अड़चनें पैदा कर रही है। शहर की बदहाल सडक़ें अब चलने लायक नहीं रह गई है। गिट्टी उभरकर झांकने लगी है। ऐसे में 11 दिन तक चलने वाले इस पर्व में सैकड़ों लोग स्थल झांकियों का नजारा देखने के लिए पहुंचते हैं।
हालांकि, नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता ने जल्द ही जर्जर सडक़ों को दुरूस्त करने का आदेश दिया है, लेकिन डामरीकरण अथवा मरम्मत को लेकर अभियान शुरू नहीं हुआ है।
गणेश पर्व की शुरूआत 7 सितंबर से होगी। शहर के हर गली-मोहल्ले में 11 दिन के लिए लंबोदर महाराज विराजित होंगे। राजनांदगांव शहर में गणेश पर्व की एक अलग ही पहचान है। समूचे छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव का गणेश पर्व हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है। इस साल स्थल झांकियों में धार्मिक गाथाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें भस्म आरती से लेकर केदारनाथ धाम के दर्शन भी होंगे। स्थानीय बड़े चौक-चौराहों से लेकर गली-मोहल्लों में गणेश मूर्ति की स्थापना की तैयारी अंतिम दौर में है। गणेश पंडालों को आकर्षक रूप से सजाने का काम चल रहा है, वहीं विसर्जन के लिए समितियां अभी से ही झांकी निर्माण में जुट गई है।
शहर में दर्जनभर से ज्यादा समितियां गणेश पर्व मनाने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी कर रही है। शहर के गंज चौक, स्टेडियम चौक, गांधी चौक, आजाद चौक समेत अन्य चौराहों में हाईटेक तकनीक से स्थल सजावट की जा रही है। इसमें अलौकिक गाथाओं का बखान किया जाएगा। गणेश पर्व में हर स्तर पर साजो-सजावट की जाती है। शहर में कई विविध आयोजन भी होंगे।
इधर, शहर की सडक़ों की दशा बेहद खराब हो गई है। वहीं 11 दिन तक हर कोने से ग्रामीण स्थल सजावट देखने के लिए पहुंचेंगे। राजनांदगांव शहर के ज्यादातर मार्ग चलने लायक नहीं है। सडक़ों से डामर गायब हो गया है। डामरीकरण को लेकर अभियान शुरू नहीं हुआ है। आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब होगी। खराब सडक़ों के कारण पैदल चलना दूभर हो गया है। जबकि सजावट देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग शहर के प्रमुख रास्तों से पैदल गुजरते हैं। परिवार समेत आने वाले लोगों के लिए मुख्य रास्तों से गुजरना काफी तकलीफभरा साबित होगा।
गणेश पर्व के उत्साह पर खराब सडक़ें पानी फेर सकती है। लोगों के लिए खराब सडक़ें मायूसी का एक कारण भी बन सकती है। शहर के बड़े चौराहों से लेकर बाहरी रास्ते उबड़-खाबड़ रूप में नजर आ रहे हैं। इन सडक़ों को सुधारने की दिशा में निगम प्रशासन की कोशिशें सिर्फ बैठकों तक ही सीमित दिख रही है। कुल मिलाकर खराब सडक़ें गणेश पर्व के उत्साह को फीका बना सकती है।